दूसरे को फसाने के चक्कर मे ,अपने ही जाल में फंसे एसडीएम, हो गए सस्पेंड

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दूसरे को फसाने के चक्कर मे ,अपने ही जाल में फंसे एसडीएम, हो गए सस्पेंड





दूसरे को फसाने के चक्कर मे ,अपने ही जाल में फंसे एसडीएम, हो गए सस्पेंड

छतरपुर।

दूसरे को फंसाने के लिए एसडीएम ने एक साजिश रची थी लेकिन उस साजिश के वे स्वयं शिकार हो गए। जिसे फंसाना चाहते थे उसका तो कुछ नहीं हुआ, लेकिन उलटे खुद ही सस्पेंड हो गए।

मामला मध्यप्रदेश के छतरपुर का है, एसडीएम कार्यालय में हुई गोलीबारी और तोड़फोड़ की घटना का मास्टरमाइंड एसडीएम अनिल सपकाले ही निकला। एक कॉलेज संचालक को फंसाने के लिए श्रीकृष्णा यूनिवर्सिटी के चेयरमैन और पूर्व भाजपा नेता के साथ मिलकर उसने यह साजिश रची थी। एसडीएम, चेयरमैन और पूर्व भाजपा नेता सहित अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद सागर के संभागायुक्त आनंद शर्मा ने एसडीएम को निलंबित कर दिया है।


एसवीएन कॉलेज संचालक को फंसाने के लिए रची गई थी साजिश:-


एसपी ने बताया कि एसडीएम सपकाले ने एसव्हीएन कॉलेज के निदेशक अभय सिंह भदौरिया को फंसाने के लिए यह साजिश रची गई थी, घटना के एक दिन पूर्व रात को सर्किट हाउस में श्रीकृष्णा यूनिवर्सिटी के चेयरमैन पुष्पेंद्र गौतम और पूर्व भाजपा नेता जावेद अख्तर के साथ बैठक की। सपकाले के कहने पर जावेद अख्तर ने अमित सिंह परमार, अर्जुन श्रीवास, सतीश सोनी नामक युवकों को हमले की जिम्मेदारी सौंपी। इन तीन युवकों में से एक संतोष उर्फ अर्जुन श्रीवास को सर्किट हाउस बुलाकर सपकाले ने ही हमला करने के तरीके और आने-जाने के बारे में जानकारी दी।

एसडीएम कार्यालय पर हुआ था हमला:-

बता दें 5 फरवरी की सुबह छतरपुर एसडीएम कार्यालय में हमला हुआ था। हमलावर एसडीएम चैंबर में तोड़फोड़ और गोलीबारी कर भाग गए थे। एसडीएम सपकाले की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। 

पुलिस ने आरोपितों पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। मामले की जांच के लिए गठित 12 सदस्यीय पुलिस टीम की छानबीन में एसडीएम ही मुख्य आरोपित निकला। एसडीएम के मोबाइल से मिले हजारों ऑडियो रिकॉर्डिग से साजिश का पर्दाफास हुआ।

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