गरीबों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप डॉक्टर ,आखिर कब तक अधिकारियों की रहेगी मेहरबानी

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गरीबों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप डॉक्टर ,आखिर कब तक अधिकारियों की रहेगी मेहरबानी


गरीबों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप डॉक्टर ,आखिर कब तक अधिकारियों की रहेगी मेहरबानी



रवि शुक्ला,मझौली। 
मौसम के बदलाव के साथ वायरल बुखार व अन्य बीमारियों का दिन प्रतिदिन प्रकोप बढ़ता जा रहा है। क्षेत्र में डॉक्टरों के अभाव बना हुआ है। जो भी डॉक्टर गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ हैं मनमानी पर उतारू है उनका स्वास्थ्य केंद्र में आने जाने का कोई निश्चित समय नहीं है। ऐसे में झोलाछाप डॉक्टर गरीबों के जान के साथ खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे बल्कि उनके खून पसीने की कमाई से ऐसो आराम की जिंदगी जी रहे हैं। बता दें कि मझौली उपखंड अंतर्गत नगर परिषद मझौली सहित हर गांव -कस्बे में झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक खोलकर लोगों के जॉन के साथ खिलवाड़ कर उनके खून पसीने की कमाई मनमानी रूप से लूट रहे हैं। भले ही दिखावे के लिए क्षेत्र के जो कुछ लोग मेडिकल या पैथोलॉजी जांच सेंटर खोल अपने परिवार का भरण पोषण उन पर कार्यवाही कर कोरम पूर्ण कर लिए हो।लेकिन दूसरे प्रदेशों से आकर लोगों के जान के साथ खिलवाड़ करने वाले जिनके पास ना तो कोई डिग्री है ना डिप्लोमा है क्षेत्र के हर गांव में लूटपाट की दुकान खोले बैठे है। जो 10 से 20 रुपए की गोली -इंजेक्शन देकर 100 से 200 रुपए वसूल रहे है लोगों की माने तो  पथरी, अपेंडिक्स, जैसे अन्य रोगों के ऑपरेशन करने मे भी परहेज नहीं कर रहे  है। ऐसी स्थिति में जिम्मेदारों का इन्हें नजरअंदाज करना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। जो शासन प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर रहा है।


मीडिया व लोगों को मिल रही धमकी:-


छेत्र के मड़वास, गिजवार, टिकरी, पथरौला, जोगी पहाड़ी, महखोर, खडौरा,जोबा,ठोंगा, पाड, धनौली ,चमराडोल, आदि के साथ मझौली नगर परिषद अंतर्गत झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं।जो मरीजों को सस्ती दवाई देकर मोटी रकम वसूल रहे हैं। यहां तक की कई झोलाछाप डॉक्टरों ने बाकायदा बोर्ड भी लगा रखे हैं लेकिन डिग्री डिप्लोमा का कोई जिक्र नहीं किया गया है। इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कोई कार्यवाही ना होने से इनके हौसले दिन प्रतिदिन बुलंद होते जा रहे हैं जो लोगों एवं मीडिया को धौंस भी दिखाने लगे हैं । यहां तक की मीडिया को बड़े केस में फंसाने की धमकी भी दी जाने लगी है।

उधर जानकरों का कहना है कि इन झोलाछाप डॉक्टरों पर अभियान चलाकर जिला एवं तहसील स्तर के अधिकारी कार्यवाही करने की जरूरत नहीं समझते,लिहाजा आज स्थिति यह हो चुकी है कि ये झोलाछाप डाक्टर वेख़ौफ़ होकर क्लिनिक एवं पैथोलॉजी का संचालन कर रहे हैं,इन कथित डॉक्टरों के यहां हजारो की कमाई रोज होने के कारण बडे बडे बंगले बनवाने के साथ साथ चार पहिया वाहनों से चल रहे हैं।झोलाछाप डॉक्टरों को यह अच्छे से मालूम है कि उनके ऊपर जिले एवं ब्लॉक के अधिकारियों की मेहरबानी बनी हुई है।

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