सीधी:प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से अलकेश ने स्थापित की स्वयं की बेकरी शॉप

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सीधी:प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से अलकेश ने स्थापित की स्वयं की बेकरी शॉप



सीधी:प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से अलकेश ने स्थापित की स्वयं की बेकरी शॉप


  प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम ने युवाओं को स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर आत्मनिर्भर बनाने की पहल की है। योजना का उद्देश्य लोगों को नौकरी मांगने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनाने की है। योजना के प्रभावी संचालन से आज युवाओं का रुझान स्वरोजगार योजनाओं के प्रति बढ़ा है और वह आगे आकर स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर रहे हैं और समाज में अपनी एक अलग पहचान बना रहे हैं।
  
  सीधी जिले के ग्राम मुर्तला तहसील रामपुर नैकिन के अलकेश कुमार त्रिपाठी स्नातक शिक्षा प्राप्त करने उपरान्त नौकरी की तलाश में बैंगलोर चले गये। बैंगलोर में उनके द्वारा कई कार्यालयों/कम्पनियों में नौकरी की तलाश की गई। अथक प्रयास से उन्हें एक बर्गर बनाने वाली इकाई में शेफ का काम मिला, जिसमें लगभग 15 हजार रूपये मासिक पारिश्रमिक मिलता था, जिससे उनका जीवन यापन चल रहा था। उसी दौरान कोरोना महामारी की प्रदेश में दस्तक देने के कारण सभी उद्योग एवं व्यापार बन्द की कगार में पहुंच गये। सभी लोग अपना जीवन बचाने के प्रयास में अपने घर परिवार के पास जाने लगे।

  अकलेश कोरोना काल में किसी तरह गृह ग्राम में पहुंच गये, लेकिन अब जीवन यापन एवं घर के खर्च हेतु आर्थिक आवश्यकता के कारण स्वयं का व्यवसाय स्थापित करने की सोच लेकर व्यवसाय हेतु ऋण लेने के संबंध में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र सीधी से सम्पर्क किया। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र सीधी द्वारा भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अन्तर्गत स्वयं की बेकरी इकाई स्थापित करने हेतु ऋण आवेदन करने का सुझाव दिया गया। अकलेश द्वारा प्रस्तुत प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अन्तर्गत बेकरी इकाई हेतु 06 लाख रूपये का ऋण आवेदन यूनियन बैंक शाखा अगडाल रामपुर नैकिन जिला सीधी को प्रेषित किया गया।

  यूनियन बैंक शाखा अगडाल रामपुर नैकिन जिला सीधी द्वारा स्वीकृत 06 लाख रूपये ऋण की मदद से ग्राम मुर्तला रामपुर नैकिन में बेकरी इकाई स्थापित की गई जिसमें पिज्जा, बर्गर, केक आदि बनाने का काम होता है, इस व्यवसाय में वह लगभग अपने साथ-साथ 04 से 05 लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। भारत सरकार की योजना में उन्हें 1.5 लाख रूपये का अनुदान भी प्राप्त हुआ है। अकलेश ने कहा कि वर्तमान में मै आर्थिक स्वतत्रंता से स्वरोजगार संचालित कर रहा हूॅ। उन्होंने युवाओं से भी स्वरोजगार स्थापित करने का आह्वान किया है।

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