गृहमंत्री बोले चुनाव को कोरोना से मत जोड़िये, जल्दबाजी में लॉक डाउन लगाने वाली स्थिति अभी नहीं

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गृहमंत्री बोले चुनाव को कोरोना से मत जोड़िये, जल्दबाजी में लॉक डाउन लगाने वाली स्थिति अभी नहीं



गृहमंत्री बोले चुनाव को कोरोना से मत जोड़िये, जल्दबाजी में लॉक डाउन लगाने वाली स्थिति अभी नहीं

नई दिल्ली।

कोरोना महामारी की दूसरी लहर बिकराल रूप धारण कर ली है, देश की राजधानी समेत कई राज्यों में कोरोना बम फुट रहा है, देश मे दो दिन से 2 लाख के पार संक्रमितो आंकड़ा पहुंच रहा है, बंगाल में विधानसभा चुनाव के प्रचार प्रसार के लिए भारी भीड़ इकट्ठा हो रही हैं इसी पर लोंगो का गुस्सा भी फूट पड़ा है लोग सोसल मीडिया में जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। गुस्सा होना लाजमी भी है, क्योंकि जहां चुनाव हो रहे हैं वहां किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन जहाँ चुनाव नहीं है वहाँ कोरोना गाइड लाइन जारी कर दिया गया है।
इसी सवाल पर देश के गृह मंत्री से एक   समाचार पत्र के सवालों का जबाब दिए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक दैनिक समाचार पत्र को दिए अपने इंटरव्यू में कहा है कि भारत में फिलहाल जल्दबाजी में लॉकडाउन लगाने की कोई जरूरत नहीं दिख रही है। अमित शाह ने कहा कि देश में फिलहाल संपूर्ण लॉकडाउन वाली स्थिति अभी पैदा नहीं हुई है। 'पिछले साल की तरह, क्या लॉकडाउन कोरोना को कंट्रोल कर सकता है और इसकी अभी जरूरत है?', इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा, भारत में कोरोना के मौजूदा हालतों को लेकर कई एक्सपर्ट की टीमों के साथ चर्चा कर रहे हैं। पिछले साल लॉकडाउन का उद्देश्य अलग था। हम आधारभूत संरचना और इलाज के लिए उस दौरान प्लानिंग कर रहे थे।

हम कोरोना के खिलाफ लड़ने की योजना तैयार करना चाहते थे। हमारे पास कोई दवा या टीका नहीं था। लेकिन अब स्थिति अलग है। फिर भी, हम मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा कर रहे हैं। आम सहमति जो भी हो, हम उसी के अनुसार हम आगे बढ़ेंगे। मगर जलदबाजी में लॉकडाउन लगाने जैसी स्थिति फिलहाल देश में नहीं दिख रही है।''

चुनावी रैलियों और प्रचार के दौरान बढ़ रहा है कोरोना वायरस? इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा, ''देखिए महाराष्ट्र में अभी चुनाव हो रहे हैं क्या, लेकिन वहां हर रोज 60 हजार मामले सामने आ रहे हैं। इधर (पश्चिम बंगाल) 4 हजार मामले हैं। मुझे तो महाराष्ट्र के लिए भी अनुकंपा है। और इसके (पश्चिम बंगाल) लिए भी अनुकंपा है। कोरोना को चुनाव के साथ जोड़ना ठीक नहीं है। जिन-जिन राज्यों में चुनाव हुआ, वहां केस ज्यादा नहीं आ रहे हैं। जहां चुनाव नहीं हुआ, उधर ज्यादा बढ़े हैं। अब आप इसपर क्या कहिएगा।''

आपके चुनावी रैलियों और रोड शो में लोग बिना मास्क के आते हैं? इस पर अमित शाह ने कहा, कोरोना काल में सभी लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। मैं भी कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन करता हूं। चुनाव लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। जब चुनावों की घोषणा होती है, तो हमारे पास कोई विकल्प नहीं होता है।

आप देश के गृह मंत्री हैं। पिछली बार, जब दिल्ली में कोरोना बढ़े थे तो आपने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ काम किया था, इस बार क्या कर रहे हैं? अमित शाह ने कहा, ''इस देश के प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने तीन-चार फैसले लिए हैं। टीकाकरण में तेजी लाने के लिए, विदेशी टीकों को अनुमति दी गई है। कोविड-19 टीकों को अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और जापान में उपयोग के लिए मंजूरी दे दी गई है, ताकि यहां पर तेजी से मंजूरी मिल सके। टीके के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कदम उठाए गए हैं। हम सुविधाओं में सुधार के लिए कदम उठा रहे हैं। यह महामारी (इसकी प्रकृति से) तेजी से फैलती है। सरकार हर मोर्चे पर इसके खिलाफ लड़ते हुए तैयार है। हम वेंटिलेटर भेज रहे हैं, नए कोविड-19 अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं।

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