चूहों के काटने से हुई बच्चों की मौत भाजपा सरकार के माथे पर कलंक- प्रदीप सिंह दीपू
स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त कर प्रदेश से माफी मांगे मोहन यादव- प्रदीप सिंह दीपू
सीधी - इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में दो नवजात बच्चों की चूहों के काटने से हुई दर्दनाक मौत ने प्रदेश ही नहीं पूरे देश को झकझोर दिया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संभागीय प्रवक्ता प्रदीप सिंह दीपू ने इस हृदय विधायक घटना को भाजपा सरकार के माथे पर कलंक बताया है। उन्होंने कहा है कि यह कोई हादसा या दुर्घटना नहीं बल्कि भाजपा सरकार की भ्रष्ट व्यवस्था, आपराधिक लापरवाही और अमानवीयता का नतीजा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा सरकार के पाप पहली बार उजागर नहीं हुए है। इसके पहले भी 2014 में हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया कि एमवाय अस्पताल में चूहों, दीमक और कॉकरोच की वजह से मरीजों में संक्रमण फैला।
2015 में शवगृह (मॉर्चुरी) में चूहों ने एक मृत नवजात का सिर कुतर डाला। 2021 में नवजात के पैरों को चूहों ने काट लिया था। और अब 2025 में दो मासूम नवजातों की मौत हुई और सच्चाई छिपाने के लिए कलेक्टर तक ने झूठ बोला कि मौत हृदय रोग से हुई है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रशासन ने मौत का सच दबाने की कोशिश की। बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट के ही झूठा कारण बताया गया। यही नहीं, जांच के दौरान कमेटी के सामने अस्पताल के कॉरिडोर में ही चूहे खुलेआम दौड़ते नज़र आए और वॉर्ड के बाहर कुर्सियों पर कॉकरोच देखे गए।
कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप सिंह ने अपने बयान में कहा कि देश के नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी जी ने इस घटना को सीधे-सीधे हत्या” बताया है। उन्होंने कहा कि –“एक मां की गोद से उसका बच्चा सिर्फ इसलिए छिन गया क्योंकि सरकार अपनी बुनियादी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रही। भाजपा ने हेल्थ सेक्टर को जानबूझकर प्राइवेट हाथों में सौंपा है। आज सरकारी अस्पताल गरीबों के लिए मौत के अड्डे बन चुके हैं।”
कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार से सवाल किया है कि जब वर्षों से चूहों और संक्रमण की शिकायतें आती रहीं, तब क्यों कार्रवाई नहीं हुई? हर बार मासूमों की जान जाने के बाद ही सरकार क्यों जागती है? क्या गरीबों के बच्चों की मौत भाजपा के लिए केवल फाइलों और कमेटियों का विषय है? उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव को आधे हाथों लेते हुए कहा कि जब आप नवजात शिशुओं तक को सुरक्षित नहीं रख सकते, तो सरकार चलाने का क्या हक़ है?
कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप सिंह ने कहां की आज मप्र की जनता का भविष्य चूहे कुतर रहे हैं। अगर इन्हें नहीं रोका गया, तो भाजपा का भ्रष्टाचार पूरे प्रदेश को निगल जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव को इस शर्मनाक विफलता पर न केवल प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए बल्कि प्रदेश के स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला को बर्खास्त करना चाहिए और स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने की ठोस योजना तुरंत घोषित करनी चाहिए।

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