वैदिक सम्मेलन का रीवा में हुआ आयोजन, दयाशंकर ने अपने कारनामों से किया अचंभित,कार्यक्रम में शामिल हुए डिप्टी CM

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वैदिक सम्मेलन का रीवा में हुआ आयोजन, दयाशंकर ने अपने कारनामों से किया अचंभित,कार्यक्रम में शामिल हुए डिप्टी CM



वैदिक सम्मेलन का रीवा में हुआ आयोजन, दयाशंकर ने अपने कारनामों से किया अचंभित,कार्यक्रम में शामिल हुए डिप्टी CM 


सीधी। 
वैदिक सनातनी ज्योतिष सम्मेलन-विद्वान की खोज का आयोजन हुआ विगत दिनो रीवा में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम लाल किताब के विशेषज्ञ जीडी वशिष्ठ की मौजूदगी में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के संयोजक दीप खरे और आयोजक विक्रम शुक्ला  पंडित राज शर्मा रहे।  पंडित राज शर्मा ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस खास मौके पर गुरूदेव जीडी वशिष्ठ का आगमन हुआ, जिनके आने से पूरे माहौल में एक खास ऊर्जा और आशीर्वाद की अनुभूति हुई। इस गरिमामयी आयोजन की शोभा तब और बढ़ गई जब मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल भी सम्मेलन में सम्मिलित हुए और अपने विचार साझा किए। साथ ही सांसद जनार्दन मिश्रा ने भी ज्योति के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। दीप खरेए उनकी टीम और उनके परिवार के द्वारा दिया गया आतिथ्य सत्कार हमेशा याद रहेगा। सम्मेलन में मौजूद सभी विद्वानों और ज्योतिष प्रेमियों ने गुरुदेव का दिल से स्वागत किया। गुरुदेव ने अपने अनमोल अनुभव और ज्योतिष ज्ञान को सभी के साथ साझा करते हुए विद्वान की खोज कार्यक्रम की खासियत और उसके उद्देश्य को समझाया। इस आयोजन की सबसे खास बात यह रही कि उन विद्वानों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने ज्ञान और मेहनत से खुद को साबित किया। गुरुदेव ने उन्हें विद्वान की खोज का सम्मान देकर उनका मनोबल बढ़ाया, ताकि वे आगे भी समाज को सही दिशा दिखा सकें और ज्योतिष के क्षेत्र में अपनी खास पहचान बना सकें। यह सम्मेलन केवल एक कार्यक्रम नही बल्कि एक प्रेरणा था जहाँ ज्ञान, श्रद्धा और सम्मान एक साथ नजर आए। मंच से सभी विद्वान वक्ताओं द्वारा की गई चर्चा सारगर्भित और अत्यंत ही ज्ञानवर्धक रही। सम्मेलन में दयाशंकर चतुर्वेदी, सुबेष सर्मन, अक्षय शर्मा,राज कुमार शास्त्री, डी पी शास्त्री, कृपाराम उपाध्याय, अमित शर्मा, सर्वेश्वर शर्मा, मोहनलाल शर्मा,हिरेन शुक्ला,गगन शुक्ला, चन्द्र शेखर खरे, वेंकटेश पाण्डे, सुनील सिंह और देश के दूर-दूर से पधारे सैकड़ों विद्वानों ने भाग लिया। 


दयाशंकर रहे अव्वल

माखन लाल चतुर्वेदी विश्व विद्यालय रीवा में आयोजित कार्यक्रम में शास्त्रार्थ और प्रडिक्शन में सर्वोत्कृष्ट विद्वान के रूप में दयाशंकर चतुर्वेदी को चयनित और पुरूस्कृत किया गया। श्री चतुर्वेदी द्वारा ज्ञान से संबंधित विभिन्न कुंडलियों में चर्चा की जिसमें उनके द्वारा उपस्थित सारे ज्योतिषियों में से 95 प्रतिशत से अधिक कुंडलियों की सही गणना की गई। जिसके कारण उन्हे सारे ज्योतिषियों द्वारा प्रथम पुरूस्कार से नवाजा गया। बता दें कि श्री चतुर्वेदी रीवा जिले में संस्कृत के प्राध्यापक है एवं गुरूदेव आचार्य स्व. रामाधार चतुर्वेदी खड़ौरा के पौत्र एवं कृपापात्र शिष्य रहे है।

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