MP News:सडक़ हादसे में घायल महिला की इलाज के अभाव में हुई मौत,एडीजीपी,कमिश्नर, कलेक्टर,एसपी तक पहुंचा मामला

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MP News:सडक़ हादसे में घायल महिला की इलाज के अभाव में हुई मौत,एडीजीपी,कमिश्नर, कलेक्टर,एसपी तक पहुंचा मामला



MP News:सडक़ हादसे में घायल महिला की इलाज के अभाव में हुई मौत,एडीजीपी,कमिश्नर, कलेक्टर,एसपी तक पहुंचा मामला


घायल महिला को चिकित्सा सुविधा देने एवं उसका उपचार करने के बजाय तमाशबीन बना रहा मानपुर अस्पताल का स्टाफ


सुधांशु द्विवेदी,भोपाल। 
प्रदेश के उमरिया जिले के ताला- मानपुर मार्ग में सडक़ दुर्घटना में घायल सरला नाम की महिला की प्रभावी चिकित्सा सुविधा एवं इलाज के अभाव में गत दिवस मौत हो गई। सरला शहडोल जिले के ब्योहारी के मुदरिया स्थित अपने मायके में पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होकर उमरिया जिले के ताला- मानपुर रोड से अपने निजी वाहन से अपनी ससुराल जबलपुर जा रही थी। जहां गंभीर सडक़ दुर्घटना होने पर सरला को घायल अवस्था में उमरिया जिले के मानपुर अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सा सुविधा के घोर अभाव, चिकित्सकों की लापरवाही- संवेदनहीनता और अस्पताल के अन्य स्टाफ की निकृष्टता एवं नकारेपन के चलते सरला को समय पर स्ट्रेचर, एंबुलेंस तक नहीं दी गई तथा वह घायल अवस्था में घंटों तड़पती रही। अंत में जबलपुर ले जाते समय कटनी के आसपास उसकी मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि सरला मुदरिया एवं ब्योहारी क्षेत्र के प्रतिष्ठित समाजसेवी स्व. रामावतार उपाध्याय की बेटी थीं तथा रामावतार उपाध्याय कुछ दशक पहले एमपी की राजधानी भोपाल में जहांगीराबाद थाने के थाना प्रभारी रहे हैं। साथ ही सरला के भाई संतोष उपाध्याय ब्राह्मण समाज संगठन के बड़े पदाधिकारी होने के साथ- साथ सामाजिक कार्यों में हमेशा अग्रणी रहते हैं। सरला की इस असामयिक मौत पर उनके परिजनों, रिश्तेदारों आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है तथा सरला की मौत के लिये जिम्मेदार मानपुर अस्पताल के चिकित्सकों, अस्पताल स्टाफ पर सख्त कार्यवाही की मांग की है। सरला के परिजनों ने एडीजीपी शहडोल जोन तेजतर्राट आईपीएस डीसी सागर, शहडोल कमिश्नर बीएस जामोद, उमरिया कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से इस मामले में मानपुर अस्पताल के चिकित्सकों एवं अस्पताल स्टाफ पर सख्त कार्यवाही की मांग की है। क्यों कि अगर मानपुर अस्पताल में सरला को प्रभावी प्राथमिक उपचार एवं शीघ्रता से एंबुलेंस उपलब्ध करा दी गई होती तो उसकी जान बच सकती थी लेकिन मानपुर अस्पताल के चिकित्सकों एवं अस्पताल स्टाफ ने लापरवाही एवं संवेदनहीनता की चरम सीमा पार कर दी तथा अंतत: सरला की मौत हो गई।

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