एक साल जली पड़ी केबल, बिजली उपभोक्ता परेशान,4 हजार से 5 हजार तक तार खींचकर ग्रामीण जला रहे लाइट,जिम्मेवार मौन

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एक साल जली पड़ी केबल, बिजली उपभोक्ता परेशान,4 हजार से 5 हजार तक तार खींचकर ग्रामीण जला रहे लाइट,जिम्मेवार मौन



एक साल जली पड़ी केबल, बिजली उपभोक्ता परेशान,4 से 5 हजार रुपये तक का तार खींचकर ग्रामीण जला रहे लाइट,जिम्मेवार मौन


मझौली।
  सीधी जिले से 45 किलोमीटर दूर मड़वास क्षेत्र अंतर्गत जोडौ़री  पंचायत के ग्राम लेड़ूआ में पिछले वर्ष अप्रैल माह में विद्युतीकरण किया गया था, ठेकेदार द्वारा लाइन चालू करके अपना पल्ला झाड़ लिया, लाइन चालू होने के 5 से 10 दिन अंदर आधी बस्ती की केबल जल  गई थी।  ग्रामीणों के द्वारा इसकी जानकारी विभाग को दी गई और विभाग के कर्मचारी मोके पर पहुंच कर फाल्ट ढूढे परन्तु न मिलने से मड़वास के कनिष्ठ अभियंता राजेन्द्र सिंह राजपूत के द्वारा ट्रांसफार्मर से तार खींचकर जलाने को कहकर चले गए ।उसके एक साल बाद आज तक कोई जिम्मेवार कर्मचारी उस जली केबल को बदलने नहीं आये, अगर उन्हें इस पर अवगत कराया जाता है तो टाल मटोल कर देते हैं।
पुरा गाँव जर्जर तारों के सहारे बिजली जला रहा है। और जहाँ केबल जली हुई है वे अपने से 4 से 5 हजार रुपये तक का तार खरीद कर लाइट जला रहे हैं।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग की लापरवाही के चलते आये दिन परेशानी हो रही है। ग्रामवासियों ने बताया कि कभी कभी जब तार में कार्बन आ जाता है या कोई खराबी होती है तो रात 10 बजे ट्रांसफार्मर के पास जाकर लाइट देखते हैं।ग्रामीणों ने कहा अगर कोई अप्रिय घटना घट जाती है तो इसका जिम्मेवार विभाग होगा।
हालांकि बिजली विभाग के अधिकारी एवं ठेकेदार दोनों को पता है कि केबल एक साल से जली पड़ी है। लेकिन ये इतने संवेदनशील है कि उन्हें कुछ फर्क ही नहीं पड़ता।
 हर कोई ग्रामीण विद्युत विभाग की दु‌र्व्यवस्था को कोसता नजर आया। लोगों का कहना था कि जर्जर विद्युत तारों को न बदलने के कारण अक्सर गड़बड़ी की समस्या से दो चार होना पड़ता है। चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही जर्जर तारों को नहीं बदला गया तो आंदोलन किया जाएगा।

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