मझौली के टिकरी में चिकित्सीय मूल्यांकन शिविर का हुआ आयोजन,मेडिकल टीम की कार्यप्रणाली से बढ़ी परेशानी

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

मझौली के टिकरी में चिकित्सीय मूल्यांकन शिविर का हुआ आयोजन,मेडिकल टीम की कार्यप्रणाली से बढ़ी परेशानी



मझौली के टिकरी में चिकित्सीय मूल्यांकन शिविर का हुआ आयोजन,मेडिकल टीम की कार्यप्रणाली से बढ़ी परेशानी


मझौली।
राज शिक्षा केंद्र भोपाल के आदेश अनुसार कक्षा 1 से 8 तक के विकास खंड मझौली एवं कुसमी में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चों का चिकित्सकीय मूल्यांकन शिविर का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्य विद्यालय टिकरी के प्रांगण में किया गया। शिविर में दिव्यांग बच्चों का मेडिकल प्रमाण पत्र जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा बच्चों का बनाया गया तत्पश्चात मानव कृतिम अंग संस्थान जबलपुर की टीम द्वारा दिव्यांग बच्चों को उनकी आवश्यकता अनुसार दिव्यांग उपकरण प्रदान करने हेतु परीक्षण किया गया । 



मेडिकल टीम की कार्यप्रणाली से बढ़ी परेशानी,मात्र 28 प्रमाण पत्र ही हुए वितरित


 विकासखंड मझौली एवं कुसमी में अध्ययनरत 253 दिव्यांग बच्चों का रजिस्ट्रेशन हुआ जिसमें 74 कुसमी विकासखंड एवं मझौली में 179 रजिस्ट्रेशन हुए 28 दिव्यांग बच्चों को प्रमाण पत्र वितरण किया गया।जिसका प्रमुख्य कारण मेडिकल टीम रही।
आपको बता दें कि इस योजना से ब्लॉक स्तर पर अध्यनरत दिव्यांग छात्रों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा प्राप्त हो रही है । किंतु जिला मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों की  पूरी टीम ना होने से अधिकाधिक छात्रों को सीधी बुलाया गया है,जहां उन्हें प्रमाण पत्र जारी किया जाना राज्य शिक्षा केंद्र की सुविधा जनक योजनाओं में कुठाराघात करना जैसा प्रतीत हो रहा है। साथ ही उक्त दिव्यांग बच्चों को उनके अभिभावकों के द्वारा भाग दौड़ करने पर मेडिकल बोर्ड से प्रमाण पत्र प्राप्त तो हो जाएगा किंतु दिव्यांग छात्रों को उपकरण वितरण में देरी होने से वंचित हो जाएंगे। जिससे शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं का शत प्रतिशत क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है।मेडिकल टीम के इस कार्य प्रणाली से छात्र,अभिभावकों के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों में निराशा का भाव ब्याप्त रहा।


शिक्षा विभाग का रहा सराहनीय योगदान:-


इस शिविर में शिक्षा विभाग द्वारा सक्रमण कॉल को दृष्टगत रखते हुए विशेष ब्यवस्था किया गया था।यहां पर छात्र/छात्राओं के साथ आने वाले अभिभावकों लंच पैकेट वितरित किया गया। साथ ही यात्रा भत्ता के रूप में 30-30रुपए भी अभिभावकों को दिया गया। इस शिविर में मुख्य रूप विकासखंड समन्वयक कुसमी रविचंद, मझौली विकासखंड समन्वयक श्री अरविंद सिंह गहरवार, जिला परियोजना समन्वयक रजनीश श्रीवास्तव, बीएसी चंदेश्वरी प्रसाद तिवारी, बीएसी कुसमी अंगिरा प्रसाद द्विवेदी, बीएसी कमलाकर सिंह, छत्रपति सिंह एवं बीएसई भैया लाल सिंह एवं मझौली कुसमी विकास खंड के सीएसी, शिक्षकों एवं मझौली विकासखंड से मोबाइल स्रोत सलाहकार प्रताप सिंह चौहान, श्रीमती कमला श्रीवास्तव एवं कुसमी विकासखंड के मोबाइल स्रोत सलाहकार, विवेक कुमार मिश्रा एवं श्री सुदामा प्रसाद पटेल का  महत्व पूर्ण योगदान रहा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ