सीधी जिले के एक लाख नौ हजार से अधिक किसानों के खातो में आयी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि

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सीधी जिले के एक लाख नौ हजार से अधिक किसानों के खातो में आयी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि

सीधी जिले के एक लाख नौ हजार से अधिक किसानों के खातो में आयी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि 



सीधी
 प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत सीधी जिले के एक लाख 9 हजार 454 किसानों के खातों में राशि पहुॅंच चुकी है। वही मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत जिले के 49 हजार 136 किसानों को योजना का लाभ मिल चुका है।

   प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत तहसील बहरी के 13 हजार 395, चुरहट के 10 हजार 91, गोपद बनास के 20 हजार 807, कुसमी के 9 हजार 454, मझौली के 19 हजार 308, रामपुर नैकिन के 20 हजार 266 एवं सिहावल के 16 हजार 133 किसान लाभ प्राप्त कर चुके हैं। इसी प्रकार मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत तहसील रामपुर नैकिन के 9 हजार 750, मझौली के 11 हजार 351,  गोपद बनास के 9 हजार 287, सिहावल के 2 हजार 382, बहरी के 6 हजार 808, चुरहट के 6 हजार 13 एवं कुसमी के 3 हजार 545 किसानों के खातों में राशि पहुॅंच चुकी हैं। जिले के एक हजार 159 वनाधिकार पट्टाधारी किसानों भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि प्राप्त कर चुके हैं। 

 उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 6 हजार रूपये तीन किश्तों में तथा मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना अंतर्गत 4 हजार रूपये की राशि पात्रताधारी किसानों को दो-दो किश्तों में सीधे खाते में डाली जाती है। जिले के किसान इन पैसों के पाने से प्रसन्न हैं तथा बताते हैं कि यह हमारे लिए संजीवनी जैसी है। पहले खेती किसानी के सीजन के बीच में खाद-बीज सिंचाई आदि जरूरतों के लिए साहूकारों से ऋण लेना पड़ता था और ऊंचे ब्याज दर पर उसे वापस करने पर हमारी आर्थिक स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती थी मगर अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि व मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना से साल भर में 10 हजार रूपये मिल जाते हैं जो हमारे लिए जरूरत पर मददगार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सच्चे किसान हितैषी हैं जिन्होंने हम सब किसानों के बारे में सोचा। अब हमें किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ता जरूरत की राशि हमारे खाते में रहती है जिससे हम अपना काम समय पर कर पा रहें हैं। इन योजनाओं से देश के किसान समृद्ध होंगें तथा खेती को काम का धंधा बनाने में मदद मिलेगी।

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