मझौली: मनरेगा के नियमों का सरेआम उल्लंघन, मजदूरों को नहीं मिल रहा रोजगारमनरेगा योजना में जिम्मेदार बन गए भ्रष्टाचारी, लोगों की बजाय मशीनों से करवाया जा रहा काम

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मझौली: मनरेगा के नियमों का सरेआम उल्लंघन, मजदूरों को नहीं मिल रहा रोजगारमनरेगा योजना में जिम्मेदार बन गए भ्रष्टाचारी, लोगों की बजाय मशीनों से करवाया जा रहा काम


मझौली: मनरेगा के नियमों का सरेआम उल्लंघन, मजदूरों को नहीं मिल रहा रोजगार

मनरेगा योजना में जिम्मेदार बन गए भ्रष्टाचारी, लोगों की बजाय मशीनों से करवाया जा रहा काम 



रवि शुक्ला,मझौली

मनरेगा योजना के तहत गांव के श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार नहीं मिल पा रहा है जबकि इसका उद्देश्य ग्रामीण अपने गांव में रोजगार प्राप्त कर अपनी रोजी रोटी चला सके। किंतु मझौली जनपद क्षेत्र के मजदूर वर्ग परेशान है. लोग दो वक्त की रोटी के लिए मजबूर हो कर बाहर पलायन कर रहे हैं ग्राम पंचायत और इससे जुड़े अधिकारियों की मिलीभगत के चलते मनरेगा योजना कमाई का जरिया बन मनरेगा योजना घोटाले की भेंट चढ़ती नजर आ रही है. लेकिन इसके बावजूद अधिकारी कार्रवाई के नाम पर भ्रष्टाचार करने वालो को संरक्षण देने में लगे हुए हैं.

सरेआम नियमों की अनदेखी की जा रही है। मजदूरों की जगह मशीनें काम कर रही हैं और भुगतान मजदूरों के नाम पर किया जा रहा है। मनरेगा के तहत हो रहे इन कामों में मशीनें मजदूर बनकर काम कर रही है। फिर फर्जी मस्टर रोल जारी कर मजदूरी की राशि आहरित कर ली जाती है यह बात अलग है की मजदूरों को 100 से 200 रुपए नजराना देकर पैसा निकाल लिया जाता है। यह कारनामा पूरे मझौली जनपद क्षेत्र में हो रहा है।


बाहर पलायन कर रहे मजदूर 


मनरेगा योजना में काम रहने के बाबजूद मझौली जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले लगभग सभी पंचायतों में गरीब मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. इसलिए अपनी रोजी रोटी के लिए बाहर अन्य राज्यों में मजदूरों का पलायन निरंतर हो रहा है. जबकि, केंद्र सरकार ने मजदूरों की पलायन रोकने और एक वर्ष में 100 दिन रोजगार मुहैया करने को लेकर मनरेगा कानून बनाया था. लेकिन, इस कानून की धज्जियां जिम्मेदार अधिकारी सरपंच धज्जियां उड़ा रहे हैं 


मनरेगा में मजदूरों की जगह काम कर रही मशीनें


मझौली जनपद पंचायत क्षेत्र की अलग अलग ग्राम पंचायतों में हो रहे मनरेगा के काम में ऐसी ही स्थितियां हैं। जहां नियमों की अनदेखी की जा रही है। आए दिन किसी न किसी पंचायत की इस संबंध में खबरें छपती रहती हैं, बावजूद इसके जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती, सरेआम मशीन से काम करवाया जाता है।

पूरे मझौली क्षेत्र में यही हाल..

जिले के मझौली जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत आने लगभग सभी ग्राम पंचायतों में यही हाल है। जहां मजूदरी के नाम पर सरपंच की मिलीभगत से सचिव, जीआरएस मस्टर चला देते हैं और अवैध तौर पर मस्टर लगाकर राशि निकाल लेते हैं। जिसमें किसी प्रकार का ध्यान जिम्मेदार अधिकारी नहीं देते। इसी कारण अधिकतर ग्राम पंचायतों में काम मशीनों से ही किए जाते हैं। सारे नियमों को दरकिनार कर काम किया जा रहा है। विभाग के जिम्मेदारों से मिलीभगत कर यह गड़बड़ियां की जा रही हैं।

सुर्खियों में बना रहता है मनरेगा योजना 


मनरेगा योजना पूरे मझौली क्षेत्र में सुर्खियों में बना रहता है आए दिन अखबार के पन्नों में खबरें छपती रहती हैं जिम्मेदार रटी रटाई लाइन जांच कर कार्यवाही करेंगे कहकर भूल जाते हैं,इस खबर के माध्यम से जिम्मेदारों का फिर ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं की इस केंद्र और राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को गंभीरता से लें,ताकि गरीब और असहाय लोगों को अपने गांव ,पंचायत में रोजगार मिल सके।

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