सचिवों के पदस्थापना में रिश्वत का खेल , कई ग्राम पंचायतें हैं सचिव विहीन

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सचिवों के पदस्थापना में रिश्वत का खेल , कई ग्राम पंचायतें हैं सचिव विहीन




सचिवों के पदस्थापना में रिश्वत का खेल , कई ग्राम पंचायतें हैं सचिव विहीन 


मझौली:- 
जनपद पंचायत मझौली अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में सचिवों के पद स्थापना को लेकर भी मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय कुमार श्रीवास्तव के द्वारा खुले तौर पर रिश्वत की मांग की जाने लगी है नतीजतन कई ग्राम पंचायतों में आज भी सचिवों की पदस्थापना नहीं की जा सकी है  जिससे ग्राम पंचायतों का कार्य प्रभावित है।


रिश्वत लेकर बांटे जा रहे वित्तीय अधिकार :-

जनपद क्षेत्र के कई ग्राम पंचायतों में सचिवों के बजाय रोजगार सहायकों से रिश्वत लेकर उन्हें बाकायदा पूर्ण  सचिवीय अधिकार के साथ-साथ वित्तीय अधिकार भी दिया गया है जबकि कई  ग्राम पंचायतों में सचिव के ना होने पर भी रोजगार को सचिवीय अधिकार नहीं दिया गया है जो मुख्य कार्यपालन अधिकारी के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है। वही जिन ग्राम पंचायतों में प्रभारी सचिव से मुख्य कार्यपालन अधिकारी का सांठगांठ रहता है वहाँ मनमानी का आलम है जहाँ कागजों में ही रोजगार गारंटी के मस्टररोल जारी हो जाते हैं और निर्माण कार्य कागजों में ही हो जाता है जबकि वास्तविक कार्य  जेसीबी मशीन से कराया जा रहा है जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा जनपद में की जाती है लेकिन उन शिकायतों में भी लीपापोती कर दी जाती है। 


देवई ग्राम पंचायत को 4 माह से सचिव की है दरकार:- 

जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत देवई में  4 माह से सचिव के ना होने के चलते तमाम विकास कार्य अवरुद्ध है मजदूरी भुगतान भी लंबित है ग्राम पंचायत सरपंच के द्वारा कई बार मुख्य कार्यपालन अधिकारी को अवगत भी कराया गया है बावजूद इसके आज तक उक्त ग्राम पंचायत में सचिव की पदस्थापन नहीं की जा सकी। जानकारों की मानें तो इस ग्राम पंचायत में सचिव की पदस्थापना को लेकर रिश्वत की मांग लंबी होने के कारण सचिवों द्वारा मांग की पूर्ति नहीं की जा रही है जिसके चलते ग्राम पंचायत को सचिव नहीं मिल पा रहा है।

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