ब्लैकफंगस: जानिए शरीर के किस हिस्से को ब्लैक फंगस पहुंचा रहा नुकसान

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ब्लैकफंगस: जानिए शरीर के किस हिस्से को ब्लैक फंगस पहुंचा रहा नुकसान



ब्लैकफंगस: जानिए शरीर के किस हिस्से को ब्लैक फंगस पहुंचा रहा नुकसान



अभी कोरोना वायरस से देश उबरा नहीं था दूसरी लहर से देश बेकाबू हो गया था, लेकिन अब तो कुछ राहत मिली है लेकिन अब ब्लैक फंगस के केस सामने आ रहे हैं। जो कि चिंताजनक है, अभी म्यूकोरमायकोसिस मरीजों के नाक, आंख और मस्तिष्क में फैल रहा है। लेकिन अब नए मामले सामने आ रहे हैं, जो बेहद ही चिंताजनक है। दो मरीजों की छोटी आंत में फंगस का पता चलता है। सर गंगाराम हॉस्पिटल के डॉक्टर उशास्त धीर ने कहा कि छोटी आंत में ब्लैक फंगस पाए जाने के पहले केस हैं। ब्लैक फंगस में आंखों का लाल होना, नाक व गले में सूजन और सिर दर्द जैसे लक्षण होते हैं। लेकिन इस रोगियों के पेट में दर्द हो रहा था। डॉ. धीर ने कहा, ' दिल्ली निवासी 56 वर्षीय कुमार उनकी पत्नी और परिवार के तीन अन्य सदस्यों कोरोना संक्रमित थे। साथ ही उनको डायबिटीज भी थी।

इनमें से पत्नी और तीनों लोगों की जान चली गई। जब वह पत्नी का अंतिम संस्कार कर रहे थे तो उनके पेट में दर्द था। डॉक्टर ने बताया कि मरीज ने पेट दर्द को गैस और एसिडिटी का दर्द मानकर खुद दवा ली। तीन दिन तक कोई आराम न मिलने पर वह गंगाराम अस्पताल पहुंचे। हॉस्पिटल पहुंचने पर उनका सीटी स्कैन हुआ। जिसमें पता चला कि उनकी छोटी आंत के पहले भाग छेद हो गया है। उस पर म्यूकोरमायकोसिस का असर था।

धीर ने कहा कि गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर लिया गया। ऑपरेशन में छोटी आंत के पहले भाग के ब्लैक फंगस को निकाल गया। मरीज का एंटीफंगल इलाज शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, 'मरीज की हालत काफी स्थिर है।' डॉक्टर उशास्त धीर आगे बताया कि ब्लैक फंगस से फेफड़े प्रभावित होते हैं। लेकिन छोटी आंत में यह पाया जाना दुर्लभ केस है। ऐसे में जरूरी नहीं की म्यूकोरमायकोसिस होने पर कोविड और डायबिटीज पीड़ित को स्टेरायड दिया जाएं। अब पेट दर्द की शिकायत पर सीटी स्कैन कराना बेहद जरूरी है।

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