सीधी: मझौली कॉलेज प्राचार्य ने पत्रकार के साथ की थी अभद्रता, कलेक्टर एसपी से लगाई गुहार

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

सीधी: मझौली कॉलेज प्राचार्य ने पत्रकार के साथ की थी अभद्रता, कलेक्टर एसपी से लगाई गुहार



सीधी: मझौली कॉलेज प्राचार्य ने पत्रकार के साथ की थी अभद्रता, कलेक्टर एसपी से लगाई गुहार


कॉलेज के फर्नीचर एवं सामग्री विक्रय में असफल प्राचार्य द्वारा की अभद्रता


 मझौली,रवि शुक्ला। शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय मझौली के प्राचार्य आरके वर्मा द्वारा की गई व्यवहार एवं अभद्र भाषा  से दुखित पत्रकार द्वारा आवेदन पत्र पेश कर कलेक्टर सीधी एवं पुलिस अधीक्षक सीधी से जांच कार्यवाही की मांग की गई है। बता दें कि विगत 28 मई 2022 दिन शनिवार को पत्रकारों को सूचना मिली की कॉलेज प्रशासन द्वारा कॉलेज के फर्नीचर एवं सामग्री बिना किसी जानकारी व टेंडर के विक्रय की जा रही है इसके पूर्व भी कुछ सामग्री विक्रय की गई है । सूचना पर पहुंचे स्थानीय पत्रकार नजारा देखकर भोचक्के रह गए कॉलेज के अंदर वाले ग्राउंड एवं बरामदे में लगभग 50000 ऊपर की सामग्री एवं फर्नीचर निकाल कर बेचे जा रहे थे पत्रकारों को देख कॉलेज के आला अधिकारी भाग खड़े हुए। पत्रकार फोटो वीडियो एवं चपरासी, क्रेता के बयान लेकर वापस चले आए इसके बाद एक स्थानीय पत्रकार कॉलेज पहुंचा पत्रकार के सामने फंस जाने से कॉलेज प्राचार्य भड़क गए और आग बबूला हो गए पूरे भारतीय मीडिया को नेगेटिव मात्र खबरें प्रकाशन के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए काफी कुछ भला बुरा कहा इतना ही नहीं प्राचार्य द्वारा पत्रकार को उसके पूर्वजों के पाप धोने की बात भी कही गई तथा पत्रकार के साथ धक्का-मुक्की करते हुए कॉलेज में प्रवेश ना करने की धमकी दी गई इतना ही नहीं क्षेत्रीय विधायक को भी परमिशन देने की बात कही गई है। यह सारी घटना कॉलेज के बाहर की है । जिसका वीडियो ग्राफ उपलब्ध है जिसकी शिकायत क्षेत्रीय विधायक सहित थाना प्रभारी मझौली से आवेदन पत्र सौंपते हुए की गई साथ ही कलेक्टर सीधी एवं पुलिस अधीक्षक को भी दुखित पत्रकार द्वारा संपूर्ण घटना की जांच कराते हुए कॉलेज प्रचार के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है। अब देखना होगा जबकी प्राचार्य द्वारा की गई अभद्रता का वीडियो ग्राफ उपलब्ध है जिला प्रशासन क्या कुछ कार्यवाही करता है।

*सवाल मांगते जवाब

1-प्राचार्य द्वारा आग बबूला होते हुए कहा गया कि बगैर हमारे परमिशन के कॉलेज में प्रवेश नहीं कर सकते।तो जब खुद के द्वारा चोरी किए जाने की सूचना मिली हो तो क्या परमिशन लेने से अंदर जाने की अनुमति बगैर क्रेता को भगाए अनुमति प्रदान की जाती?
2--जब अन्य मीडिया कर्मी वहां पहुंचे थे उस समय कॉलेज प्रशासन क्यों भाग खड़ा हुआ अपनी सफाई क्यों नहीं पेश किया?
3--कॉलेज प्राचार्य द्वारा कहा गया कि आपके पूर्वजों का पाप धो रहा हूं सजा भुगत रहा हूं जबकि हमारे पूर्वज उस कॉलेज में पैर तक ना रखे होंगे तो प्राचार्य द्वारा जवाब देगे कि हम लोगों के पूर्वजों द्वारा क्या पाप किया गया है?
4--कॉलेज प्राचार्य द्वारा कहा गया है कि पूरे भारतीय नेगेटिव मात्र खबरें प्रकाशित करती है पूरे अखबार नेगेटिव खबरों से भरे हैं जबकि अखबारों में शासकीय कर्मचारियों द्वारा भेजे गए प्रेस रिपोर्ट एवं जनसंपर्क कार्यालय की खबरें भी प्रकाशित की जाती है तो क्या शासकीय कर्मचारी भी नेगेटिव खबर भेजते हैं?
5--विकास को लेकर प्राचार्य द्वारा क्षेत्रीय विधायक को परमिशन देने की बात कहीं गई यह कहां तक उचित है?

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ