शिवराज सिंह ने प्रशासन तंत्र को भाजपा के काम में झोंक दिया है ,जिले के कलेक्टर एस.पी.भाजपा पदाधिकारियों जैसा काम करते हैं-अजय सिंह

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शिवराज सिंह ने प्रशासन तंत्र को भाजपा के काम में झोंक दिया है ,जिले के कलेक्टर एस.पी.भाजपा पदाधिकारियों जैसा काम करते हैं-अजय सिंह



शिवराज सिंह ने प्रशासन तंत्र को भाजपा के काम में झोंक दिया है ,जिले के कलेक्टर एस.पी.भाजपा पदाधिकारियों जैसा काम करते हैं-अजय सिंह

क्या मुख्यमंत्री स्वयं सत्ता के दुरुपयोग में लिप्त है?
                                                                                    -अजय सिंह 
सीधी,। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आरोप लगाया है कि शिवराज सिंह ने पूरे प्रशासनतंत्र को भारतीय जनता पार्टी के काम में झोंक दिया है । भले ही इसके लिए कोई आदेश वे नही निकाल सकते लेकिन सभी उच्च अधिकारियों को मौखिक निर्देश हैं कि वे भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों को गैर सरकारी रूप से प्राथमिकता दें और आयोजनों की जरूरतों को पूरा करें । जो अफसर अनदेखी करता है उनका लूप लाईन में जाना तय है, भले ही वह कितना भी काबिल क्यों न हो ।  
अजय सिंह ने कहा कि ऐसे तथ्य अक्सर मुझे पता चलते रहते हैं । भले ही अफसर खुल कर कुछ न बोलें लेकिन वे दबी जुबान से सब कुछ कहते हैं । उन्होंने अपनी बात के समर्थन में तथ्यों के साथ कहा कि अभी हाल ही में उमरिया जिले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा दीपावली मिलन कार्यक्रम आयोजित हुआ । पार्टी के इस कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री रामकिशोर कांवरे मुख्य अतिथि थे । भाजपा के इस समारोह में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी ईला तिवारी सहित जिले के अन्य प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बढ़कर चढकर हिस्सा लिया। प्रत्यक्षदर्शियों  ने बताया कि ऐसा लग रहा था कि मानों वे सभी भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी हैं । भाजपा ने यह समाचार मय फोटो के जारी किया है।
 सिंह ने कहा कि यह तो एक उदाहरण है,हर जिले के कलेक्टर, एस.पी. भाजपा के कार्यक्रमों में अपने स्तर पर सहयोग करते हैं । यह कृत्य सत्ता का खुल्लम खुल्ला दुरुपयोग है । सरकारी लोग ट्रांसफर  के डर से भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल होते हैं । इस मामले में शिवराज सिंह यदि पूरी तरह पाक साफ है तो उन्हें तत्काल दोषी अफसरों को उमरिया से हटाना चाहिए और एक आदेश जारी करना चाहिए कि जो भी  अधिकारी या कर्मचारी पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होगा उस पर सिविल सेवा आचरण अधिनियम के तहत कार्यवाही की जायेगी । यदि मुख्यमंत्री इस आशय का आदेश जारी नहीं करते हैं तो यह सिद्ध हो जायेगा कि शिवराज सिंह स्वयं सत्ता के दुरुपयोग में लिप्त है ।

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