कोरोना का कहर: मृत शरीर को कंधा देने को तैयार नहीं हुए कोई सदस्य, अपने भी हो गए पराए

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कोरोना का कहर: मृत शरीर को कंधा देने को तैयार नहीं हुए कोई सदस्य, अपने भी हो गए पराए




कोरोना का कहर: मृत शरीर को कंधा देने को तैयार नहीं हुए कोई सदस्य, अपने भी हो गए पराए



झारखंड।

कोरोना वायरस के डर से लोग इतना डरे हुए है कि अब मृतक के शव से भी लोग दूरी बनाने लगे है, यहा तक की अब मृतक परिवार वाले  कंधा देने को भी तैयार नही हो रहे हैं।भी  ऐसा मामला झारखंड में देखने को मिला है लोग शव को देखने के लिए आए भी तो दूर से नमन कर के चले गए,। कोरोना वायरस के संक्रमण से लोग इतना डर गये है कि जो इंसान मर जाता है तो अपने भी उनके शव के पास जाना मुनासिब नही समझ रहे है ऐसा ही खबर झारखंड से देखने को मिला जहा लोग शव को देखने आए तो थे लेकिन दूरी बना कर फिर अपने घर को वापस चले गए । इतना ही नही शव को कंधे पर लेकर जाने के बजाए लोग शव को ट्रॉली पर लाद कर लेकर गए मतलब नजारा पूरी तरह से देखने वाला था । यह मामला हेहल छेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक मृतक के परिजनों ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से शवयात्रा में जाने से बच रहे हैं। इस वजह से शवयात्रा को कंधा पर नहीं वाहन से ही निकाला जा रहा है। क्‍योंकि अधिक लोग शवयात्रा में आते हैं तो यह सभी के लिए खतरनाक है। इसलिए हमलोग शव वाहन से ही शव लाने का प्रयास कर रहे हैं। क्‍योंकि जाने वाला तो चला गया, अब कोई और नई मुसीबत में न पड़ जाए, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना जरुरी है। हरमू, चुटिया मुक्तिधाम में दाह संस्कार कराने वाले पंडित और अन्य कर्मचारी भी कोरोना वायरस की वजह से पूरी तरह सतर्क हैं। हरमू मुक्तिधाम में दाह संस्कार कराने वाले राहुल राम ने बताया कि कोई भी बॉडी आने पर सबसे पहले मौत का कारण पूछा जाता है। चिता सजाने के बाद जैसे ही पार्थिव शरीर को उस पर रखा जाता है, कर्मचारी दूर से ही लकड़ी सहित अन्य सामग्री रखते हैं, ताकि मृतक से किसी तरह का संक्रमण न हो।

बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस का डर लोगो को इस कदर सता रहा है कि लोग चिता को अपने कंधे पर नही रख रहे बल्की किसी गाड़ी से लेकर श्मशान घाट लेकर जा रहे है, ऐसी ही नाजारा हेहल में देखने को मिला लोग शव को अपने कंधा पर तो कंधा पर श्मशान घाट भी मात्र चार लोग ही गए ।इससे आप समझ सकते है कि कोरोना वायरस का डर लोगो को किस कदर सता रहा है ।

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