मध्यप्रदेश:अधिक से अधिक कोरोना टेस्टिंग,किल-कोरोना अभियान जारी रहे:- शिवराज सिंह,कोरोना कर्फ्यू एवं तीसरी लहर को लेकर कही बड़ी बात

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मध्यप्रदेश:अधिक से अधिक कोरोना टेस्टिंग,किल-कोरोना अभियान जारी रहे:- शिवराज सिंह,कोरोना कर्फ्यू एवं तीसरी लहर को लेकर कही बड़ी बात



मध्यप्रदेश:अधिक से अधिक कोरोना टेस्टिंग,किल-कोरोना अभियान जारी रहे:- शिवराज सिंह,कोरोना कर्फ्यू एवं तीसरी लहर को लेकर कही बड़ी बात
 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह  ने कहा है कि कोविड-19 की रोकथाम और बचाव के लिये कोविड प्रबंधन रणनीति कामयाब होती जा रही है। इसमें जन-सहभागिता की महती भूमिका है। कोरोना संक्रमण लगातार कम होता जा रहा है। जो भी गाँव और ग्राम पंचायत कोरोना संक्रमण से पूर्णतया मुक्त हो जाये, उसकी विधिवत गर्व के साथ कोरोना मुक्त होने की घोषणा जन-प्रतिनिधि या क्राइसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य करें। अच्छा कार्य करने वाली आपदा प्रबंधन कमेटियों को 15 अगस्त को पुरस्कृत किया जाये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में कोरोना नियंत्रण के लिये कोर ग्रुप की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में मंत्री, अधिकारी और अन्य संबंधित उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सांसद, विधायक, जन-प्रतिनिधि, कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये ग्रामीणों में जागरूकता के लिये अपील करें। उन्हें प्रेरित किया जाये कि ऐसा प्रयास हो कि गाँव में कोई भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं रहे। ग्रामीण पूरी सतर्कता के साथ सावधानी बरतें।

टेस्टिंग कम नहीं हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिये अधिक से अधिक टेस्टिंग की जाये। कोरोना प्रकरण में भारी कमी आयी है। इसे पूरी तरह समाप्त करने के लिये कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करें ताकि सभी कोरोना संक्रमित मरीज चिन्हित किये जा सकें।

किल-कोरोना अभियान जारी रहे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल-कोरोना अभियान चलता रहे। किल-कोरोना-4 शुरू किया जाये ताकि कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान होती रहे तथा उन्हें उचित उपचार दिया जा सके।

कोरोना संक्रमितों को कोविड केयर सेन्टर में आइसोलेट करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमित एक्टिव मरीजों की संख्या में भारी कमी आयी है। यह अच्छा संकेत है। इस स्थिति में कोविड केयर सेंटर के आइसोलेशन बेड रिक्त है। अत: अब संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेट करने के स्थान पर उन्हें कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किया जाये तथा दवा-भोजन आदि की बेहतर सुविधा दी जायें। इससे होम आइसोलेशन के दौरान घर के अन्य सदस्यों को होने वाले संक्रमण पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकेगा।

कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 31 मई तक कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया जाये ताकि 31 मई तक 0 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर को हासिल किया जा सकें। उन्होंने कहा कि नागरिक उचित व्यवहार उपयोग कर कोरोना संक्रमण से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना अभी रहेगा और दुनिया की गतिविधियाँ भी चलती रहेगी। सावधानी रखी जाये। माइक्रो कन्टेनमेन्ट जोन बनाये जाये। वार्ड स्तर पर संक्रमण को रोका जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू को धीरे-धीरे हटाने की दिशा में रणनीति बनायी जा रही है।

तीसरी लहर आने ही नहीं दें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा पूरा प्रयास होगा कि कोरोना की तीसरी लहर आने ही नहीं दी जाये। फिर भी वैज्ञानिकों की चेतावनी को ध्यान में रखकर सभी आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था तथा बचाव के उपायों की अग्रिम तैयारी की जा रही है।

ब्लेक फंगस के उपचार की व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लेक फंगस के इलाज के लिये सभी जरूरी चिकित्सा उपाय किये गये हैं। इंजेक्शन एवं टेबलेट उपलब्ध हैं। उन्होंने रतलाम में ब्लेक फंगस के उपचार के लिये एक वार्ड शुरू करने के निर्देश दिये।

देवास, उज्जैन, रतलाम और मंदसौर की समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने देवास, उज्जैन, रतलाम और मंदसौर जिलों की विशेष समीक्षा की। इन जिलों में जन-समुदाय के सक्रिय सहयोग से कोरोना संक्रमण की दर में काफी कमी आयी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसे 0 प्रतिशत तक ले जाने के लिये कहा।

पोस्ट कोविड केयर करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो कोरोना मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। उनकी पोस्ट कोविड केयर की जाये। कोविड कमाण्ड सेन्टर से लगातार मॉनीटरिंग की जाये। फोन से स्वास्थ्यगत दिक्कत पूछी जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लेक फंगस को प्रारंभिक अवस्था में रोकने का पूरा प्रयास किया जाये।

बैठक में आक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, आइसोलेशन बेड तथा उपचार की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गयी।

3.9 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर

बैठक में बताया कि प्रदेश की आज की पॉजिटिविटी दर 3.9 प्रतिशत है। प्रदेश के सभी जिलों में 10 प्रतिशत में कम पॉजिटिविटी दर है। इन्दौर की पॉजिटिविटी दर 8.1 प्रतिशत तथा भोपाल की पॉजिटिविटी दर 7.6 प्रतिशत रही।

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