IAS अधिकारी के बेशर्म बोल, मेरे बेटे को दान में मिले ब्राह्मण बेटी,तब खतम होगा आरक्षण, ब्राह्मणों में आक्रोश,सीधी के ब्राह्मणों में आक्रोश सौंपा ज्ञापन

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IAS अधिकारी के बेशर्म बोल, मेरे बेटे को दान में मिले ब्राह्मण बेटी,तब खतम होगा आरक्षण, ब्राह्मणों में आक्रोश,सीधी के ब्राह्मणों में आक्रोश सौंपा ज्ञापन



IAS अधिकारी के बेशर्म बोल, मेरे बेटे को दान में मिले ब्राह्मण बेटी,तब खतम होगा आरक्षण, ब्राह्मणों में आक्रोश


सीधी के ब्राह्मणों में आक्रोश सौंपा ज्ञापन


सीधी
 राजधानी भोपाल के अंबेडकर मैदान में रविवार को मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ यानि अजाक्स की साधारण सभा का आयोजन किया गया था. जिसमें वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा को अजाक्स का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, लेकिन अध्यक्ष बनते ही आईएएस वर्मा ब्राह्मणों की बेटियों को लेकर विवाद बयान देकर चर्चा में आ गए हैं. वहीं वर्मा के इस बयान का अन्य कर्मचारी संगठनों ने विरोध जताते हुए कार्रवाई की मांग की है.


 प्रमोशन के लिए जज के फर्जी साइन कर दस्तावेज बनाने पर जाना पड़ा था जेल 


वर्मा का विवादों से पुराना नाता रहा है. राज्य सेवा के अफसर वर्मा 2021 में जब आईएएस पद पर प्रमोट हुए थे, तब उन्हें जेल तक जाना पड़ा था. एक महिला ने वर्मा पर मारपीट, गाली-गलौज और धमकी का आरोप लगाया था. इसी मामले को लेकर वर्मा ने दो जाली दस्तावेज तैयार कराए. एक में लिखा गया कि उन्हें बरी कर दिया गया है. दूसरे में कहा कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है. मामले में जिन विशेष न्यायाधीश विजेंद्र रावत के नाम का इस्तेमाल हुआ था, उन्होंने शिकायत कर बताया कि उन्होंने कोई ऐसा आदेश नहीं दिया था. क्योंकि आदेश की तारीख वाले दिन वे छुट्टी पर थे.27 जून 2021 को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया.उन्हें निलंबित किया गया.आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467, 471 (फर्जी दस्तावेज) और 120 बी (साजिश) में केस दर्ज है. वर्तमान में एसीपी सेंट्रल कोतवाली विनोद दीक्षित जांच की जा रही है.


महिला ने दर्ज कराई शिकायतः


 2016 में एक महिला ने इंदौर के लसुड़िया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. उसका कहना था कि संतोष वर्मा ने शादी का वादा किया, लेकिन बाद में पता चला कि वे पहले से शादीशुदा हैं. यह बात उन्होंने छुपाई।


सीधी के ब्राह्मणों में दिखा आक्रोश सौंपा गया ज्ञापन,बहन-बेटियों का अपमान, दर्ज हो FIR दर्ज 

सीधी जिले में भी इस बेशर्म बोल के चलते आक्रोश देखा गया जिसके चलते आज ब्राह्मण समाज ने मुख्यमंत्री,गृह मंत्री,एवम पुलिस महानिदेशक के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि एससी. एसटी अधिकारी कर्मचारी संगठन के प्रांत अध्यक्ष/संतोष वर्मा द्वारा दिनांक 24/11/2025 को एक सार्वजनिक मंच से अपने भाषण के दौरान नफरत फैलाने, सामुदायिक द्वेष फैलाने एवं दंगा करने की कोशिश किए जाने के उद्देश्य से कहा है" कि जब तक मेरे बेटे को ब्राह्मण समुदाय की बहन बेटियां दान नहीं की जाती है" तो आरक्षण खत्म नहीं होगा इस कारण ऐसे शब्द सार्वजनिक मंच से सामाजिक सद्भाव बिगड़ने के उद्देश्य से कहे गए हैं ताकि दो समुदायों के मध्य देश में दंगा कराया जा सके अजाक्स संगठन के प्रांत अध्यक्ष द्वारा इस तरह की बयान से पूरे देश भर में ब्राह्मण समुदाय के भावनाएं आहत हुई है इस कारण से जब कोई अधिकारी संघ लोक सेवा आयोग का अधिकारी हो और ऐसी बयान बाजी कर रहा हो तो यह निश्चित तौर पर गंभीर अपराध की परिधि में है जिस पर एफआईआर किया जाना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा की प्रांत अध्यक्ष संतोष वर्मा के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया जाकर अपराधिक विवेचना शुरू की जाए ताकि मध्य प्रदेश में कोई भी व्यक्ति जातीय संगठन जातीय विद्रोह दंगा एवं बलवा न कर सके और मध्य प्रदेश में सामाजिक सद्भाव बना रहे क्योंकि संतोष वर्मा ने सोची समझी साजिश के तहत इस तरह का बयान बाजी किया है ताकि मध्य प्रदेश के बड़े समुदाय को लड़ाया जा सके और अगर ऐसा होगा तो तो प्रदेश दंगों में तब्दील हो जाएगा और अगर आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हुआ तो प्रदेश मे ब्राम्हण समुदाय बड़े आंदोलन हेतु बाध्य होगा. उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन में माध्यम से कहा की ऐसे बयानबाजी करने वाले संतोष वर्मा के विरुद्ध सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने, दंगा कराने की कोशिस किए जाने का आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जावे अन्यथा प्रदेश मे ब्राम्हण समुदाय बड़े आंदोलन हेतु बाध्य होगा जिस पर कानून व्यवस्था की जवाबदेही आपकी होगी।

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