पहले किया लाखों रुपये का गबन और अब प्राचार्य को जान से मारने की धमकी

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पहले किया लाखों रुपये का गबन और अब प्राचार्य को जान से मारने की धमकी



पहले किया लाखों रुपये का गबन और अब प्राचार्य को जान से मारने की धमकी


 ब्योहारी में स्वामी विवेकानंद बाल कल्याण समिति का मामला


सुधांशु द्विवेदी, भोपाल।
 मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के ब्योहारी नगर में संचालित स्वामी विवेकानंद बाल कल्याण समिति में लाखों रुपये के गबन के साथ असामाजिक तत्वों द्वारा स्कूल के प्राचार्य को जान से मारने की धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। स्कूल में हुई इस आर्थिक गफलत का मामला पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है तथा मामले की शिकायत ब्योहारी थाने एवं एसपी शहडोल से किये जाने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं किये जाने के कारण ही अब असामाजिक तत्वों ने स्कूल के प्राचार्य से अभद्रता और जान से मारने की धमकी देने का दुस्साहस कर डाला। ऐसे में अब मामला आईजी शहडोल रेंज जी जनार्दन के संज्ञान में आ गया है तथा आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की प्रबल संभावना है। 
बताया गया है कि स्वामी विवेकानंद बाल कल्याण समिति में 25/2/21 तक बीस सदस्य थे। जिसमें दो तिहाई सदस्य मिलाकर नवीन कार्यकारिणी का गठन करते हुए उक्त समिति से रामेश्वर प्रसाद गुप्ता और उसके पुत्र अखिलेश गुप्ता को निष्कासित कर दिया गया तथा उक्त कार्यकारिणी का अनुमोदन सहायक पंजीयक रीवा द्वारा करते हुए रामेश्वर एवं अखिलेश की प्राथमिक सदस्यता खत्म कर दी गई। चूंकि रामेश्वर और अखिलेश द्वारा इस कार्यकारिणी में पहले से ही संदिग्ध आर्थिक भूमिका निभाई जा रही थी। उक्त दोनों पर 15 लाख रुपये से अधिक की राशि के गबन का आरोप था। इसलिये इस संदर्भ में ब्योहारी न्यायालय में प्रकरण संसावित कराया गया। जिस पर रामेश्वर एवं अखिलेश द्वारा उक्त राशि में से 8 लाख से ज्यादा की राशि न्यायालय में जमा कराई गई। इस बीच स्वयं पर शिकंजा कसते हुए देखकर रामेश्वर एवं अखिलेश द्वारा नर्ई चाल चलते हुए रामसुमिरन चतुर्वेदी, ओमप्रकाश सोनी और ज्ञानचंद गुप्ता को अवैध रूप से कमेटी का सदस्य बनाकर सूची फार्म एवं सोसाइटी सहायक पंजीयक रीवा के यहां प्रस्तुत की गई जिसका अवैध तरीके से अनुमोदन भी कर दिया गया। यहां सवाल यह उठता है कि जब गंभीर आर्थिक गफलत के कारण रामेश्वर और अखिलेश को पहले ही कार्यकारिणी से निष्कासित किया जा चुका है तो फिर वह अपने स्तर पर कार्यकारिणी का गठन कैसे कर सकते हैं? 
उधर बौखलाहट में रामेश्वर एवं अखिलेश द्वारा स्कूल के प्राचार्य शेषमन यादव को धमकाकर उनका वीडियो बनाते हुए जान से खत्म करने की धमकी दिये जाने से मामला और अधिक गंभीर हो गया है। इस स्कूल के शुभचिंतकों तथा ब्योहारी के सभ्य- संभ्रांत लोगों ने प्राचार्य को धमकाने वाले रामेश्वर और अखिलेश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

 
इनका कहना है- 

विद्यालय शिक्षा का मंदिर हैं, जहां बच्चों का भविष्य पलता है। आरोपियों द्वारा लाखों रुपये के आर्थिक गबन के साथ प्राचार्य को धमकी देने का मामला गंभीर है। इस मामले के आरोपी और पूरे प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले हरगिज नहीं बख्शे जाएंगे। उनकी गिरफ्तारी के साथ कड़ी कार्रवाई होगी। 

जी. जनार्दन 
आईजी शहडोल रेंज

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