iPhone के लिए डिलीवरी बॉय को उतारा मौत के घाट, 3 दिन घर में रखने के बाद जला दिया

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iPhone के लिए डिलीवरी बॉय को उतारा मौत के घाट, 3 दिन घर में रखने के बाद जला दिया



iPhone के लिए डिलीवरी बॉय को उतारा मौत के घाट, 3 दिन घर में रखने के बाद जला दिया



एप्पल कंपनी के मोबाइल आईफोन (iPhone) का क्रेज दुनियाभर में है. मजाकिया लहजे में लोग इसके लिए अपनी किडनी बेचने तक की बात सोशल मीडिया पर करते हैं. लेकिन कर्नाटक में एक ऐसा वाकया सामने आया है, जिसमें एक युवक ने आईफोन के लिए पूरी प्लानिंग के साथ न सिर्फ एक डिलीवरी बॉय को मौत के घाट उतार दिया.

बल्कि, उसकी लाश को रेलवे स्टेशन के किनारे जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश भी की. हालांकि, इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

आईफोन की सनक में मर्डर जैसे क्रूर अपराध की ये वारदात कर्नाटक के हासन जिले के अर्सिकेरे शहर में हुई. चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी की उम्र महज 20 साल है और जिस शख्स को मौत के घाट उतारा गया है, उसकी उम्र 23 साल.

दरअसल, अर्सिकेरे शहर के अंककोप्पल रेलवे स्टेशन के पास 11 फरवरी को कर्नाटक पुलिस को एक जली हुई लाश मिली. इस तरह रेलवे स्टेशन के पास जली हुई लाश मिलने से पुलिसकर्मी भी चौंक गए और उन्होंने तत्काल घटना के बारे में अपने आला अधिकारियों को सूचित किया. घटना की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने तत्काल मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन कर दिया. जांच में जो खुलासा हुआ, उससे पुलिस भी हैरान रह गई.
पुलिस के मुताबिक अर्सिकेरे शहर के लक्ष्मीपुरा लेआउट के पास रहने वाले हेमंत दत्ता (20) ने एक सेकंड हैंड आईफोन ऑनलाइन बुक किया. इस बुकिंग को पहुंचाने का जिम्मा ई-कार्ट के डिलीवरी बॉय हेमंत नाइक को मिला. तय वक्त पर हेमंत नाइक आईफोन की डिलीवरी करने के लिए हेमंत दत्ता के लक्ष्मीपुरा इलाके में स्थित घर पर पहुंच गया. फोन डिलीवर करते ही उसने फोन की कीमत 46 हजार रुपए देने के लिए कहा.

इधर हेमंत नाइक पैसे के लिए दरवाजे पर इंतजार करने लगा, लेकिन हेमंत दत्ता ने बहाने से उसे घर के अंदर बुला लिया. नाइक के अंदर आते ही दत्ता चाकू लेकर उस पर टूट पड़ा और उस पर एक के बाद एक कई वार किए. हत्या को अंजाम देने के बाद उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर वह लाश को किस तरह से ठिकाने लगाए? इसलिए उसने 3 दिनों तक लाश को अपने घर पर ही रख लिया.
तीन दिन बाद मौका पाकर उसने लाश को बोरे से ढका और स्कूटी पर लादकर सुबह-सुबह करीब 4.50 बजे उसे ठिकाने लगाने निकल पड़ा. यहां से दत्ता, नाइक की लाश को लेकर सीधे अंककोप्पल रेलवे स्टेशन के पास सुनसान इलाके में पहुंचा. एक जगह निश्चित कर उसने लाश को अपनी स्कूटी से उतारा और फिर उसे आग के हवाले कर दिया.

पुलिस की पूछताछ में हेमंत दत्ता ने बताया कि उसके पास डिलीवरी बॉय हेमंत नाइक को देने के लिए 46 हजार रुपए नहीं थे और उसे आईफोन भी चाहिए था, इसलिए उसने डिलीवरी बॉय को मौत के घाट उतारने का प्लान बनाया. पुलिस ने बताया कि उन्हें जब रेलवे स्टेशन के पास जली हुई लाश मिली तो उन्होंने पता लगाने के लिए इलाके के सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया, जिसमें आरोपी अपनी स्कूटी पर लाश लादकर ले जाता हुआ नजर आ गया.

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