राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को मिली ऊर्जा-सुधांशु द्विवेदी- वरिष्ठ पत्रकार

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राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को मिली ऊर्जा-सुधांशु द्विवेदी- वरिष्ठ पत्रकार


राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को मिली ऊर्जा-सुधांशु द्विवेदी- वरिष्ठ पत्रकार


 भोपाल/ नई दिल्ली। देश में उत्कृष्ट कोटि की राजनीतिक कार्य संस्कृति विकसित करने एवं सामाजिक सद्भाव को मजबूत बनाने के महत्वपूर्ण उद्देश्य से भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी इस सफल भारत जोड़ो यात्रा से देश में एक नया इतिहास रचा दिया है। देश में वर्ष 2014 के बाद लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के केन्द्र की सत्ता में आने के साथ कई राज्यों के विधानसभा चुनाव भी हुए। इन चुनावों में से कई में कांग्रेस का परफार्मेंश अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहा तो कई राज्यों में कांग्रेस या तो अपने बल बूते या समान विचारधारा वाली राजनीतिक पार्टियों की मदद से चुनाव समर में अपनी जीत का झंडा बुलंद करने में कामयाब रही है। अभी हाल ही में गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। इन दोनों उल्लेखित राज्यों के विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कुछ दिनों पूर्व ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। तब कांग्रेस पार्टी के विपक्षियों द्वारा यह प्रचारित किया गया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य गुजरात एवं हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिये माहौल तैयार करना है। उधर राहुल गांधी एक दृढ़ निश्चयी तपस्वी की तरह भारत जोड़ो यात्रा रूपी अपनी इस भारत जोड़ो यात्रा में संलग्न रहे तथा अब गुजरात एवं हिमाचल का विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अगर चुनावी-राजनीतिक दृष्टि से भी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस के लिये फायदे/ नुकसान का आकलन किया जाये तो हिमाचल में कांग्रेस की प्रचंड जीत के रूप में राहुल गांधी के इस राजनीतिक पराक्रम का नतीजा स्पष्ट रूप से सभी को दिखाइ दे रहा है तो वहीं अगर भारत जोड़ो यात्रा के सामाजिक प्रभाव की बात करें तो रइस यात्रा से निश्चित तौर पर देश का सामाजिक ताना- बाना मजबूत हुआ है।  अपनी भारत जोड़ो यात्रा के तहत राहुल गांधी जिस राज्य में गये, उस राज्य के जनमानस में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर न सिर्फ व्यापक उत्साह नजर आया बल्कि इस दौरान राहुल गांधी इस दौरान जमीनी स्तर पर जनहितैषी मुद्दों- समस्याओं से भी रूबरू हुए। देश में मौजूदा समय में विडंबना यही है कि कतिपय राजनीतिक दलों एवं उनके नेताओं द्वारा लोकतांत्रिक सरोकारों के विपरीत काम करते हुए जनहितों- समस्याओं पर कारगर एवं परिणामदायक ढंग से ध्यान देकर मुद्दों के समाधान एवं समस्याओं को सुलझाने के बजाय राजनीति को स्वयं के लिये फायदे के अवसर के रूप में उपयोग किया जा रहा है। देश में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, राजनीतिक- नैतिक अवमूल्यन की जो परिस्थितियां मौजूद समय में निर्मित हो रही हैं, ऐसा पिछले 50 साल में भी नहीं हुआ होगा। लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत काम करके जनहितों पर कुठाराघात करने वाले ऐसे ही कतिपय नेताओं को नसीहत देने के लिये ही राहुल गांधी यह भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं तथा वह अपने उद्देश्य में न सिर्फ पूरी तरह सफल रहे हैं अपितु इस यात्रा से कांग्रेस पार्टी को ऊर्जा मिलने के साथ ही पार्टी की राजनीतिक व सामाजिक साख मजबूत हुई है। इन दिनों राहुल गांधी की टी शर्ट की बहुत चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि इस भीषण ठंड में भी राहुल गांधी सिर्फ टी शर्ट पहनकर यात्रा निकाल रहे हैं तो इसे भी राहुल गांधी के उत्कृष्ट व्यक्तित्व एवं दृढ़ इच्छाशक्ति का ही पर्याय माना जा सकता है तथा राहुल गांधी नियम, संयम, उच्च कोटि के संस्कारों एवं चारित्रिक पहलुओं से परिपूर्ण रहकर देश के राजनीतिक क्षितिज में एक ऐसे करिश्माई व्यक्तित्व के तौर पर स्थापित हुए हैं, जो अपने जज्बे और जुनून की बदौलत प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अपना हर उददेश्य पूरा कर सकते हैं। तथा राहुल गांधी की इस पदयात्रा की ऐतिहासिक कामयाबी ही इन सभी सवालों को जवाब है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का फिलहाल 9 दिन का विराम है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आगामी दिनों में दिल्ली से प्रस्थान कर श्रीनगर पहुंचेगी तथा कन्याकुमारी से शुरू हुई राहुल गांधी की इस पदयात्रा की कश्मीर में पूर्णता होगी। तब राहुल गांधी की इस ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा से राष्ट्र की भी निश्चित तौर पर पूर्णता होगी अर्थात् राष्ट्रीयत्व एवं देश की एकता- अखंडता की दृष्टि से भी यह भारत जोड़ो यात्रा देश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होगी तथा इस यात्रा के सत्परिणाम स्वरूप देश में राजनीतिक उत्कृष्टता का स्वर्णिम दौर शुरू होगा, ऐसी उम्मीद जताई जा सकती है क्यों कि भारत जोड़ो यात्रा से ऊर्जित एवं उत्साहित हुए कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता नये शुभ संकल्प के साथ कांग्रेस पार्टी के राजनीतिक हितों को पूरा करने की दिशा में सक्रिय होने के साथ ही जनहितों एवं जनापेक्षाओं की पूरा करने की दिशा में अपने पूर्ण मनोयोग एवं संकल्प के साथ अपनी ऊर्जा का सदुपयोग करेंगे। वर्ष 2023 में करीब 10 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, माना जा रहा है कि इन राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस के लिये राजनीतिक परस्थितियां एवं परिणाम फायदेमंद रहेंगे तथा हिमाचल की तर्ज पर इन राज्यों में भी कांग्रेस की जीत का परचम फहरायेगा।

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