चुनाव के दो खलनायक, एक महत्वाकांक्षी सिंधिया और दूसरा सत्तालोलुप शिवराज : अजय सिंह

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चुनाव के दो खलनायक, एक महत्वाकांक्षी सिंधिया और दूसरा सत्तालोलुप शिवराज : अजय सिंह



चुनाव के दो खलनायक, एक महत्वाकांक्षी सिंधिया और दूसरा सत्तालोलुप शिवराज : अजय सिंह

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लड़ाई जनता और गद्दारों के बीच है 


भोपाल । 
 पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि पूरे चुनाव के खलनायक यदि कोई हैं तो केवल दो हैं| एक महत्वाकांक्षा वाला वो सिंधिया और दूसरा शिवराज सिंह जो सत्ता के बिना नहीं रह सकता| दोनों की जोड़ी ऐसी बनी कि सब हैरान रह गए| साल 2018 के चुनाव में जो एक दूसरे को गाली दे रहे थे, वो अब साथ साथ हैं| जैसे जैसे शिवराज को आभास हुआ कि अब दोनों की जोड़ी काम नहीं आ रही है  तो कहा कि "सिंधिया तू अलग, मैं अलग| " कल तक सिंधिया सबको डराते थे कि मैं ग्वालियर- चंबल  का राजा हूँ| अब जनता बता देगी कि राजा कौन है| दस तारीख को जब नतीजे निकलेंगे तो अंचल की 16 में से एक भी सीट में भाजपा का खाता नहीं खुलने वाला| 
अजयसिंह आज कमलनाथ के साथ बड़ा मलहरा और मुंगावली में कांग्रेस प्रत्याशी रामसिया भारती और कन्हई राम लोधी के पक्ष में भीड़ भरी जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे| उन्होंने कहा कि यह चुनाव जनता और गद्दारों के बीच है| कांग्रेस और भाजपा के बीच नहीं,बल्कि टिकाऊ और बिकाऊ के बीच है| वो मुन्ना प्रद्युम्न, 15 महीने में आपके वोट बेचकर चला गया| किसी को पता नहीं कि कमलनाथ उसे कहाँ से लाये थे| राहुलसिंह लोधी जो तीन दिन पहले मेरे साथ सभाओं में बड़ी बड़ी बातें कर  रहा था, 50 से ज्यादा में बिका| मेरी नाम राशि को कलंकित किया| मेरे बड़े भाई से जब लोगों ने पूछा कि क्या राहुल सिंह भाजपा में चले गए? तब उन्होंने कहा कि "मर जायेगा, लेकिन भाजपा में कभी नहीं जायेगा क्योंकि वह अर्जुनसिंह का बेटा है|" पच्चीस से ज्यादा लोग चले गए, जाने दो कोई फर्क नहीं पड़ता| 
अजयसिंह ने पूछा कि कितने लोग खरीदोगे शिवराज? कहा कि सत्ता की इतनी भूख मैंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी नहीं देखी| विधायकों को खरीदने के लिए शिवराज  के पास इतना पैसा कहाँ से आ रहा है? उन्होंने रेत में लूटा, व्यापम में लूटा, सिंहस्थ में भगवान का पैसा खा गए, ई टेंडर में घपला किया और अभी सात महीने की लूट जमा कर ली| जब वे बड़ा मलहरा आकर देखेंगे कि अब दाल नहीं गलने वाली तो यहाँ भी नोटों का झोला पटक जाएँगे और कहेंगे कि "पैसा बांटो और वोट खरीद लो|" आप विधायक चुनते हो अपना कीमती वोट देकर और शिवराज विधायक खरीद लेते हैं| मैं कहता हूँ अपनी नहीं तो कम से कम लोगों के वोटों की लाज तो रखो| शिवराज ने मध्यप्रदेश का नाम कलंकित कर दिया| 
सिंह ने कहा कि सुना है कल यहाँ साध्वी (उमा भारती) आयी थीं| वे 15 साल बाद बड़ा मलहरा आयी थीं| वे कोई मन से नहीं आयीं, उन्होंने तो केवल औपचारिकता पूरी की है| नरेंद्र मोदी ने कहा होगा, जाओ तो चली आयीं| ऐसा नहीं होता तो इतने दिनों तक हरिद्वार में बीमार न रहतीं| वे शायद भूल गईं कि उनके हैलीकाप्टर में पथराव किसने करवाया था| उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया कि कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम आपके बीच से उभर कर आए हैं इसलिए कांग्रेस ने उन्हें आपकी सेवा का मौका दिया है|  मशीन में वोट डालने से पहले आँख बंद करके अपने आराध्य देव से पूछना कि वोट कहाँ डालूँ, तो अन्तर्मन से आवाज आएगी कि  धीरे से पंजे वाली बटन दबा के चले जाओ| 
अजयसिंह ने कहा कि सिंधिया जी से बहुत बड़ी भूल हुई है| कांग्रेस ने उन्हें सब कुछ दिया| सोनिया जी ने मुझसे कहा था, वे मुख्यमंत्री भी बनना चाहते हैं| कांग्रेस अध्यक्ष भी बनना चाहते हैं और राज्यसभा में भी जाना चाहते हैं| आखिर ज्योतिरादित्य क्या चाहते हैं| मैं निरुत्तर  था| सिंह ने कहा कि अभी तो सिंधिया सिर्फ भाजपा के पोस्टर से गायब हुये हैं,आगे क्या होने वाला है, वे खुद समझ गए होंगे| पहले अपने को टाइगर कहते थे, फिर काला कौआ कहने लगे| चुनाव के बाद क्या बनेंगे यह तो बाद में पता चलेगा| कमलनाथ को पहली बार मध्यप्रदेश की राजनीति करने का मौका मिला| पहली बार मध्यप्रदेश का भविष्य बनाने का मौका मिला| वे असाधारण प्रतिभा वाले व्यक्ति हैं| लेकिन क्या हुआ? जयचंदों और गद्दारों की वजह से विकसित मध्यप्रदेश का सपना टूट गया| अब हमें यह सपना पूरा करना है|

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