एक युवक को बॉडी को मोटा बनाना पड़ा महंगा,प्रोटीन पाउडर ज्यादा लेने से हुआ हार्ट फेल

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एक युवक को बॉडी को मोटा बनाना पड़ा महंगा,प्रोटीन पाउडर ज्यादा लेने से हुआ हार्ट फेल



एक युवक को बॉडी को मोटा बनाना पड़ा महंगा,प्रोटीन पाउडर ज्यादा लेने से  हुआ हार्ट फेल



नई दिल्ली।
कहा जाता है कि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए, आज कल बाजार में मोटा होने की कई कंपनियों ने कई प्रकार की दवाई, टेबलेट,पावडर बिक रहे हैं आज कल के युवा पीढ़ी मोटा होने अपनी शरीर को बनाने के बिना डाक्टर के सलाह के मेडिकल स्टोर से जाकर खरीद लेते हैं।लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि इसका साइड इफेक्ट भी बहुत पड़ता है।

वहीं एक व्यक्ति की हार्ट फेल होने की ख़बर आ रही  खबर आ रही है कि
प्रोटीन सप्लिमेंट्स के ओवरडोज की वजह से एक 35 वर्षीय युवक का हार्ट फेल होने की स्थिति में पहुंच गया है। उसका हार्ट मात्र 15 से 20 पर्सेंट ही काम कर रहा है। जबकि एक सामान्य व्यक्ति की हार्ट की क्षमता कम से कम 60 से 65 प्रतिशत होनी चाहिए। हालांकि दवा के जरिए डॉक्टर उसके हार्ट को मेंटेन किए हुए हैं। उसकी जान बचाने के लिए हार्ट ट्रांसप्लांट ही एक मात्र इलाज है। डॉक्टर का कहना है कि अभी तक प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होने की बजह से किडनी को सबसे ज्यादा प्रभावित करते पाया गया है, लेकिन इस मामले में युवक के हार्ट फेल की मुख्य वजह सिंथेटिक प्रोटीन और अन्य सप्लिमेंट्स का ओवरडोज पाया गया है।

मणिपाल हॉस्पिटल के कार्डियोवॉस्कुलर सर्जन डॉ. युगल किशोर मिश्रा ने बताया कि जब मरीज उनके यहां इलाज के लिए पहुंचा तो उसे सांस लेने में ज्यादा दिक्कत हो रही थी। उसके चेहरे और पैरों पर सूजन आ गई थी। मरीज को आईसीयू में भर्ती कर पूरी जांच की गई तो पाया गया कि उसका सीवियर हार्ट फेल हुआ है। इसकी वजह डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी पाया गया। चिंता की बात यह थी कि उसका हार्ट केवल 15 से 20 पर्सेंट ही काम कर रहा था। जब हमने मरीज की हिस्ट्री पता की तो उसने बताया कि वह बॉडी बिल्डिंग का शौक रखता है और लंबे समय से जिम जाता है। इस दौरान वह सिंथेटिक प्रोटीन और अन्य सप्लिमेंट का लगातार इस्तेमाल कर रहा था।
आपकी बात दे कि डॉक्टर कभी भी बॉडी बिल्डिंग की दवा खाने के लिए सलाह नहीं देते हैं क्योंकि ज्यादा प्रोटीन की दवा लेने से भी इसका साइड इफेक्ट पड़ता है। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए।अगर किसी व्यक्ति को डॉक्टर सलाह देते भी हैं तो एक निर्धारित समय दिया जाता है।आज कल हर गली मोहल्लों में मोटा होने की दवा बिकती है।कई वेबसाइटों में बड़े बड़े विज्ञापन दिए होते हैं जिसे देखकर आज के युवा पीढ़ी उसे देखकर आजमाने के लिए। जाकर खरीद लेते हैं और उसे ज्यादा दिन तक उसका उपयोग करते हैं। जिसका शरीर मे गलत प्रभाव पड़ता है।

प्रोटीन पाउडर के इस्तेमाल से साइड इफेक्ट:-


कुछ प्रोटीन पाउडर में अधिक विषाक्त धातु जैसे सीसा, कैडमियम, आर्सेनिक और पारा आदि होते हैं। इस कारण सिरदर्द, थकान, कब्ज और मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है।
‘वे’ प्रोटीन में कुछ हॉर्मोन और बायोएक्टिव पेप्टाइड्स होते हैं जो मुंहासों की आशंका बढ़ाते हैं।
कुछ व्हेय प्रोटीन सप्लीमेंट में शुगर की मात्रा ज्यादा होने से इसमें कार्बाेहाइड्रेट मौजूद होते हैं जो फैट घटाने के बजाय बढ़ाते हैं। अत्यधिक सेवन से हृदय सम्बंधी खतरा भी जुड़ा हुआ है।
पेट सम्बंधी रोग भी हो सकते हैं।
पेट में ऐंठन की समस्या हो सकती है।
सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
प्रोटीन पाउडरों का लंबे समय तक सेवन ओस्टियोपोरोसिस (हडि्डयों में कमजोरी) और किडनी सम्बंधी परेशानियां खड़ी हो सकती हैं।


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