मध्यप्रदेश में अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा टीकाकरण का लक्ष्य,पाँच करोड़ से ज्यादा को मिलेगा वैक्सीन का सुरक्षा चक्र

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

मध्यप्रदेश में अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा टीकाकरण का लक्ष्य,पाँच करोड़ से ज्यादा को मिलेगा वैक्सीन का सुरक्षा चक्र



मध्यप्रदेश में अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा टीकाकरण का लक्ष्य,पाँच करोड़ से ज्यादा को मिलेगा वैक्सीन का सुरक्षा चक्र


भोपाल
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के आने के पूर्व माह अक्टूबर तक सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में पात्र लोगों का टीकाकरण पूरा कर लिया जाएगा। माह अक्टूबर तक पाँच करोड़ से अधिक वैक्सीन के डोज लगाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश में टीकाकरण महा-अभियान के शानदार शुभारंभ के उपलक्ष्य में प्रदेश में विभिन्न स्तर पर कार्यरत क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स और अभियान से जुड़े लोगों को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।

#MPVaccinationMahaAbhiyan ने रचा इतिहास

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन के इस महाअभियान में प्रदेश में एक दिन में 16 लाख 95 हजार 592 डोज़ लगाए गए। उन्होंने कहा कि पूरे देश का 20 प्रतिशत टीकाकरण मध्यप्रदेश में एक दिन में किया गया। इस प्रकार अभी तक एक करोड़ 67 लाख 33 हजार 198 डोज लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान के लिए मंत्री-समूह, क्राइसिस मेनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों और युवा शक्ति ने कोविड मुक्ति मॉडल तैयार किया गया। जन-जाति बाहुल्य क्षेत्र में भी जहाँ लोग टीकाकरण से भयभीत थे, प्रेरक सदस्यों ने टीकाकरण के बारे में उन्हें समझाया और अब वहाँ टीकाकरण के लिए लोग आगे आ रहे हैं।

100 प्रतिशत टीकाकरण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा सर्वाधिक टीकाकरण के साथ इंदौर प्रथम स्थान पर रहा। नगर पंचायत बुढार में 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन हुआ। सागर की जेल में निरुद्ध कैदियों का 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन किया गया। प्रदेश के 10 जिलों में 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन किया गया। उन्होंने कहा कि मैं अभी रैंकिंग नहीं कर रहा परंतु इस अभियान को निरंतर कोरोना संक्रमण समाप्त होने तक जारी रखा जाएगा। आप लोग बधाई के हकदार हैं। आपकी मात्र 3 दिनों की तैयारी में हमने 10 लाख के लक्ष्य को आसानी से पार किया। यह आप लोगों के सहयोग से ही संभव हुआ।

जन-भागीदारी ने बनाया कीर्तिमान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की इस उपलब्धि के पीछे जन-भागीदारी मॉडल है जिसमें समाज-सेवी, डॉक्टर, कलाकार, पुलिस, प्रशासन, अधिकारी, कर्मचारी, सांसद, मंत्री, विधायक, पंच-सरपंच, मेयर, जन-प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारी सभी का सक्रिय सहयोग मिला। अभियान भी ऐसा रहा कि पूरे प्रदेश में एक उत्सव का माहौल बन गया। वैक्सीनेशन सेंटर सजाए गए, रंगोली, पोस्टर्स के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया गया। वैक्सीनेशन के लिए लोगों को पीले चावल देकर आमंत्रित किया गया। कुछ लोगों ने वैक्सीन के नाम पर जो भ्रम फैलाया था उसे दूर किया गया। लोग स्वयं वैक्सीनेशन सेंटर पर चले आए। उत्साह ऐसा कि वृद्धजन और दिव्यांगों ने भी स्वयं टीका लगवाकर इस टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

एक से तीन जुलाई तक चलेगा वैक्सीनेशन का महा-अभियान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में एक से तीन तारीख तक वैक्सीनेशन महा-अभियान पुन: प्रारंभ होगा। उन्होंने क्राइसिस कमेटी के सदस्यों से आग्रह किया कि सभी सदस्य अभी शहर और गाँव का निरंतर भ्रमण करें। जहाँ टीकाकरण पूरा हो जाए उस टीकाकरण सेंटर को नए क्षेत्र में शिफ्ट करें। ऐसे क्षेत्र चिन्हित करें जहाँ वैक्सीनेशन कम हुआ है, उन क्षेत्रों में और प्रदेश की सीमाओं से सटे उन जिलों में भी वैक्सीनेशन पर गंभीरता से ध्यान दें जहां संक्रमण का ज्यादा खतरा हो।

स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से होगा टीकाकरण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा विधायक, सांसद, पंच-सरपंच, कलेक्टर, आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना से वैक्सीनेशन के काम को अंजाम दें। प्रतिस्पर्धा की यह स्वस्थ भावना वैक्सीनेशन के काम को गति प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से हमने बहुत कुछ खोया है। अब और नहीं। कल मात्र 65 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। पॉजिटिविटी की दर भी 0.1 प्रतिशत पर आ गई है।

नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi जी का सशक्त नेतृत्व हमें मिल रहा है। वैक्सीन के डोज पर्याप्त मात्रा में प्रदेश को उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत राज्य शासन द्वारा गरीबों को नि:शुल्क खाद्यान्न के अंतर्गत एक माह में एक व्यक्ति को दस किलो अनाज वितरित किया जा रहा है। क्राइसिस प्रबंधन कमेटी के सदस्य इस पर भी ध्यान दें कि पात्र व्यक्ति इससे वंचित नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि मंजिल आगे जरूर है परंतु दूर नहीं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ