विंध्यवासियों को अब तक चुभ रही 1956 की सूली: नारायण त्रिपाठी,भोपाल में नई विधानसभा के सामने भीमनगर में मनाया गया विंध्य संकल्प दिवस

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विंध्यवासियों को अब तक चुभ रही 1956 की सूली: नारायण त्रिपाठी,भोपाल में नई विधानसभा के सामने भीमनगर में मनाया गया विंध्य संकल्प दिवस



विंध्यवासियों को अब तक चुभ रही 1956 की सूली: नारायण त्रिपाठी,भोपाल में नई विधानसभा के सामने भीमनगर में मनाया गया विंध्य संकल्प दिवस

भोपाल। विंध्य प्रदेश की चाहत रखने वाले लाखों लोगों के लिए एक नवंबर  मातम के जैसा है। पूरे मध्य प्रदेश में आज के दिन विविध कार्यक्रम हो रहे हैं, जबकि विंध्यवासियों के लिए यह बेहद कठिन दिन है। जैसे ही उस क्रूर दिन की याद आती है तो सूली के समान चुभन होती है। हमारे पूर्वजों को 1956 में कितना दर्द हुआ होगा जब हमारे बसे बसाए विन्ध्य का गला घोंटकर नया प्रदेश बना दिया गया। उक्त बातें विन्ध्य पुनर्निर्माण मंच के अगुआ मैहर के भाजपा विधायक एवं विन्ध्य संकल्प दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नारायण त्रिपाठी ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित कार्यक्रम के मौके पर कहीं। उन्होंने नई विधानसभा के सामने भीमनगर में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि वर्ष 1952 में विन्ध्य के लोगों ने जो ऐतिहासिक ताकत दिखाई उसे छलपूर्वक खत्म किया गया। तमाम विरोध और शहादत के बाद भी विन्ध्य प्रदेश का वजूद नहीं बच पाया। आईये अब हम आज के दिन इस बात का संकल्प लें कि विन्ध्य के पुनर्निर्माण के लिए जितना परिश्रम करना पड़ेगा करेंगे। नारायण त्रिपाठी ने कहा कि विंध्य प्रदेश देश का एकमात्र ऐसा हिस्सा है जो पहले से था और उसे समाप्त कर नए प्रदेश का गठन किया गया। जहां अन्य राज्यों को तोड़कर छोटे राज्य बनाए जाते हैं उस देश में एक प्रदेश को खत्म कर दूसरे प्रदेश का नाम दिया जाता है। आजादी के पहले से विंध्य प्रदेश अस्तित्व में था। विधानसभा के चुनाव भी विन्ध्य प्रदेश के लिए इतने के बावजूद राजनीतिक स्वार्थ में विंध्य प्रदेश का नामोनिशान मिटा दिया गया। यदि हमारा विंध्य प्रदेश होता तो आज हम भी मध्य प्रदेश का गौरवशाली स्थापना दिवस मना रहे होते। मगर दुर्भाग्य है कि हमें अब विन्ध्य  वापस पाने को कार्यक्रम करना पड़ रहा है। मैहर विधायक ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि हम सभी को अपने राजनीतिक, जातिगत और व्यावसायिक स्वार्थ छोड़कर विंध्य के लिए एकजुटता का परिचय देना होगा तभी हम अपने संकल्प को पूरा कर पाएंगे। विन्ध्य  का संकल्प दिवस मनाए जाने के दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश संयोजक लालजी मिश्रा ने कहा कि विंध्य प्रदेश जब तक नहीं बनेगा तब तक हमारे क्षेत्र का विकास नहीं होगा। मध्य प्रदेश के तमाम जिले जो कभी हमसे पीछे थे वह आगे निकल गए और हमारा विन्ध्य विकास के मामले में लगातार पिछड़ता रहा। हमारी संपदाओं का उपभोग प्रदेश में होता रहा और विकास किसी अन्य जिले में हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से के.पी. द्विवेदी, वरिष्ठ पत्रकार जयराम शुक्ला, पूर्व पार्षद सीएम सिंह पटेल, पूर्व पार्षद रामेश्वराय दीक्षित, उमाशंकर तिवारी सूरज, विमलेश मिश्रा, लखन गौतम, आरके त्रिपाठी , श्रीमती वंदना द्विवेदी, संतोष कुमार सेन, महेंद्र शर्मा काकू, एसपीएस बघेल, विपिन तिवारी, अनिकेश पांडे, राममणि द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में विंध्यवासी उपस्थित रहे.

*एकत्र हुए रीवा-शहडोल संभाग के लोग*

नई विधानसभा के सामने आयोजित विंध्य संकल्प दिवस कार्यक्रम में रीवा और शहडोल संभाग के भोपाल में निवासरत विंध्य जन बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए। जिस प्रकार से कार्यक्रम में सभी क्षेत्रों से लोग पहुंचे वह बताता है कि विंध्य प्रदेश बनाने के लिए लोगों में कितना उत्साह है अब देखना यह है कि विन्ध्य वासियों की जन भावना के अनुरूप प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार इस मामले में क्या निर्णय लेती है।

*रामपुर हाउस में क्षेत्रवासियों ने लिया संकल्प*

एक तरफ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विंध्य प्रदेश संकल्प दिवस आयोजित किया गया तो दूसरी ओर सतना जिले के रामपुर बघेलान क्षेत्र में रामपुर हाउस में संकल्प दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विवेक अग्रवाल ने की जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में सुधाकर सिंह, एच एन सिंह, छत्रपाल सिंह छत्तू, गजेंद्र सिंह गुड्डू परसवारा मौजूद रहे। इसके अलावा मृत्युंजय द्विवेदी, रमेश द्विवेदी, केके त्रिपाठी, प्रिंस सिंह पगार, बबलू सकरिया, रामजी शुक्ला, शारदा शुक्ला, सचिन पाण्डेय, सोनू महाराज सज्जनपुर सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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