5 अगस्त को आमंत्रण पत्र और परिचय पत्र के साथ 10:30 बजे से पहले समारोह में आना अनिवार्य प्रधानमंत्री 9 शिलाओं की करेंगे स्थापना।।अयोध्या

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5 अगस्त को आमंत्रण पत्र और परिचय पत्र के साथ 10:30 बजे से पहले समारोह में आना अनिवार्य प्रधानमंत्री 9 शिलाओं की करेंगे स्थापना।।अयोध्या



5 अगस्त को आमंत्रण पत्र और परिचय पत्र के साथ 10:30 बजे से पहले समारोह में आना अनिवार्य प्रधानमंत्री 9 शिलाओं की करेंगे स्थापना।।अयोध्या



अयोध्या में राम जन्म भूमि न्यास कार्यक्रम के अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भारत की मिट्टी में जन्मी छत्तीसगढ़ लोक परंपराओं के 135 संतो और अन्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है इस कार्यक्रम में नेपाल के संत भी आएंगे, समारोह में आने वालों को निमंत्रण पत्र और परिचय पत्र लाना अनिवार्य होगा वही कार्यक्रम समारोह में 10:30 बजे के बाद प्रवेश नहीं मिलेगा। राय ने बताया कि निमंत्रण पत्र पर सिक्योरिटी कोड है जिससे यह एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है कार्यक्रम में मोबाइल और बैग लाने पर प्रतिबंध रहेगा । मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 शिलाओं की स्थापना करेंगे।

आपको बता दें कि श्री राम जन्मभूमि पर पूजन 108 दिन पहले यानी 18 अप्रैल से शुरू हो गया था इसमें हर दिन वेद पाठ, पुरुष सूक्त, श्री सूक्त, अघोर मंत्र , वास्तु ग्रह, नक्षत्र शांति के पास, विष्णु सहस्त्रनाम ,श्रीराम सहस्त्रनाम ,हनुमान सहस्त्रनाम और दुर्गा सप्तशती पाठ के मंत्रों से हवन किया गया है इससे पूरे क्षेत्र में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ है

रामलला के दर्शन से पहले मोदी जाएंगे हनुमानगढ़ी


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने से पहले हनुमानगढ़ी जाकर वहां दर्शन करेंगे इसके बाद ही प्रधानमंत्री रामलला के दर्शन करेंगे। मोदी  एक परंपरा के कारण ऐसा करेंगे रामलला के दर्शन से पहले हनुमानगढ़ी जाकर अंजनी के लाल हनुमान का दर्शन करने की परंपरा है जिसका निर्वाहन प्रधानमंत्री भी करेंगे हनुमानगढ़ी का मतलब होता है हनुमान जी का घर यह अयोध्या का सबसे सुप्रसिद्ध हनुमान मंदिर है यहां मंदिर में बाल हनुमान की प्रतिमा है मुख्यमंत्री ने बाल हनुमान के साथ उनकी माता अंजनी की भी प्रतिमा है।एक और प्रतिमा मंदिर के अंदर है जिसमें बाल हनुमान अपनी मां अंजनी की गोद में बालक रूप में बैठे हुए हैं मंदिर एक ऊंचे टीले पर है वहां पहुंचने के लिए करीब 80 सीढ़ी चढनी पड़ती है मंदिर की दीवारों पर हनुमान चालीसा की चौपाइयां अंकित है मान्यता है कि पहले हनुमान जी के दर्शन कर रमलला के दर्शन करने से भगवान का प्रसन्न होते हैं।

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