मझौली की स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी, सरकारी वाहन से ढोया जा रहा घरेलू सामान,बीपीएम ने CBMO की खोली पोल
रवि शुक्ला,मझौली
विगत दो वर्षों से मझौली की स्वास्थ्य व्यवस्था दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है,दवा कराने वाले आए दिन परेशान हो रहे हैं स्वास्थ्य व्यवस्था पर न तो किसी जिले के अधिकारियों का ध्यान जा रहा है और न ही कोई नेता जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहें हैं,आए दिन मझौली की स्वास्थ्य व्यवस्था सुर्खियों में बनी रहती है सीबीएमओ खुद नदारद रहते हैं, मझौली समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले कई उप स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लटके रहते हैं,समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वास्थ्य व्यवस्था एक डॉक्टर दो सिस्टरों के भरोसे रहती है जिसमें मरीजों के साथ अन्य स्टॉप को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सीबीएमओ की गाड़ी से ढोया जा रहा घरेलू सामान
आपको बता दें की अभी बीते दिनों मझौली सीबीएमओ की गाड़ी में मझौली ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर (BPM)कमलेश चौधरी घरेलू उपयोग के लिए कुलर लादकर अपने कमरे में ले जा रहे थे जिसका वीडियो मीडिया के कैमरे में कैद हो गया, जब उनसे पूछा गया की यह गाड़ी सीबीएमओ की है आप सामान ला रहे हैं उनके द्वारा कहा गया की इमरजेंसी थी जब मीडिया ने पूछा की सामान ढोने के लिए है बोले नहीं है,अब सवाल यह उठता है एक सीबीएमओ की गाड़ी को बीपीएम उपयोग कर रहे और कुलर ढोने का काम का रहे हैं वाहन को माल ढोने का वाहन बना दिया गया है,ऐसा प्रतीत होता है की सीबीएमओ और बीपीएम मिलकर सरकारी वाहन का दुरपयोग का रहे हैं,लोगों की मानें तो ये खुद अपने कार्य क्षेत्र से नदारद रहते हैं।
बीपीएम ने सीबीएमओ की खोली पोल
ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर कमलेश चौधरी खुद सीबीएमओ पीएल सागर की पोल खोलते हुए कहा की हमें यहां 10 से 15 साल हो गए नौकरी करते लेकिन मझौली की इस तरह की घटिया स्वास्थ्य व्यवस्था कभी नहीं देखा,फील्ड में इतनी समस्या है की हम किसी के सामने नही कह सकते उन्होंने सीबीएमओ को लेकर आगे कहा कि एक स्वास्थ्य अधिकारी हैं सरकार नियुक्त की हैं कुछ तो काम करना चाहिए। फील्ड में इतनी समस्या है की हम किससे किससे कहें उप स्वास्थ्य केंद्रों के कर्मचारी बिना किसी सूचना के नदारद रहते हैं जिले से हमारे पास नोटिस काटने का फोन आता हम कैसे कर सकते हैं उन्होंने यहां तक कह दिया की उनकी सोच सही नहीं है।
मानसिक रूप प्रताड़ित हो रहा सविंदा डॉक्टर:- बीपीएम
बीपीएम कमलेश चौधरी ने मझौली समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर कृष्णा कोल को लेकर उन्होंने कहा की एक संविदा डॉक्टर बाउंड में आया हैं वह मानसिक रूप से प्रताड़ित है,उनका निशाना सीबीएमओ पीएल सागर पर है क्योंकि ओ खंड चिकित्सा अधिकारी हैं हालांकि बीपीएम खुद अपने कार्य के प्रति लापरवाह हैं।

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