इंदौर में बुजुर्गों पर अमानवीय घटना से शर्मसार हुआ मध्यप्रदेशबुजुर्गों से घुटने टेक कर माफी मांगें शिवराज - अजय सिंह

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इंदौर में बुजुर्गों पर अमानवीय घटना से शर्मसार हुआ मध्यप्रदेशबुजुर्गों से घुटने टेक कर माफी मांगें शिवराज - अजय सिंह



इंदौर में बुजुर्गों पर अमानवीय घटना से शर्मसार हुआ मध्यप्रदेश,बुजुर्गों से घुटने टेक कर माफी मांगें शिवराज - अजय सिंह



सीधी।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि गांधी के देश में इंदौर में अशक्त बुजुर्गों के साथ जो अमानवीय कार्य और हिंसा हुई है उससे न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरा देश शर्मसार हुआ है।
अजय सिंह ने कहा कि अहिंसा के पुजारी महामानव गांधीजी की पुण्यतिथि के ठीक एक दिन पहले शिवराज सरकार की नाक के नीचे इंदौर नगर निगम कचरे की गाड़ी में पशुओं की तरह बुजुर्गों को भरकर लावारिस छोड़ने जा रही थी। इस शर्मनाक घटना ने हर इंसान का दिल झकझोर दिया है। यह घटना सारे वरिष्ठजनों का अपमान है। जनता के सामने घुटने टेक कर अभिवादन की नौटंकी करने वाले शिवराजसिंह में यदि जरा सी भी शर्म और दयाभाव बचा है तो उन्हें उसी तरह घुटने टेक कर सार्वजनिक रूप से देश की जनता से माफी मांगना चाहिए। यह घटना भाजपा की हिटलरशाही का नमूना है।
अजय सिंह ने कहा है कि वह तो अच्छा हुआ कि बुजुर्गों को लावारिस हालत में बेशर्मों की तरह छोड़ कर जाते हुये नगर निगम वालों की करतूत को लोहार पीपल्या गाँव के किसानों ने देख लिया, वरना लावारिस बुजुर्गों का क्या हाल होता, उसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। अब सरकार लीपापोती करने में लगी है। मस्टरकर्मियों को बर्खास्त करने से कुछ नहीं होगा। बर्खास्त तो उन कलेक्टर और नगर निगम कमिश्नर को किया जाना चाहिए जिनकी दंभ भरी और भ्रष्टाचारी हरकतों के कारण नीचे के कर्मचारियों में अमानवीय मानसिकता विकसित हो रही है। इंदौर की घटना तो केवल एक उदाहरण है, पूरे प्रदेश में यही हाल है। अफसरों की इसी मानसिकता के चलते विगत दिवस देवास जिले में शिवराज सिंह की सभा में एक प्रताड़ित किसान अनूप सिंह हाड़ा ने मुख्यमंत्री के सामने मिट्टी का तेल डालकर आत्मह्त्या करने की कोशिश की थी। यह घटना सरकार की विकसित होती अमानवीय मानसिकता का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

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