अनाथ हुई बच्ची को मझौली कुसमी सीईओ एस एन द्विवेदी द्वारा 5000 की दी गई सहायता राशि

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

अनाथ हुई बच्ची को मझौली कुसमी सीईओ एस एन द्विवेदी द्वारा 5000 की दी गई सहायता राशि



अनाथ हुई आदिवासी बच्ची को मझौली, कुसमी सीईओ एस एन द्विवेदी द्वारा 5000 की दी गई सहायता राशि

सीधी

मझौली नगर पंचायत में एक आदिवासी परिवार की बेटी का उसके माता पिता का साया सर से उठ गया था जिसकी जानकारी होते ही मझौली जनपद के मुख्यकार्यपालन अधिकारी एसएन द्विवेदी द्वारा सहयोग के रूप में 5000.00 (पांच हजार)रुपये नगद की सहायता राशि आदिवासी परिवार के अनाथ बच्ची को दी गई वा बेटी को ढाढ़स बंधाते हुए हाल समाचार की जानकारी ली गई बेटी सीमा और उसके बड़े पापा श्री कोल द्वारा बताया गया की देहेरू और उसकी पत्नी विगत 1 वर्ष से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे कई बार सीएससी मझौली में उन दोनों लोगों को उपचार हेतु भर्ती भी किया गया परंतु स्वस्थ नही हो पाए और थोड़े-थोड़े दिनों बाद उनकी मृत्यु हो गई इस सहायता राशि देने के दौरान साथ में नगर पंचायत मझौली की ओर से अमित सिंह बघेल भी थे जिन्होंहे आश्वस्त किया कि शासन द्वारा पात्रता अनुसार उनको सभी सहायता मिल रही है अगर किसी भी प्रकार की सहायता जिसकी पात्रता बनती है उसे तत्काल दिए जाएगा अमित सिंह ने मीडिया को बताया कि इस परिवार के ऊपर आई आपदा में कोविड-19 वायरस का कोई योगदान नहीं था साथ ही जान बचाने के लिए सभी को वैक्सीन लगाने हेतु समझाइए देने के साथ अपील की गई ।सी ई ओ के द्वारा सहायता राशि भेजी गई जिसको अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अरविंद तिवारी द्वारा दिया गया।

ये है पूरा मामला:-

इस कोरोना महामारी ने कई परिवारों को ऐसी स्थिति में ला दिया है जहां माता पिता के देखते देखते उनके बच्चे मौत के आगोश में आ गए हैं, इस महामारी से कई बच्चे अनाथ हो गए हैं।
वहीं सीधी जिले के मझौली जनपद अंतर्गत नगर क्षेत्र मझौली के वार्ड क्रमांक 12 में एक आदिवासी गरीब परिवार कुसुमकली पति डहरू कोल उम्र 46 वर्ष की मृत्यु गत 15 अप्रैल 2021 को हुई ठीक 15 दिन बाद उसकी सास बुधनी पति कुमारे की मृत्यू 1 अप्रैल को एवं उसके पति डहरू पिता कुमार की मौत 1 जून को  हो गई। वहीं कोरोना की वैक्सीन लगवाते ही कुमारे 85 वर्ष भी गम्भीर रूप से बीमार है अब परिवार में एक 20 वर्षीया बेटी सीमा व उसका छोटा भाई बचे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसका बड़ा भाई अपना परिवार लेकर अलग रहता है और सीमा एवं उसका छोटा भाई अनिल,माता-पिता व दादी साथ रहते थे।
सीमा द्वारा बताया गया की 14 तारीख को माता कुसुमकली की तबियत ज्यादा खराब होने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली साइकिल से ले गई थी जिसके मुंह से झाग निकल रही थी और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, ज्यादा गंभीर होने पर उसे मझोली से सीधी रेफर कर दिया गया था, लेकिन उस दिन वह अपनी माता को सीधी नहीं ले जा सकी और दूसरे दिन उसकी मृत्यु हो गई।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ