Sonam Raghuvanshi: राज से वादा और राजा से बेवफाई,राजा रघुवंशी मर्डर केस में चौकाने वाले खुलासे,पढ़िए पूरी मर्डर मिस्ट्री

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Sonam Raghuvanshi: राज से वादा और राजा से बेवफाई,राजा रघुवंशी मर्डर केस में चौकाने वाले खुलासे,पढ़िए पूरी मर्डर मिस्ट्री



Sonam Raghuvanshi: राज से वादा और राजा से बेवफाई,राजा रघुवंशी मर्डर केस में चौकाने वाले खुलासे,पढ़िए पूरी मर्डर मिस्ट्री 


मध्यप्रदेश के इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या मामले में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस ने मुख्य आरोपी पत्नी सोनम रघुवंशी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, अन्य 4 आरोपियों को भी अरेस्ट कर लिया है.आइए जानते हैं इस पूरे मामले की पूरी सच्चाई.

इस मामले की मुख्य किरदार खुद राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी है। सोनम को पहले इस मामले में विक्टिम समझा गया था। वो 17 दिन लापता रही। लेकिन अब अब इस हत्याकांड में उसकी मुख्य भूमिका सामने आ रही है। इस सनसनीखेज मामले में सोनम से जुड़े 10 बड़े खुलासों पर नजर डालते हैं, जो इस मर्डर मिस्ट्री की परतें खोलते हैं।

1. शादी से पहले ही रची थी हत्या की साजिश

सोनम ने राजा रघुवंशी से शादी करने से पहले ही उनके मर्डर की योजना बना ली थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम का अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ गहरा रिश्ता था और यह साजिश शादी के बंधन में बंधने से पहले ही शुरू हो चुकी थी। यह खुलासा इस मामले को और भी रहस्यमय बनाता है, क्योंकि सोनम ने अपनी शादी को एक सुनियोजित जाल के रूप में इस्तेमाल किया।

2. हनीमून की पूरी प्लानिंग सोनम के हाथ में

हनीमून का पूरा प्लान सोनम ने खुद बनाया था। टिकट बुकिंग से लेकर होटल और ट्रैवल तक, हर कदम पर सोनम का कंट्रोल था। मेघालय के शिलांग को हनीमून डेस्टिनेशन के रूप में चुनना भी उसी की पसंद थी, जिसे अब पुलिस साजिश का हिस्सा मान रही है। यह सुनियोजित कदम राजा को मौत के मुंह में ले जाने का जरिया बना।

3. राज कुशवाहा के साथ पुराना अफेयर

सोनम का राज कुशवाहा के साथ लंबे समय से अफेयर था। राज, जो सोनम के पिता के प्लाईवुड कारोबार में बिलिंग का काम करता था, उम्र में सोनम से पांच साल छोटा था। दोनों की नजदीकियां शादी से पहले से थीं और कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स से पता चला कि वे लगातार संपर्क में थे। यह अफेयर ही हत्या की साजिश का मुख्य मकसद बना।

4. सुपारी किलर्स को दी थी हत्या की जिम्मेदारी

पुलिस जांच में सामने आया कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा और उसके तीन दोस्तों विशाल सिंह, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी के साथ मिलकर सुपारी किलर्स को हायर किया था। इन हत्यारों ने शिलांग में राजा की हत्या को अंजाम दिया और यह पूरी योजना सोनम की देखरेख में रची गई थी।

5. गहनों और पैसे की लालच थी मकसद?

राजा के पास 10 लाख रुपये से ज्यादा की कीमत के सोने के गहने और नकदी थी, जो हनीमून के दौरान उनके साथ थे। पुलिस और परिवार का मानना है कि यह साजिश न केवल प्रेम संबंधों के कारण थी, बल्कि पैसे और गहनों की लालच भी इसका एक बड़ा कारण हो सकता है। सोनम ने हत्या के बाद ये गहने और नकदी अपने कब्जे में ले ली थी।

6. गाजीपुर में सरेंडर, लेकिन कहानी में ट्विस्ट

9 जून 2025 को सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे से अपने परिवार को फोन किया और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। उसने दावा किया कि उसकी किडनैपिंग हुई थी और राजा की हत्या लूटपाट के दौरान हुई। हालांकि, पुलिस की जांच ने इस कहानी को झूठा साबित कर दिया और सोनम को मुख्य आरोपी के रूप में हिरासत में लिया गया।

7. सास से आखिरी भावुक बातचीत थी छल

23 मई 2025 को सोनम ने अपनी सास उमा रघुवंशी से फोन पर बात की थी, जिसमें उसने जंगल में ट्रेकिंग और व्रत रखने की बात कही। इस भावुक बातचीत में उसने थकान और खराब खाने की शिकायत की, लेकिन कुछ ही घंटों बाद राजा की हत्या कर दी गई। यह बातचीत अब साजिश का हिस्सा मानी जा रही है, जिसने परिवार को भ्रम में रखा।

8. ज्योतिषी की चेतावनी को ठुकराया

सोनम के पिता देवीसिंह रघुवंशी ने दावा किया कि एक ज्योतिषी ने शादी के डेढ़ महीने तक घर से बाहर न निकलने की सलाह दी थी। सोनम और राजा ने इस चेतावनी को नजरअंदाज कर हनीमून के लिए मेघालय जाने का फैसला किया। यह फैसला न केवल उनके लिए घातक साबित हुआ, बल्कि साजिश को अंजाम देने का मौका भी दे गया।

9. सीसीटीवी फुटेज ने खोला साजिश का राज

शिलांग के होटल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज में सोनम और राजा को आखिरी बार स्कूटी पर एक साथ देखा गया था। इसके अलावा, एक टूरिस्ट गाइड ने बताया कि उनके साथ तीन अन्य लोग भी थे, जो हिंदी में बात कर रहे थे। इन फुटेज और गवाही ने पुलिस को साजिश के तार जोड़ने में मदद की और सोनम की भूमिका को उजागर किया।

10. पुलिस को भटकाने की कोशिश

सोनम ने हत्या के बाद मेघालय से भागकर गाजीपुर पहुंचने तक पुलिस को भटकाने की कोशिश की। उसने खुद को अपहरण का शिकार बताकर सहानुभूति बटोरने की कोशिश की, लेकिन कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स, सीसीटीवी फुटेज और टूरिस्ट गाइड की गवाही ने उसकी साजिश को बेनकाब कर दिया। मेघालय पुलिस अब सोनम और अन्य आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि इस मामले की और परतें खुल सकें।


ऑनलाइन ऑर्डर किया 'डाव'

राजा को मारने के लिए 3 सुपारी किलर्स पहले से ही असम के गुवाहाटी में मौजूद थे। उन्होंने गुवाहाटी में ही ऑनलाइन 'डाव'(छोटी कुल्हाड़ी) ऑर्डर की। इसी हथियार से राजा का कत्ल किया गया था। जब सोनम और राजा शिलांग पहुंचे तो सोनम ने उन्हें लोकेशन भेजी और आरोपी भी दोनों से महज 1 किलोमीटर दूर होटल में ठहरे थे।

सोनम ने 20 लाख रुपए देने का वादा किया

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि 23 मई को फोटोशूट के बहाने सोनम पति राजा को कोरसा इलाके में मौजूद पहाड़ी पर ले गई। सोनम जानबूझकर थकने का बहाना करके पीछे चलने लगी। वहीं, तीनों आरोपी राजा के साथ चल रहे थे। ऐसे में जब आरोपी पहाड़ी चढ़ते हुए थक गए तो उन्होंने राजा को मारने से इनकार कर दिया। इसपर सोनम ने राजा की पर्स से 15 हजार रुपए निकालकर आरोपियों को दिए और कहा "मारना तो पड़ेगा"। साथ ही सोनम ने काम होने के बाद 20 लाख रुपए देने का भी वादा किया था।

आरोपियों के अनुसार,

सोनम थकने के बहाने राजा से कुछ कदम की दूरी पर पीछे चल रही थी। थोड़ी देर में जब उसने सुनसान जगह देखी तो चिल्लाकर कहा- मार दो इसे।

पुलिस को कैसे मिला सुराग?

शनिवार को मेघालय पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिली, जिसमें सोनम राजा से थोड़ी दूरी पर खड़े होकर किसी से फोन पर चैटिंग कर रही थी। पुलिस ने जब सोनम की कॉल रिकॉर्ड्स खंगाली तो आरोपियों का सुराग मिला। सभी आरोपियों की लोकेशन इंदौर में मिली, जिसके फौरन बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई।

सोनम ने तोड़ा फोन

राजा की हत्या के बाद सोनम ने फोन तोड़ दिया। आरोपी भी वारदात को अंजाम देने के बाद ट्रेन से घर वापस लौट आए। वहीं, सोनम अकेले शिलांग से वाराणसी आई और फिर वहां से गाजीपुर पहुंच गई। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि सोनम बनारस के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में थी। हालांकि, इसी बीच जब उसे प्रेमी समेत सभी आरोपियों की गिरफ्तारी का पता चला तो उसने गाजीपुर में सरेंडर कर दिया।


हनीमून मनाने मेघालय पहुंचे थे राजा और सोनम

11 मई 2025 को इंदौर में राजा और सोनम की शादी हुई। नई जिंदगी की शुरुआत के लिए, दोनों ने 20 मई को मेघालय के शिलांग को अपने हनीमून के लिए चुना। लेकिन 23 मई को, चेरापूंजी के नोंग्रियाट गांव में मशहूर 'लिविंग रूट ब्रिज' देखने के बाद दोनों लापता हो गए। उनकी किराए की स्कूटी 24 मई को शिलांग-सोहरा मार्ग पर लावारिस मिली। 2 जून को वेईसावडॉन्ग झरने के पास एक गहरी खाई में राजा का शव मिला, जिसकी पहचान उनके हाथ पर बने 'राजा' टैटू से हुई। लेकिन सोनम का कोई सुराग नहीं था। यह रहस्य और गहरा गया।

एक-एक सुराग जोड़े

मेघालय पुलिस ने तुरंत हत्या का मामला दर्ज किया और एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया, जिसका नेतृत्व SP (सिटी) हर्बर्ट खारकोंगोर ने किया। जांच में कई अहम सुराग सामने आए।

सीसीटीवी फुटेज: 21 मई की एक फुटेज में राजा और सोनम शिलांग के एक होमस्टे में चेक-इन करते दिखे। यह उनकी आखिरी तस्वीर थी।

बरामद सामान: शव के पास से एक महिला की सफेद शर्ट, दवा की स्ट्रिप, स्मार्टवॉच, और एक टूटी मोबाइल स्क्रीन मिली। राजा की सोने की चेन, अंगूठी और पर्स गायब थे, जिससे लूट की आशंका बनी।

हथियार का खुलासा: पुलिस ने एक 'दाओ' (पारंपरिक चाकू) बरामद किया, जिसे हत्या में इस्तेमाल होने का शक था। यह नया और खास इस अपराध के लिए खरीदा गया था।

बांग्लादेश बॉर्डर से कनेक्शन

जांच ने तब नाटकीय मोड़ लिया जब स्कूटी की लोकेशन शिलांग के पास बांग्लादेश सीमा के करीब पाई गई। राजा के भाई विपिन ने दावा किया कि इलाके में पर्यटकों को निशाना बनाने वाला एक गैंग सक्रिय है, जो पुरुषों की हत्या कर महिलाओं को अगवा करता है। इस आशंका ने मानव तस्करी की थ्योरी को हवा दी।

चौंकाने वाला खुलासा: सोनम का सरेंडर

17 दिन बाद, 8 जून 2025 को, सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर बदहवास हालत में मिली। उसने गाजीपुर पुलिस के सामने सरेंडर किया और सनसनीखेज खुलासा किया कि उसने ही राजा की हत्या के लिए भाड़े के हत्यारों को सुपारी दी थी। मेघालय के डीजीपी आई नोग्रांग ने पुष्टि की कि सोनम सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें मध्य प्रदेश के तीन हमलावर शामिल थे। सोनम को गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर में रखा गया, जहां वह पूछताछ के लिए तैयार नहीं थी।

गाइड की गवाही से मिला नया एंगल

मावलखियात के गाइड अल्बर्ट पीडी ने बताया कि 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास उन्होंने राजा और सोनम को तीन पुरुषों के साथ 3000 सीढ़ियां चढ़ते देखा था। यह गाइड पहले भी कपल से मिल चुका था, लेकिन उन्होंने उसकी सेवाएं ठुकरा दी थीं। इस गवाही ने पुलिस को संदिग्धों तक पहुंचने में मदद की।

सीबीआई जांच की मांग

परिवार और रघुवंशी समुदाय ने स्थानीय पुलिस की शुरुआती लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, और इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने मामले में हस्तक्षेप किया। मेघालय के मंत्री एलेक्ज़ेंडर लालू हेक ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से जांच का आश्वासन दिया।

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