नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिए गठित संकट प्रबंधन समूह की बैठक सम्पन्न

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नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिए गठित संकट प्रबंधन समूह की बैठक सम्पन्न



नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिए गठित संकट प्रबंधन समूह की बैठक सम्पन्न

कोरोना वायरस से संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरी सतर्कता एवं सावधानी बरतें- सांसद श्रीमती पाठक
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लाक डाउन के निर्देशों के उल्लंघन पर होगी कड़ी वैधानिक कार्यवाही - कलेक्टर श्री चौधरी
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सीधी।

                   जिला पंचायत सभागार में नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिए गठित संकट प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित कर प्रवासी मजदूरों को वापस लाने, संकट में फंसे मजदूरों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने तथा लॉकडाउन की स्थिति में दुकानों के खोलने एवं 17 मई के बाद लॉकडाउन के प्रतिबंधों में ढील के संबंध में चर्चा की गई। समिति के सदस्यों द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की गयी है। उन्होंने कहा कि अनावश्यक ढील नहीं दी जाए तथा पूरी सतर्कता और निगरानी रखी जाए। सांसद रीती पाठक ने कहा कि यह एक चुनौतियों से भरा हुआ समय है, जिसमें एक तरफ हमें कोरोना वायरस के संक्रमण से सभी का बचाव करना है तो दूसरी ओर समाज के गरीब एवं कमजोर वर्गों की मदद भी करनी है। हमारे जिले के कई श्रमिक अभी भी अन्य जगहों में फँसे हुए हैं, शासन स्तर से समन्वय स्थापित करते हुए उनके वापसी की व्यवस्थाएँ की जायें। 
                 सांसद श्रीमती पाठक ने  कहा कि बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाए तथा कोरोना संदिग्ध होने पर उन्हें संस्थागत क्वारेंटाईन सेंटर में ही रखा जाए। उन्होंने सभी पात्र श्रमिकों को प्रवासी मजदूर सहायता योजना का लाभ देने के लिए कहा है। सांसद ने कहा कि यह संक्रमण अभी कुछ और महीने तक रहने की संभावना है, ऐसे में लोगों को सुरक्षित रहने के उपायों के विषय में सतत रूप से जागरुक करते रहें। सांसद श्रीमती पाठक ने गरीब एवं कमजोर वर्ग के लोगों का विशेष ख््याल रखने तथा सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
                   कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि जिले के ग्राम कोल्हूडीह में एक कोरोना संक्रमित मरीज पाया गया है। इसके उपरांत संक्रमित मरीज के घर को एपीसेंटर घोषित करते हुये इस पर से व्यवहारिक दूरी के क्षेत्र को कंटेनमेन्ट एरिया घोषित किया गया है । कंटेनमेन्ट एरिया के अंतर्गत पूर्ण रूप से आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। गठित दलों के द्वारा घर-घर सर्वे किया जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। एंट्री एग्जिट प्वाईन्ट पर स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा सतत् स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके साथ की कोरोना संक्रमित व्यक्ति की प्राथमिक एवं द्वितीयक कांटैक्ट ट्रेसिंग का कार्य किया गया है। शासन द्वारा निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार मरीज के सीधे संपर्क में 12 व्यक्ति (हाई रिश्क कटेगरी) आए थे, उन सभी व्यक्तियों को जीएनएम हास्टल में संस्थागत क्वारेंटाईन किया गया है तथा उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ ही मरीज के साथ जो अन्य श्रमिक बस से आए थे, उनके स्वास्थ्य की भी निगरानी की जा रही है। मरीज अभी स्वस्थ है। कलेक्टर श्री चौधरी ने बताया कि बाहर के राज्यों में फँसे श्रमिकों को शासन की पहल पर वापस लाया जा रहा है तथा यह प्रक्रिया पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ की जा रही है। अभी तक 4 हजार 7 सौ से अधिक श्रमिक शासन की पहल पर बस एवं ट्रेन के माध्यम से आए हैं। इसके अतिरिक्त कुछ श्रमिक अपने साधनों से भी वापस आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले प्रत्येक श्रमिक का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। उनके पूर्णतरू स्वस्थ होने पर 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाईन तथा कोरोना के संभावित होने पर क्वारेंटाईन सेंटर में रखा जा रहा है। कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि बाहर से आए व्यक्तियों के लिए 14 दिवस तक क्वारेंटाईन रहना अनिवार्य होगा। उनकी ग्राम पंचायतों के माध्यम से निगरानी की जाएगी तथा निर्देशों के उल्लंघन पर कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। 
                  कलेक्टर श्री चौधरी ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार प्रदेश के बाहर फँसे श्रमिकों को एक हजार रुपए प्रत्येक के मान से प्रदाय किया जा रहा है। अभी तक 7187 व्यक्तियों को योजना से लाभान्वित किया जा चुका है, शेष व्यक्तियों की जानकारी वेरिफाई किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत निजी खेत में फलोद्यान परियोजना प्रारंभ की गयी है, जिसमें लोगों को उद्यानिकी फसलों  के उत्पादन से जोड़ा जाएगा। इस योजना से कृषकों को 3 वर्ष तक नरेगा की मजदूरी एवं मटेरीयल भुगतान का लाभ तो प्राप्त होगा, साथ ही तीन वर्ष उपरांत कृषकों को फलों के उत्पादन से लाभ प्राप्त होने लगेगा और वह उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनायेगा। 
                   पुलिस अधीक्षक आर एस बेलवंशी ने बताया कि सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस वाहनों के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकथाम के लिए जागरुक किया जा रहा है। इसके साथ ही जिले की सभी सीमाओं पर कड़ी चौकसी रखी जा रही है तथा पूरे जिले में लाक डाउन के निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि  इस व्यवस्था का कड़ाई से पालन किया जाएगा तथा निर्देशों के उल्लंघन पर कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। 
                       बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ए. बी. सिंह, अपर कलेक्टर डी. पी. वर्मन, सामाजिक कार्यकर्ता इंद्रशरण सिंह चौहान, रूद्र प्रताप सिंह, देवेंद्र सिंह, पुष्पराज सिंह, धर्मेन्द्र शुक्ला, के. के. तिवारी, डॉ. अनूप मिश्रा सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं अशासकीय सदस्य उपस्थित रहे।

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