मझौली : कई मेडिकल स्टोर में कफ सिरप की आकस्मिक जांच, भनक लगते ही झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक बंद कर भागे

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मझौली : कई मेडिकल स्टोर में कफ सिरप की आकस्मिक जांच, भनक लगते ही झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक बंद कर भागे



मझौली : कई मेडिकल स्टोर में कफ सिरप की आकस्मिक जांच, भनक लगते ही झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक बंद कर भागे



रवि शुक्ला,मझौली
कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के निर्देशानुसार उपखण्ड अधिकारी आर पी त्रिपाठी के निर्देश पर मझौली,मड़वास तहसीलदार ,सीबीएमओ की संयुक्त टीम ने कई मेडिकल स्टोरों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने लगभग आधा दर्जन दुकानों में रखी कफ सिरप और अन्य दवाओं की गुणवत्ता की जांच की। निरीक्षण में यह पाया गया कि सभी दुकानों में रखी दवाओं की गुणवत्ता मानक के अनुसार थी और कोई भी दवा अमानक नहीं पाई गई।


कई झोलाछाप डॉक्टर और मेडिकल संचालक हुए रफूचक्कर


कार्यवाही की भनक लगते ही झोलाछाप डॉक्टर व अवैध रूप संचालित क्लीनिक अपनी क्लीनिक बंद कर भाग निकले और कुछ मेडिकल संचालक भी अपनी दुकानें बंद कर मौके से भाग निकले, इस कार्यवाही से पूरे मझौली ब्लॉक में हड़कंप मचा हुआ है वहीं झोलाछाप डॉक्टरों को कार्यवाही का भी डर सताने लगा,सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जिन मेडिकल संचालकों द्वारा दवाई की जा रही थी उस कमरे पर ताला जड़ दिए थे।


सीबीएमओ ने लोगों से की अपील

सीबीएमओ ने कहा कि यह निरीक्षण जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने और मेडिकल स्टोर्स में दवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले के सभी मेडिकल स्टोर पर लगातार निगरानी की जाएगी और यदि किसी भी दुकान में प्रतिबंधित दवाएं, अमानक दवाएं या एक्सपायरी डेट पार कर चुकी दवाएं पाई जाती हैं, तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे केवल प्रमाणित और लाइसेंसधारी स्टोर्स से ही दवा खरीदें और दवा का सही उपयोग सुनिश्चित करें। इस तरह की नियमित जांच से जिले में दवा सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद मिलेगी।

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