जानिए सीधी जिले में किस गाँव के बीच बनेगी रेलवे की छोटी सुरंग,रेलवे लाइन के काम में

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जानिए सीधी जिले में किस गाँव के बीच बनेगी रेलवे की छोटी सुरंग,रेलवे लाइन के काम में



जानिए सीधी जिले में किस गाँव के बीच बनेगी रेलवे की छोटी सुरंग,रेलवे लाइन के काम में 



 सीधी
ललितपुर सिंगरौली रेल लाइन को लेकर सांसद रीती पाठक का प्रयास अब गति पकड़ता जा रहा है। इस मामले में रेल लाइन के निर्माण की गति तेज हो चली है। अमरवाह एवं कुर्रवाह के बीच बने पहाड़ में सुरंग बनने का काम भी शुरू किया जा रहा है। इसके अलावा अर्थवर्क का काम भी शुरू हो चुका है। वहीं पुलिया एवं ब्रिज का निर्माण भी जोरों पर चल रहा है। ऐसे में यदि यही गति रही तो रेलवे के मामले में जल्द ही तेज प्रगति दिखने लगेगी। 
भले ही मधुरी में रेलवे स्टेशन का काम रुका है लेकिन इसके पहले आने वाले रेल कि पटरियों को लेकर काम द्रुतगति से चल रहा है। बड़ी पुलिया सोन नदी में निर्माण कार्य आधे से ज्यादा हो चुका है वहीं छुहिया घाटी में सुरंग बनाने का काम भी अंतिम चरण में है। इसके अलावा अब अन्य स्थानों में जो भी काम हैं उस पर भी विभाग ने काम करना शुरू कर दिया है। अमरवाह एवं कुर्रवाह के बीच छोटी सुरंग बनाने का काम शुरू हो गया है। इसके अलावा कुर्रवाह से नौगवाधीर सिंह गांव तक रेल लाइन को लेकर अर्थवर्क का काम किया जा रहा है। इसके अलावा विभाग द्वारा जो भी दिक्कतें आ रही हैं उस पर विभागीय अमलों से समझाइस के बाद सभी द्वारा काम करना शुरू किया गया है। 

राजस्थान सहित तीन स्थानों की हैं कंस्ट्रक्शन कंपनियां:-

रेलवे में अर्थवर्क एवं पुल-पुलिया निर्माण सहित ओव्हर ब्रिज के अलावा अन्य निर्माण को लेकर तीन टेंडर जारी किये गये थे जिसमें कि पुलिया निर्माण के लिए दक्षिण भारतीय कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर हासिल हुआ वहीं मिट्टी एवं अर्थवर्क के लिए राजस्थान तथा बिजली पोल के लिए कटनी के ठेकेदार ने टेंडर हासिल किये हैं जो कि अब उनका काम लगभग समाप्त की ओर है। पुल-पुलियों के अलावा ब्रिज का काम भी इन दिनों जोरो पर चल रहा है। 

रेलवे के मामले में सांसद के प्रयास ला रहे हैं रंग:-

रेल लाइन बिछाने को लेकर सांसद रीती पाठक द्वारा अपने पिछले सांसद के कार्यकाल में ही इसके लिए भागीरथ प्रयास प्रारंभ किए गए थे जो उनके दूसरे कार्यकाल में भी लगातार जारी है, जिनके द्वारा वजट का भी प्रावधान रेलवे मंत्रालय से कई मुलाकातों के बाद कराया गया था। जिसका नतीजा है कि रेल लाइन बिछाने का काम अर्थवर्क सहित अन्य कई मदों में शुरू कर दिया गया है हालांकि चालू वित्त वर्ष में इस परियोजना को हाल फिलहाल पर्याप्त बजट न मिलने के कारण इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में जो हवाई उड़ान की गति मिलना चाहिए वो भरपूर तरीके से नहीं मिल पा रही है। 

इधर भूस्वामियों को नहीं मिली मुआवजा की राशि:-

एक तरफ रेलवे का काम तो शुरू किया गया लेकिन जिले के 27 गांव में भू-स्वामियों को अभी तक राशि उपलब्ध नहीं हो पा रही है। कहीं न कहीं विभागीय अमले की लापरवाही के कारण या फिर वजट के आभाव के कारण राशि न मिलना माना जा रहा है। जबकि 27 गांव में से 16 गांव बहरी तहसील के हैं उन्हे मुआवजा के लिए आज भी इंतजार करना पड़ रहा है। धारा का प्रकाशन दोबारा होने के बाद भी आज तक मुआवजा नहीं हासिल हो रहा है।

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