विरुपाक्ष मंदिर जहाँ दक्षिण की ओर झुका है शिवलिंग,इस मंदिर में रावण से जुड़ी है कहानी

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

विरुपाक्ष मंदिर जहाँ दक्षिण की ओर झुका है शिवलिंग,इस मंदिर में रावण से जुड़ी है कहानी



विरुपाक्ष मंदिर जहाँ दक्षिण की ओर झुका है शिवलिंग,इस मंदिर में रावण से जुड़ी है कहानी




Virupaksha Shiva Temple: अगर आप धार्मिक यात्रा करना चाहते हैं, तो विरुपाक्ष मंदिर के दर्शन कर सकते हैं. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यहां की कहानी रावण से जुड़ी हुई है.


विरुपाक्ष मंदिर कर्नाटक के हम्पी में मौजूद है. यह यहां के प्रसिद्ध मंदिरों में शामिल है. मंदिर बेल्लारी जिले में बेंगलुरु से करीब 353 किमी की दूर पर है. ऐसी भी मान्यता है कि हम्पी रामायण काल का किष्किंधा है. मंदिर में भगवान शिव के विरुपाक्ष रूप की पूजा होती है. भगवान शिव का यह मंदिर द्रविड़ स्थापत्य शैली में निर्मित है. इस प्राचीन मंदिर की कहानी रावण से जुड़ी हुई है जो परम शिवभक्त था.  
दक्षिण की ओर झुका हुआ है मंदिर में स्थापित शिवलिंग

इस मंदिर में विराजित शिवलिंग दक्षिण की ओर झुका हुआ है. ऐसी मान्यता है कि जब भगवान शिव ने आशीर्वाद के रूप में रावण को एक दिव्य शिवलिंग दिया तो यह शर्त भी रखी कि वो जहां शिवलिंग रख देगा वहीं स्थापित हो जाएगा. रावण जब शिवजी के दिए हुए इस शिवलिंग को लेकर लंका जा रहा था, तो रास्ते में उसने एक जगह लघुशंका के लिए इस शिवलिंग को एक बूढ़े व्यक्ति को थमा दिया. जिसने इस शिवलिंग को जमीन पर रख दिया और उसके बाद रावण इसे हिला तक नहीं पाया और यहां बाद में भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर बना. मंदिर भगवान विरुपाक्ष और उनकी पत्नी देवी पंपा को समर्पित है. विरुपाक्ष, शिव का ही एक रूप माना जाता है, जिसकी यहां पूजा होती है. इस मंदिर का निर्माण 7वीं शताब्दी में हुआ था.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ