10 माह का बच्चा अपनी मां की शव से लिपट कर 2 तक रोता रहा, कोरोना के डर से पड़ोसियों ने नहीं कि मदद

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10 माह का बच्चा अपनी मां की शव से लिपट कर 2 तक रोता रहा, कोरोना के डर से पड़ोसियों ने नहीं कि मदद



10 माह का बच्चा अपनी मां की शव से लिपट कर 2 तक रोता रहा, कोरोना के डर से पड़ोसियों ने नहीं कि मदद



कोरोना महामारी पूरे देश मे कोहराम मचा रखा है, जिससे लोंगो में भय बहुत ज्यादा है, लोग अपने ही परिजन को छूने से परहेज करने लगे हैं अगर किसी की मौत कोरोना से हो जाती है तो लोग इसे छूने से भी डर रहे हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक महिला की जहर खाने से मौत हो जाती है उसकी 10 माह की बच्ची उससे दो दिन लिपट कर रोटी रहती है लेकिन  कोरोना के डर से उसकी कोई मदद करने तक नही आया मामला  महाराष्ट्र का है  जहां एक 10 महीने का बच्चा 2 दिन तक अपनी मृत मां के शव से चिपटकर रोता रहा. इस दौरान बच्चे के लगातार रोने की आवाज पड़ोसियों को आती रही लेकिन कोरोना  के डर से कोई भी अंदर कमरे में घुसने को तैयार नहीं हुआ.

पत्नी ने जहरीला पदार्थ खाकर कर लिया सुसाइड

पुलिस के मुताबिक महाराष्ट्र  में पुणे के पिंपरी चिंचवाड़  इलाके में 29 साल की सरस्वती राजेश कुमार अपने पति और 10 महीने के बच्चे के साथ रह रही थी. उसका पति दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का पेट पालता था.


कोरोना संकट के दौरान उसके पति को किसी काम से यूपी में अपने गांव जाना पड़ गया. उसी दौरान किसी बात से अपसेट होकर चिंचवाड़ में अकेली रह रही सरस्वती ने जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया.

मां के शव से लिपटकर 2 दिन रोता रहा बच्चा

उसके मरने के बाद 10 महीने का बच्चा अपनी मृत मां की बॉडी से चिपका रहा और भूख-प्यास लगने की वजह से रोता रहा. इस दौरान पड़ोस में रह रहे लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज खूब सुनी लेकिन कोरोना के डर से किसी ने भी कमरे में झांकने की हिम्मत नहीं की. दो दिन बाद कमरे में से दुर्गंध आने आने लगी तो मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी.

महिला कांस्टेबलों ने बच्चे को पिलाया दूध

दीघी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर मोहन शिंदे के मुताबिक सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा. अंदर का नजारा देखकर लोग हैरान रह गए. अंदर महिला की लाश सड़ने लगी थी और बच्चा  कमजोरी की वजह से निढ़ाल हो चुका था. कांस्टेबल सुशीला गभाले और रेखा वझे ने बच्चे को उठाकर दूध पिलाया और बिस्किट दिया. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाकर कोरोना  टेस्ट कराया गया. जिसमें बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आई.

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