MP News: महिला ने सांप के बच्चों को दिया जन्म, सोशल मीडिया में किया जा रहा दावा,डॉक्टरों ने सच्चाई का किया खुलासा

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MP News: महिला ने सांप के बच्चों को दिया जन्म, सोशल मीडिया में किया जा रहा दावा,डॉक्टरों ने सच्चाई का किया खुलासा



MP News: महिला ने सांप के बच्चों को दिया जन्म, सोशल मीडिया में किया जा रहा दावा,डॉक्टरों ने सच्चाई का किया खुलासा



मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के खजुराहो क्षेत्र में मऊमसानिया गांव से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी। रिंकी अहिरवार, पत्नी हलके अहिरवार, ने दावा किया कि उसने सांप के तीन बच्चों को जन्म दिया है।

इस दावे ने गांव में सनसनी फैला दी, और लोग उनके घर पर जमा हो गए। हालांकि, राजनगर स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने इस दावे को खारिज करते हुए बताया कि यह सांप नहीं, बल्कि खून के थक्के (ब्लड क्लॉट) थे। आइए, इस पूरे मामले की सच्चाई जानते हैं।


रिंकी अहिरवार का सांप के बच्चों को जन्म देने की बात का दावा

6 अगस्त 2025 को मऊमसानिया गांव में रहने वाली रिंकी अहिरवार ने बताया कि उसे अचानक पेट में तेज दर्द हुआ, जिसके बाद उसने तीन सांप जैसे जीवों को जन्म दिया। रिंकी ने यह भी दावा किया कि जो कोई इन "सांप के बच्चों" को देखेगा, उसकी मौत हो जाएगी। इस दावे के बाद उनके घर पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इन तथाकथित "सांप के बच्चों" को एक प्लास्टिक के तसले में ढककर रखा गया था। रिंकी ने यह भी कहा कि वह आगे और सांप के बच्चों को जन्म देगी, जिसने लोगों में और ज्यादा उत्सुकता और डर पैदा कर दिया।

इस खबर के बाद एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें रिंकी रोते हुए अपने दावे को दोहरा रही थी। इस वीडियो ने पूरे देश में चर्चा का माहौल बना दिया। कुछ लोगों ने इसे चमत्कार माना, तो कुछ ने इसे अंधविश्वास करार दिया।

डॉक्टरों ने सच्चाई का किया खुलासा: 


रिंकी के इस दावे के बाद उनके परिजन उन्हें राजनगर स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बीएमओ) डॉ अवधेश चतुर्वेदी और उनकी टीम ने उनकी जांच की। डॉ. चतुर्वेदी ने इस मामले में बताया कि "रिंकी हमारे अस्पताल में आई थी। उसने बताया कि कुछ दिन पहले उसके पीरियड्स आए थे, जो सोमवार को बंद हो गए। जांच में हमने पाया कि उसके शरीर में खून के थक्के (ब्लड क्लॉट) थे, जो थ्रेड जैसे दिख रहे थे। वीडियो में यह सांप जैसा लग सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से ब्लड क्लॉट था। यह जैविक रूप से असंभव है कि कोई इंसान सांप को जन्म दे।"

डॉ चतुर्वेदी ने आगे बताया कि रिंकी को पेट में हल्का दर्द था, जिसके लिए उसे प्राथमिक उपचार दिया गया और अल्ट्रासाउंड के लिए छतरपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि रिंकी गर्भवती नहीं थी, और यह दावा कि उसने सांप के बच्चों को जन्म दिया, पूरी तरह गलत है। ब्लड क्लॉट्स, जो कभी-कभी लंबे और पतले दिख सकते हैं, को ग्रामीणों ने गलती से सांप समझ लिया।


डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है। मानव और सांप की जैविक संरचना और प्रजनन प्रक्रिया पूरी तरह अलग है। मनुष्य स्तनधारी प्रजाति हैं, जो जीवित बच्चों को जन्म देते हैं, जबकि सांप सरीसृप हैं, जो ज्यादातर अंडे देते हैं। दोनों की जेनेटिक संरचना और प्रजनन प्रणाली में कोई समानता नहीं है, जिससे यह जैविक रूप से असंभव है कि कोई इंसान सांप को जन्म दे।

डॉ. अवधेश चतुर्वेदी ने कहा, "कभी-कभी पीरियड्स के बाद ब्लड क्लॉट्स निकलते हैं, जो थ्रेड जैसे या लंबे आकार के हो सकते हैं। अंधविश्वास और जानकारी की कमी के कारण लोग इसे गलत समझ लेते हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि रिंकी ने बाद में स्वीकार किया कि यह सांप नहीं थे।

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