वनरक्षक ही बने जंगल का भक्षक:ग्रामीणों का आरोप,लंबे समय से जारी है लकड़ी की तस्करी

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वनरक्षक ही बने जंगल का भक्षक:ग्रामीणों का आरोप,लंबे समय से जारी है लकड़ी की तस्करी


वनरक्षक ही बने जंगल का भक्षक:ग्रामीणों का आरोप,लंबे समय से जारी है लकड़ी की तस्करी

चौकी के खण्डहर भवन में लकड़ी चिराई कराते ग्रामीणों ने पकड़ा

वनरक्षक के बचाव में जुटे अधिकारी


रवि शुक्ला,सीधी।
मामला मध्य प्रदेश के सीधी जिला अंतर्गत संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र बफर जोन ब्यौहारी का है जहां गडडुहा बीट में पदस्थ वनरक्षक रणजीत सिंह पर लंबे समय से लकड़ी तस्करी का आरोप लगता आ रहा है जिसे विगत दिनों ग्रामीणों द्वारा जोबा वन चौकी के खंडहर भवन में इमारती लकड़ी के चिड़ाई कराते पकड़ विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों एवं मीडिया को भी सूचित किया गया जहां पर पहुंची मीडिया नजारा देखकर भौचक्की रह गई । जहां पड़े लकड़ी के रबूदो ने साबित कर दिया कि यहां काफी दिनों से लकड़ी के चिराई का कार्य जारी है।ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि लंबे अरसे से पदस्थ वनरक्षक रणजीत सिंह द्वारा लकड़ी की कटाई करवा कर बेची जा रही है। वही उनकी पत्नी सुनीता द्वारा रेत की तस्करी कराई जा रही है।विगत सात- आठ दिनों से चौकी के अंदर ही इमारती लकड़ी की चिराई कर तस्करी कराई जा रही है जिसे आज रंगो हाथ पकड़ा गया है। मीडिया द्वारा भी वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया लेकिन अधिकारी यहां पर पहुंचना उचित नहीं समझे इधर उधर की बातों में बहकाते रहे। मीडिया के पहुंचने के 2 घंटे बाद पत्नी के साथ जो ब्यौहारी बफर जोन के मझौली बीट में वनरक्षक पद पर पदस्थ है पहुंचे वन रक्षक द्वारा सफाई देते हुए बताया गया कि बफर में सफर का काम चल रहा है जिसका बोर्ड बनवाने के लिए रेंजर सुभम खरे के मौखिक निर्देश पर लकड़ी की कटाई चिराई कराई जा रही  है। जबकि अभी नए एक भी बोर्ड बने या लगे नहीं देखे गए।वही रेंजर शुभम खरे द्वारा मीडिया से फोन पर बातचीत करते हुए कहा गया कि मैं और एसडीओ आ रहा हूं देखता हूं क्या मामला है लेकिन 3-4 घंटे रुके रहने के बाद भी कोई अधिकारी कर्मचारी वहां नहीं पहुंचे इससे साफ जाहिर होता है कि की जा रही लकड़ी तस्करी में कहीं ना कहीं वरिष्ठ अधिकारियों का संरक्षण वनरक्षक को प्राप्त है। समाचार के माध्यम से ग्रामीणों द्वारा जांच कार्यवाही की मांग की गई है।अब देखना होगा की जिस प्रतिबंधित क्षेत्र से गरीब जनता एक पत्ता नहीं तोड़ सकती,पग नहीं डाल सकती उसके ही रक्षक जंगल को उजाड़ कर मालामाल हो रहे हैं अब देखना दिलचस्प होगा और शासन प्रशासन क्या कुछ कार्यवाही कर पाता है।

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