ऑक्सीजन, दवा और बेड की कालाबाजारी के चलते विन्ध्य में हर रोज हो रहीं हैं सैकड़ों मौतें- अजय सिंह

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

ऑक्सीजन, दवा और बेड की कालाबाजारी के चलते विन्ध्य में हर रोज हो रहीं हैं सैकड़ों मौतें- अजय सिंह



ऑक्सीजन, दवा और बेड की कालाबाजारी के चलते 
विन्ध्य में हर रोज हो रहीं हैं सैकड़ों मौतें- अजय सिंह 


सीधी
मप्र विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने विन्ध्य में करोना से हर रोज हो रहीं सैकड़ों मौतों पर दुख जताते हुए कहा है कि सरकार का सिस्टम पूरी तरह से फेल हो चुका है और लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है | श्री अजय सिंह ने कहा कि तड़प तड़प कर लोगों की सांसे टूट रहीं हैं और सत्ता में बैठे लोग मौतों का तमाशा देख रहे हैं |
अजय सिंह ने सतना और रीवा में ऑक्सीजन सिलेंडर का जखीरा बरामद होने की घटना का हवाला देते हुए कहा की यह सीधी सिंगरौली सहित प्रदेश के हर जिले में हो रहा है | 600 का सिलेंडर 30 से 35 हजार मे बेंचा जा रहा है, लोग अपने परिजनों की जान बचाने के लिए गहने जेवर तक गिरवी रख रहे हैं | श्री अजय सिंह ने कहा कि इससे बड़ी शर्मनाक बात और क्या हो सकती है कि सरकारी अस्पतालों में बेड दिलाने के लिए सौदेबाजी की जा रही है | श्री अजय सिंह ने साफ कहा कि ऑक्सीजन, दवा और बेड की कालाबाजारी बिना सियासी संरक्षण के सम्भव नही है | श्री अजय सिंह ने सतना जिले के मैहर में प्रदेश सरकार के मंत्री रामखेलावन पटेल के सामने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के खुलासे के हवाला देते हुए कहा कि मौत के इन सौदागरों को सत्ताधारी दल के नेताओं का संरक्षण हासिल है |
अजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कालाबाजारियों को सियासी संरक्षण हासिल नही है तो मंत्री के सामने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नही की गयी | उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि ऑक्सीजन की कालाबाजारी और सांसों का सौदा करने वाले व्यक्ति को जेल में डालने की बजाय उसके पेपर मांगे जा रहे हैं | सिंह ने कहा कि आपदा में अवसर तलाशने वालों को किसी भी सूरत में नही छोड़ा जाना चाहिए | उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से विन्ध्य की स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा करने एवं उसे दुरस्त करने की मांग करते हुए कहा कि अगर अभी भी ध्यान न दिया गया तो  आने वाले समय में स्थिति और भी भयावह व विकराल हो जाएगी |

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ