Arvind Kejriwal News Update:अरविंद केजरीवाल पहुंचे तिहाड़ जेल, पूछताछ पर दो मंत्रियों का लिया नाम,बड़ा खुलासा

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Arvind Kejriwal News Update:अरविंद केजरीवाल पहुंचे तिहाड़ जेल, पूछताछ पर दो मंत्रियों का लिया नाम,बड़ा खुलासा



Arvind Kejriwal News Update:अरविंद केजरीवाल पहुंचे तिहाड़ जेल, पूछताछ पर दो मंत्रियों का लिया नाम,बड़ा खुलासा 


दिल्ली
कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब तिहाड़ जेल पहुंच चुके हैं। 10 दिन तक ईडी की रिमांड पर रहने के बाद दिल्ली की एक विशेष अदालत ने केजरीवाल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
केजरीवाल के जेल चले जाने के बाद अब इस बात को लेकर एक बार फिर अटकलें तेज हो गईं हैं कि क्या वह तिहाड़ से सरकार चला पाएंगे या फिर वह इस्तीफा देकर दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के लिए रास्ता साफ करेंगे? चर्चा यह भी है कि यदि जेल से सरकार नहीं चल पाई तो वह अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को गद्दी सौंप सकते हैं। हालांकि, आम आदमी पार्टी की ओर से बार-बार यही कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ही रहेंगे।

अरविंद केजरीवाल जेल में रहकर भी मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं। संवैधानिक जानकारों का कहना है कि एक मंत्री या मुख्यमंत्री के जेल जाने (तब तक दो या दो साल से अधिक की सजा ना हुई हो) पर पद छोड़ने की कोई बाध्यता नहीं है। पिछले दिनों केजरीवाल को पद से हटाए जाने की मांग वाली जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने भी यही सवाल उठाया था। हालांकि, जानकारों का यह भी कहना है कि भले ही केजरीवाल पर इस्तीफा देने के लिए कोई कानूनी दबाव ना हो, लेकिन व्यवहारिक तौर पर यह संभव नहीं है कि वह जेल से सरकार चला सकें। एक मुख्यमंत्री के तौर हर दिन कई बैठकें लेनी होती है, बहुत से लोगों से मुलाकातें करनी होती हैं। कैबिनेट मिलकर फैसले करती है। यह सब केजरीवाल जेल से कैसे कर पाएंगे यह साफ नहीं है। यह पहला मौका है जब कोई मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए जेल गया हो। 

Arvind Kejriwal News Update
अदालत का सहारा ले सकते हैं केजरीवाल


एलजी वीके सक्सेना साफ कर चुके हैं कि वह दिल्ली सरकार को जेल से चलाने की इजाजत नहीं देंगे। उनका बयान इसलिए बेहद महत्वपूर्ण क्योंकि जानकारों का मानना है कि एलजी यदि चाहें को केजरीवाल आसानी से जेल में रहकर भी सरकार चला सकते हैं। उनका कहना है कि एलजी किसी विशेष इमारत को जेल घोषित कर सकते हैं और वहां रहकर केजरीवाल मुख्यमंत्री के तौर पर कामकाज कर सकते हैं। हालांकि एलजी के इनकार के बाद अब आम आदमी पार्टी के पास कोर्ट का रुख करने का ही रास्ता बचा है। माना जा रहा है कि केजरीवाल जल्द ही अदालत का दरवाजा खटखटाकर विशेष इजाजत मांग सकते हैं।

अदालत से इनकार पर क्या होगा?


अदालत से यदि केजरीवाल को सरकार चलाने की इजाजत मिल जाती है तो वह अपना कामकाज आसानी से जारी रख पाएंगे। हालांकि, यदि अदालत अपील स्वीकार नहीं करता है तो केजरीवाल को आने वाले समय में पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। अटकलें है कि यदि केजरीवाल को इस्तीफा देना पड़ा तो उनकी जगह उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल कमान संभाल सकती हैं, जो अचानक बेहद सक्रिय हो चुकी हैं और रामलीला मैदान में विपक्ष की रैली में उनके भाषण को राजनीतिक एंट्री के तौर पर देखा जा रहा है।

किन बातों का है इंतजार?


जानकारों का मानना है कि सुनीता केजरीवाल को सीएम बनाए जाने से पहले आम आदमी पार्टी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। केजरीवाल जानते हैं कि यदि उन्होंने सुनीता केजरीवाल को सीएम बनाया तो भाजपा जैसे विपक्षी दल उन पर परिवारवादी होने का आरोप चस्पा करेंगे। लेकिन वह यह भी जानते हैं कि पार्टी के लगभग सभी बड़े नेताओं के कानूनी पचड़े में पड़ जाने के बाद ऐसा कोई नेता नहीं है जिसके नाम पर पूरी पार्टी सहमत हो। अटकलें है कि सुनीता को कमान देने से पहले आम आदमी पार्टी को तीन बातों का इंतजार है, पहला यह कि केजरीवाल को लोकसभा चुनाव तक जमानत मिलती है या नहीं, जेल से सरकार चलाने की इजाजत मिलती है या नहीं, और तीसरी बात यह कि लोकसभा चुनाव का परिणाम क्या होगा। 

यदि तीनों ही मोर्चों पर निराशा मिलती है तो तो जून या जुलाई तक सुनीता को कमान सौंपी जा सकती है। इसके पीछे यह भी दलील दी जा रही है कि यदि जुलाई तक वह सीएम बनती हैं तो दिल्ली में विधानसभा चुनाव में करीब छह महीने का ही वक्त बचा होगा और ऐसे में उन्हें उपचुनाव का सामना नहीं करना पड़ेगा। वह बिना विधायक बने छह महीने तक पद पर रह सकती हैं।

अरविंद केजरीवाल पूछताछ पर लिए दो मंत्रियों के नाम

 
केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। केजरीवाल को यदि जमानत नहीं मिलती है को 14 दिन उन्हें जेल में रहना होगा। इस बीच कथित शराब घोटाले को लेकर हुई सुनवाई में पहली बार केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज का भी नाम आया है।

केजरीवाल को स्पेशल जज कावेरी बावेजा की अदालत में पेश किया गया। ईडी की तरफ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए एएसजी एसवी राजू ने कोर्ट से कहा कि फिलहाल उनकी रिमांड नहीं चाहिए और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाए। राजू ने कहा कि केजरीवाल अधिकतर सवालों पर गोलमोल जवाब दे रहे हैं और जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।

राजू ने इस दौरान आतिशी का नाम लेते हुए एक बड़ा दावा किया। राजू ने कहा कि विजय नायर केजरीवाल के करीबी रहे हैं। केजरीवाल ने पूछताछ में कहा कि नायर उन्हें रिपोर्ट नहीं करता था। राजू के मुताबिक दिल्ली के सीएम ने कहा कि नायर आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करते थे। यह पहली बार है जब इस मामले में किसी तरह आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम आया है। सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के जेल जाने के बाद केजरीवाल सरकार में दोनों ताकतवर मंत्री हैं। अधिकांश मंत्रालय इन्हीं दोनों के हवाले हैं। 

केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी के नेता विजय नायर ही पार्टी और घोटाले में शामिल 'साउथ लॉबी' के बीच माध्यम थे। ईडी ने दावा किया था कि केजरीवाल ने वीडियो कॉल पर शराब कारोबारी समीर महेंद्रू से बात की थी और विजय नायर को अपना आदमी बताते हुए उस पर भरोसा करने को कहा था। नायर कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए जाने वाले पहले आप नेता थे। इस केस में केजरीवाल और नायर के अलावा दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।

सीबीआई और ईडी की ओर से जांच किए जा रहे कथित घोटाले को लेकर दावा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने 2021-22 की आबकारी नीति में गलत तरीके से कुछ प्रावधान करते हुए शराब कारोबारियों को फायादा पहुंचाया और बदले में उनसे रिश्वत हासिल की। दावा है कि रिश्वत में मिली रकम का इस्तेमाल पार्टी ने 2022 में गोवा विधानसभा चुनाव में किया।


जेल में क्या होगी दिनचर्या?

जेल में सभी कैदियों के लिए समान दिनचर्या होती है. सुबह सूरज निकलते ही सारे बैरक खोल दिए जाते हैं. इसके बाद नाश्ता दिया जाता है. अगर कैदी को कोर्ट जाना हो या किसी से मिलना हो तो उसे तैयार किया जाता है. 11 बजे के करीब सभी कैदियों को खाना परोसा जाता है.

खाने में एक सब्जी और पांच रोटी दी जाती है. जिस कैदी को रोटी नहीं खानी है, उसे चावल दिया जाता है. इसके बाद दोपहर 12 बजे सभी को बैरक में बद कर दिया जाता है. फिर शाम के 3 बजे बैरक खोला जाता है और कैदियों को बाहर निकाला जाता है. इसके बाद चाय दी जाती है. शाम में 5.30 बजे कैदियों को रात का खाना दिया जाता है, जिसमें दाल, एक सब्जी और पांच रोटी होती हैं. फिर 7 बजे तक सारे बैरक बंद कर दिए जाते हैं.


केजरीवाल को किस बैरक में रखा जाएगा?

फिलहाल ये तय नहीं है कि अरविंद केजरीवाल को किस बैरक में रखा जाएगा. इसी जेल में उनकी साथी मनीष सिसौदिया और संजय सिंह भी बंद है. सिसौदिया को जेल नंबर एक में रखा गया है, वहीं संजय सिंह को पांच नंबर जेल में रखा गया है. बता दें कि तिहाड़ जेल में कुल नौ जेल हैं, जिनमें लगभग 12 हजार कैदी हैं.

ईडी ने 21 मार्च की रात पूछताछ के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था. फिर 22 मार्च को कोर्ट ने केजरीवाल को 28 मार्च तक की ईडी हिरासत में भेज दिया. उन्हें 28 मार्च को 1 अप्रैल तक की ईडी हिरासत में भेज दिया गया था.

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