सीधी:शिवसेना उपाध्यक्ष ने सिविल सर्जन के ऊपर पोती कालिख, हुए गिरफ्तार
कई धाराओं के तहत मामला हुआ पंजीबद्ध, चार लोगों के खिलाफ हुई कार्रवाई
सीधी
अस्पताल की अव्यवस्था को लेकर शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पाण्डेय द्वारा सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे के निजी क्लीनिक में जाकर सुबह करीब 10 बजे उनके चेहरे पर कालिख पोता गया। यह मामला तूल पकड़ने लगा है। मामले में शिवसेना के साथ अन्य साथी भी थे। जिसमें चार लोगों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध हुआ है। कुछ अन्य लोग भी कटघरे में आ सकते हैं।
वहीं शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पाण्डेय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शिवसैनिकों का आरोप निजी क्लिनिक में सेवाएं देने पर उठाया कदम
घटना सुबह करीब 10.30 बजे प्रियदर्शिनी नगर जमोड़ी की है. सिविल सर्जन अपने निजी क्लीनिक से निकल रहे थे. घटना के बाद शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडेय साथी पदाधिकारियों के साथ गिरफ्तारी देने जमोड़ी धान पहुंच गए, लेकिन तब तक घटना के संबंध में किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त न होने पर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया बाद में शिकायत प्राप्त होने पर जमोड़ी थाना पुलिस ने प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडेय सहित अन्य पदाधिकारियों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.
इन धाराओं के तहत दर्ज किया अपराध
सिविल सर्जन की शिकायत पर जामोडी पुलिस ने शिवसेना पदाधिकारी आकाश परांडे, रोहित साहु, मनीष बघेल, विवेक पांडेय सहित अन्य के विरुद्ध बीएनएस की धारा 126(2), 296, 351(2), 351(3), 132, 191(2), 3(5) के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है. साथ ही विवेक पांडेय सहित अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना के बाद जिला अस्पताल के डॉक्टर्स सहित चिकत्सकीय अमला विरोध में उतर आया, सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे सहित पूरा अमला कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गया, जहां पुलिस अधीक्षक ने उन्हें जमोड़ी थाना पहुंचकर शिकायत करने को कहा. इसके बाद सभी जमोड़ी बाने पहुंचे जहां डी. खरे ने आवेदन के माध्यम से बताया कि वे सुबह करीब 10.30 बजे शासकीय वाहन से कार्य पर रवाना ही रहे थे तभी शिवसेना पदाधिकारी विवेक पांडेय अपने 8-10 साथियों के साथ पहुंचा. आवेदन के अनुसार आरोपियों ने नारेबाजी करते हुए डॉ. खरे को पकड़ लिया, गाली-गलौज की और काले रंग के डिब्बे से पेट्रोलियम पदार्थ उन पर फेंककर चेहरे और शरीर पर लगाया. इस दौरान जान से मारने की धमकी भी दी गई। इधर अंजू पटेल और सहायक योगेंद प्रजापति के हस्तक्षेप पर आरोपी भाग निकले
विरोध में उतरा चिकत्स्कीय अमला, भटकते रहे मरीज
सिविल सर्जन के साथ हुई घटना के बाद जिला अस्पताल में चिकित्सकीय सेवाओं प्रभावित हो गई. ओपीडी से डॉक्टर्स सहित अन्य चिकित्सा स्टाफ उठ गया और विरोध प्रदर्शन में शामिल होने चला गया.इधर मरीज चिकित्सकों के इंतजार करते रहे। ओपीडी के निर्धारित समय 2 बजे तक मरीज चिकित्सकों का इंतजार करते रहे, लेकिन चिकित्सक नहीं लौटे मरीज वापस चले गए।

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