डेंगू निरोधक माह अन्तर्विभागीय कार्यशाला के आयोजन में डॉक्टर ने क्या बताया डेंगू के लक्षण और उपाय

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डेंगू निरोधक माह अन्तर्विभागीय कार्यशाला के आयोजन में डॉक्टर ने क्या बताया डेंगू के लक्षण और उपाय




डेंगू निरोधक माह अन्तर्विभागीय कार्यशाला का हुआ आयोजन थोड़ी सी सावधानी से बचा जा सकता मच्छर जनित बीमारियों से



जिले में डेंगू निरोधक माह जुलाई के अवसर पर दिनांक 25.07.2020 को अन्तर्विभागीय कार्यशाला नगर पालिका परिषद् कार्यालय के सभागार में आयोजित की गई। कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ. डी. के. द्विवेदी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी अमर सिंह परिहार, मलेरिया अधिकारी हनुमान प्रसाद नामदेव सहित मलेरिया कार्यालय एवं नगर पालिका के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। 

डेंगू के लक्षण

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी  डॉ. मिश्रा ने कहा कि डेंगू बुखार जानलेवा है। इसमें ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ना, सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना, आंखो के पिछले हिस्से में दर्द होना, बहुत ज्यादा कमजोरी लगना, भूख न लगना, जी मिचलाना और मुंह का स्वाद खराब होना, गले में हल्का सा दर्द होना, शरीर खासकर चेहरे गर्दन और छाती पर लाल गुलाबी रंग के रैशेज होना पाया जाता है। अभी तत्काल में समूचे जिले में एक से 15 जुलाई तक किल कोरोना सर्वे में डेंगू का सर्वे किया गया था। जिले डेंगू के केस नहीं पाए गए हैं लेकिन डेंगू मच्छर जन्य बीमारी है ।

डेंगू से बचने के उपाय:-

इसलिए जन-जागरूकता की गतिविधियों का आयोजन कर जिले वासियों को पहले से सावधानियों के बारे में बताए। उन्हें जानकारी दे कि घरों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दे। कुलर, छतों पर रखे पुराने सामान, टायर में मानसून का पानी भरने से लार्वा पैदा होते हैं। घरों के आस-पास गड्ढों में जला हुआ तेल, नीम के धुएं का उपयोग करें, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, पानी को ढँक कर रखें ताकि उसमें लार्वा न पनपने पाए।जन समुदाय की सक्रिय सहभागिता के प्रोत्साहन को सफल बनाने के लिए प्रत्येक वर्ष जुलाई माह को डेंगू निरोधक माह के रूप में मनाया जाता है। इसके अंतर्गत जिले में मच्छर जनित डेंगू के नियंत्रण रोकथाम बचाव एवं उपचार का स्थानीय लोगों में ग्राम स्तर तक व्यापक प्रचार प्रसार व जागरूक करने एवं रुके हुए पानी को सप्ताह में एक बार अवश्य बदलने एवं लार्वा विनिष्टीकरण के लिए कहा गया। चिन्हित ग्रामों में मच्छरदानी का वितरण किया जाएगा जन-जागरूकता के लिए हाई रिस्क ग्रामों में प्रचार-प्रसार करने डेंगू होने का कारण, उससे बचाव के तरीके, लक्षण एवं सावधानियों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा डेंगू निरोधक माह पर आम जन, स्वास्थ्य कर्मी, जनप्रतिनिधियों के माध्यम से यह अपील की गयी है कि जन समुदाय की सक्रिय सहभागिता एवं स्वच्छता ही मलेरिया, डेंगू नियंत्रण की कुंजी है। अतः जिले में मच्छरजन्य रोगों के नियंत्रण उन्मूलन को सफल बनाने में जनता अपना पूर्ण रूप से सहयोग करेगी।

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