सीधी:प्राचार्यों की बैठक सम्पन्न: लक्ष्य पूर्ति न करने वाले शिक्षकों पर

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सीधी:प्राचार्यों की बैठक सम्पन्न: लक्ष्य पूर्ति न करने वाले शिक्षकों पर




प्राचार्यों की बैठक सम्पन्न: लक्ष्य पूर्ति न करने वाले शिक्षकों पर


अपर कलेक्टर श्री पंचोली की उपस्थिति में लक्ष्य निर्धारित कर पठन-पाठन कराये जाने हेतु प्राचार्यों से हुई चर्चा

सीधी।

     गत शनिवार को अपर कलेक्टर हर्षल पंचोली की अध्यक्षता में शा.उ.मा.वि. क्रमांक-2 सीधी में प्राचार्यों की कार्यशाला आयोजित कर परीक्षा परिणाम में वृद्धि एवं छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने हेतु चर्चा की गई।  अपर कलेक्टर द्वारा सभी प्राचार्यों को साप्ताहिक टेस्ट गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, भौतिक, रसायन विषय का आयोजित करने के निर्देश दिये। सबसे कमजोर विषय शिक्षक एवं सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले स्कूलों के विषय शिक्षकों की आमने सामने बैठाकर उनकी कठिनाईयों को दूर करने के निर्देश दिये गये। लक्ष्य पूर्ति नहीं करने वाले शिक्षकों पर कार्यवाही का पत्र प्राप्त हो चुका है। इस पत्र को सभी प्राचार्यों को बैठक में पढ़कर सुना दिया गया है। जिसमें एक वेतनवृति, दो वेतन वृद्धि और विभागीय जांच संस्थित कर अनुशासनात्मक कार्यवाही तक के निर्देश अभी से प्राप्त हुये है। अच्छा परीक्षा परिणाम देने वाले प्राचार्य एवं शिक्षकों को प्रोत्साहन समारोह कार्यक्रम में प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किये जाने का निर्णय लिया गया है। समस्त प्राचार्यों को अपना लक्ष्य विमर्श पोर्टल में दर्ज किये जाने हेतु अपर कलेक्टर द्वारा कडे निर्देश दिये गये है।

   शिक्षा की गुणवत्ता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। गुणवत्ता सुधार हेतु समय-समय पर निर्देश प्रसारित किये जाते है। विगत वर्षों के अनुभव से यह तथ्य सामने आया है कि लक्ष्य निर्धारित न होने से शिक्षा की गुणवत्ता एवं परीक्षा परिणाम के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु समुचित मानीटरिंग नहीं हो पाती है। सत्र 2020-21 में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एवं परीक्षा परिणाम में वृद्धि हेतु शालावार, विषयवार श्रेणियों में लक्ष्य निर्धारित किये जायेगे।

   उत्कृष्ट एवं मांडल स्कूल के लिये चार श्रेणियां निर्धारित है श्रेणी-1 मे 90 प्रतिशत या उससे अधिक अंक का लक्ष्य वाले विद्यार्थी की संख्या, श्रेणी-2 80 प्रतिशत से 89 प्रतिशत तक अंक का लक्ष्य वाले विद्यार्थी की संख्या, श्रेणी-3 70 प्रतिशत से 79 प्रतिशत तक अंक का लक्ष्य वाले विद्यार्थी की संख्या एवं श्रेणी-4 60 प्रतिशत से 69 प्रतिशत तक अंक का लक्ष्य वाले विद्यार्थी की संख्या।

   इसी प्रकार अन्य विद्यालयों हेतु चार श्रेणियां निर्धारित हैं श्रेणी-1 80 प्रतिशत या उससे अधिक अंक का लक्ष्य वाले विद्यार्थी की संख्या, श्रेणी-2 60 प्रतिशत से 79 प्रतिशत तक अंक का लक्ष्य वाले विद्यार्थी की संख्या, श्रेणी-3 45 प्रतिशत से 59 प्रतिशत तक अंक का लक्ष्य वाले विद्यार्थी की संख्या एवं श्रेणी-4 33 प्रतिशत से 44 प्रतिशत तक अंक का लक्ष्य वाले विद्यार्थी की संख्या। 

  कक्षा 9वीं हेतु 59 प्रतिशत, 10वीं हेतु 64 प्रतिशत एवं कक्षा 11वीं हेतु 81 प्रतिशत और 12वीं राज्य औसत प्राप्त करने के लिये रणनीति बनाई गई। 

  डॉ. सुजीत कुमार मिश्रा ए.पी.सी. द्वारा सभी प्राचार्यों को आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा प्राप्त पत्र को पावर प्वाईट प्रजेन्टेशन द्वारा अवगत कराया गया।

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