उप स्वास्थ्य केंद्रों पर लटकता रहा ताला, स्वास्थकर्मियो की लापरवाही के चलते लोगों को नहीं मिल रहा इलाज

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उप स्वास्थ्य केंद्रों पर लटकता रहा ताला, स्वास्थकर्मियो की लापरवाही के चलते लोगों को नहीं मिल रहा इलाज



उप स्वास्थ्य केंद्रों पर लटकता रहा ताला, स्वास्थकर्मियो की लापरवाही के चलते लोगों को नहीं मिल रहा इलाज



मनमानी पूर्वक उप स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन, जिम्मेदारों का बेतुका बयान।

रवि शुक्ला, मझौली।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए उपस्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किए हैं। इसके बावजूद भी इनका संचालन ठीक से नहीं हो पा रहा है, शासन-प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था सुधार के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है वहीं बजट के रूप में भारी-भरकम राशि खपाई जा रही हो परंतु विभागों में तैनात अधिकारी कर्मचारी पूरी तरह से शासन के मनसा पर पानी फेर रखे हैं। एक ओर जहां उपलब्ध राशि कमीशन खोरी की भेंट चढ़ रही है तो वही लोगों की मूलभूत आवश्यकता स्वास्थ्य व शिक्षा भी बेपटरी हो चुकी है।
आज प्रदेश के महामहिम राज्यपाल का जिले में भ्रमण है फिर भी अधिकारी कर्मचारी निर्भीकता पूर्वक सेंटरों में ताला लटकाकर नदारद रहे।

इन उप स्वास्थ्य केंद्रों में लटकता रहा ताला:

 जब मीडिया द्वारा 28 फरवरी 2023 को मझौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत संचालित उप स्वास्थ्य केंद्र गिजवार, सिलवार, जोबा, चुवाही पहुंच जायजा लिया गया जहां गिजवार एवं चुवाही में ताला लटका रहा.

केस नंबर..1
गिजवार में लोगों द्वारा बताया गया कि यह उपस्वस्थ केंद्र कभी कभी खुलता है।

 
केस नंबर:2


आशा कार्यकर्ता के भरोसे सिलवार उपस्वास्थ केंद्र:

  सिलवार के उप स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद आशा कार्यकर्ता द्वारा बताया गया कि मैडम आज से 2 दिन पूर्व छुट्टी में गई हुई है होली के बाद आने को बोली है,हमें बोली थी सेंटर खोल देना जो कोई भी आएगा बता देना की होली के बाद मैडम आएंगी।

वहीं मीडिया टीम द्वारा जब जोबा उपस्वास्थ केंद्र पहुंची तो वहां सी एच ओ द्वारा सेंटर खोल कर अपनी सेवा में लगे मिले।
केस नंबर..3
 चुवाही में नए भवन का निर्माण कार्य हो रहा था जहां लगे मजदूर द्वारा बताया गया कि एक कोई पुरुष आए थे मैडम नहीं है। 

बीएमओ का बेतुका बयान:


इस संबंध में जब बीएमओ पीएल सागर से बात की गई तो बेतुका बयान देते हुए कहा गया कि आप परेशान मत होइए हम समझाएंगे। जबकि लोगों की मूलभूत आवश्यकता शिक्षा और स्वास्थ्य की यह व्यवस्था है तो अन्य की क्या हालत होगी।

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