मध्यप्रदेश:महिला एस आई से तीन युवकों ने की छेड़छाड़ और मारपीट, वीडियो बनाकर किया वायरल, जानिए पूरा मामला

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मध्यप्रदेश:महिला एस आई से तीन युवकों ने की छेड़छाड़ और मारपीट, वीडियो बनाकर किया वायरल, जानिए पूरा मामला



मध्यप्रदेश:महिला एस आई से तीन युवकों ने की छेड़छाड़ और मारपीट, वीडियो बनाकर किया वायरल, जानिए पूरा मामला


 शुक्रवार रात को एक महिला एसआइ के साथ तीन युवकों ने छेड़छाड़ कर मारपीट कर दी। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल हो गया। 
मामला उज्जैन के बिक्रम नगर रेलवे स्टेशन के माधवनगर थाना का है, जहां तीन युवकों ने एक एस आई महिला के साथ अश्लील कमेंट कर छेड़छाड़ किये और उसके साथ मारपीट भी की। इस घटना पर माधवनगर  पुलिस ने तीन आरोपितों के खिलाफ छेड़छाड़ व मारपीट का केस दर्ज किया है। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर कर लिया है। मामले में एक आरोपित अब भी फरार है। महिला एसआइ इंदौर जिले में पदस्थ है। तबीयत खराब होने पर उसने अपने थाने में पदस्थ एक आरक्षक से दवा मंगवाई थी, जिससे वह दवा ले रही थी। उसी दौरान युवकों ने अश्लील कमेंट किए थे। जिस पर विवाद हो गया।

एसआइ मनीष लोधा ने बताया कि इंदौर जिले के एक थाने में पदस्थ महिला एसआइ उज्जैन के विक्रम नगर क्षेत्र में रहती है।


तबीयत खराब होने पर उसने अपने थाने में पदस्थ एक आरक्षक से दवा मंगवाई थी। इस पर आरक्षक दवा देने के लिए शुक्रवार रात को उज्जैन आया था। एसआइ दवा लेकर बात कर रही थी उसी दौरान एक दोपहिया वाहन पर तीन युवक वहां से गुजर रहे थे।

युवकों ने महिला एसआइ को देखकर अश्लील कमेंट करना शुरू कर दिए। इस पर महिला एसआइ व आरक्षक ने तीनों को रोका तो युवकों ने मारपीट करना शुरू कर दी। मामले में माधवनगर पुलिस को सूचना मिलने पर टीम मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने मौके दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़ाए आरोपितों ने अपने नाम दीपक पुत्र पुरुषोत्तम पड़ियार निवासी शंकरपुरा पंवासा व प्रदीप पुत्र ज्ञानसिंह पाल निवासी रामी नगर बताए। फरार साथी का नाम मयंक पुत्र विष्णु भदेरा निवासी रामी नगर बताया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ छेड़छाड़ की धारा 354 व मारपीट की धारा 323 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस फरार आरोपित की तलाश में जुटी है।

मारपीट का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल

मारपीट के दौरान आरोपित युवकों ने ही फोन कर अपने साथियों को मौके पर बुला लिया। इस दौरान आरोपितों ने ही महिला एसआइ का वीडियो बना लिया और उसे वायरल कर दिया। पुलिस ने जब दो आरोपितों को गिरफ्तार किया तो आरोपितों ने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए प्रभावशाली लोगों के फोन भी पुलिस को लगवाए और केस नहीं दर्ज ना करने के लिए दबाव बनाया। हालांकि इसके बाद भी पुलिस ने देर रात को केस दर्ज कर लिया।

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