पुलिस ने चोरी हुई धान को किया बरामद, आरोपी गिरफ्तार

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पुलिस ने चोरी हुई धान को किया बरामद, आरोपी गिरफ्तार


पुलिस ने चोरी हुई धान को किया बरामद, आरोपी गिरफ्तार


भोपाल। मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के ब्योहारी थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम साखी निवासी लल्लू कोल की चोरी हुई धान के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही 13 बोरी धान भी बरामद हुई है, जबकि शेष बची धान की बरामदगी के लिये पीडि़त पक्ष ने पुलिस की और अधिक सख्ती की अपेक्षा जताई है। ताकि इन शातिर चोरों को कड़ा सबक सिखाया जा सके। उल्लेखनीय है कि फरियादी लल्लू कोल उम्र 55 वर्ष निवासी ग्राम साखी द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि  दिनांक 22-23 नवंबर 2022 की दरम्यानी रात को अज्ञात चोर उसकी खलिहान में रखी धान की फसल चोरी कर ले गये। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध क्रमांक 838 /022  धारा 379 आईपीसी कायम करके साखी निवासी 1 आरोपी और खरपा निवासी दो आरोपियों को 13 बोरी धान एवं घटना में उपयोग किये गये ट्रैक्टर सहित गिरफ्तार किया है। मामले की विवेचना एसआई सूर्य प्रताप सिंह परिहार द्वारा की जा रही है अभी आगे की विवेचना जारी है। पीडि़त पक्ष ने धान चोरी के इस मामले का खुलासा होने पर शहडोल जोन के एडीजीपी डीसी सागर का आभार जताया है। साथ ही ब्योहारी एसडीओपी रविकांत कोल और थाना प्रभारी मो. समीर खान की इस तत्परता को भी पीडि़त पक्ष द्वारा महत्वपूर्ण बताया गया है। लेकिन साथ में यह भी कहा गया है कि ब्योहारी पुलिस द्वारा और अधिक सख्ती बरतते हुए इन धान चोरों से सख्त पूछताछ की जाये ताकि पूरी धान बरामद हो सके। 
यहां विचारणीय पहलू यह है कि अगर धान चोरी के उक्त आरोपियों ने धान चोरी करके उसमें से कुछ धान को बेच दिया हो तब तो इसका आशय यह हुआ कि उक्त धान चोर इस तरह से क्षेत्र में संगठित वारदातों को अंजाम दे रहे हैं तथा ब्योहारी क्षेत्र में हुई अन्य चोरियों व आपराधिक वारदातों में भी इनकी संलिप्तता हो सकती है। ऐसे असामाजिक तत्वों को समाज में रहने का ही हक नहीं है। बताया गया है कि उल्लेखित धान चोरी में साखी गांव के ही निवासी एक और असामाजिक तत्व की संलिप्तता रही है, जिसने इस धान चोरी में उपयोग हुए वाहनों के लिये डीजल- पेट्रोल उपलब्ध कराया है। उक्त आरोपी का यह कारनामा भी गंभीर अपराध है तथा उसने धान चोरी में लिप्त रहकर समाज के खिलाफ गुनाह किया है तथा वह दया या क्षमा का पात्र नहीं है। ऐसे में परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए ब्योहारी पुलिस की सख्ती एवं तत्परता जरूरी है। धान चोरों की किसी भी तरह की मदद करने वाले भी गुनाहगार माने जायेंगे तथा भविष्य में कानूनी तौर पर उन्हे खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

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