30 घंटे की सतत निगरानी, हर घंटे की रिपोर्ट, 70+ कैमरों का विश्लेषण एवं 4 टीमों की संयुक्त कार्रवाई7 वर्षीय मासूम बालक सकुशल बरामद.....

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30 घंटे की सतत निगरानी, हर घंटे की रिपोर्ट, 70+ कैमरों का विश्लेषण एवं 4 टीमों की संयुक्त कार्रवाई7 वर्षीय मासूम बालक सकुशल बरामद.....




30 घंटे की सतत निगरानी, हर घंटे की रिपोर्ट, 70+ कैमरों का विश्लेषण एवं 4 टीमों की संयुक्त कार्रवाई
7 वर्षीय मासूम बालक सकुशल बरामद.....


सीधी

पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कोरी के कुशल निर्देशन में थाना रामपुर नैकिन पुलिस द्वारा एक अत्यंत संवेदनशील प्रकरण में मात्र 30 घंटे के भीतर 7 वर्षीय बालक प्रिंस कोल को रीवा से सकुशल बरामद कर आरोपी दीपक कोल को गिरफ्तार कर लिया गया।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा हर घंटे प्रकरण की समीक्षा एवं सभी टीमों से प्रगति रिपोर्ट ली जाती रही, जिससे कार्रवाई की गति बनी रही और सभी टीमों का संयुक्त समन्वय अत्यंत प्रभावी रहा।

 प्रकरण का संक्षिप्त विवरणः-

 दिनांक 14.11.2025 को रात्रि 09ः30 बजे फरियादिया अन्नू रावत पति परदेशी रावत निवासी ग्राम ममदर द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उनका 7 वर्षीय पुत्र प्रिंस कोल घर के पास खेलते-खेलते गायब हो गया। प्रकरण की जानकारी होते ही पुलिस सक्रिय हो गई एवं प्राथमिक जॉच में यह ज्ञात हुआ कि बालक को ग्राम के दीपक कोल पिता रामकृपाल कोल मछली बेचने का लालच देकर अपने साथ लेकर गया है। थाना रामपुर नैकिन पुलिस द्वारा धारा 137(2) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।

 पुलिस अधीक्षक द्वारा 4 विशेष टीमों का गठन, पेपरलेस कमांड एंड मॉनिटरिंगः-

 प्रकरण को अत्यंत संवेदनशील मानते हुए पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कोरी द्वारा थाना प्रभारी के नेतृत्व में 04 खोजी टीमों का गठन

 प्रत्येक घंटे सर्चिंग की प्रगति की टेलिफोनिक/वायरलेस रिपोर्ट
  सीसीटीव्ही फुटेज विश्लेषण, सर्चिंग, मुखबिर गतिविधि व लोकेशन अपडेट का रियल-टाइम मॉनिटरिंग

इन सभी का प्रभावी संचालन स्वयं किया गया, जिससे कार्रवाई में किसी भी प्रकार की देरी नहीं हुई।

पुलिस की चरणबद्ध एवं लगातार खोजबीन (हर घंटे की रिपोर्टिंग के साथ)

 रात में फरियादी के घर से जाने वाले विभिन्न रास्तों को ट्रैक करते हुये सभी उपलब्ध सीसीटीव्ही कैमरे खंगाले गए।
रात में दो टीमों द्वारा जंगलों एवं पगडंडियों में कॉम्बिंग सर्च।
 सुबह मुखबिर सूचना पर पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया।
सुबह 7 बजे एक कैमरे में ट्रैक हो जाने से सभी टीमों को रीवा मार्ग व रीवा शहर में सीसीटीव्ही खोजबीन के लिए निर्देश।
रीवा बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, मुख्य चौराहों के 40+ कैमरों का विश्लेषण।
 होटल/लॉज/धर्मशाला/रैन बसेरा क्षेत्रों के 20+ कैमरों की जांच।
 अथक प्रयास एवं कड़ी मेहनत के पश्चात रात 9 बजे टीम ने संदेहास्पद फुटेज में आरोपी की सम्भावित लोकेशन चिन्हित की।
 रात 11 बजे, बस स्टैंड प्रतीक्षालय रीवा में आरोपी व बालक को सूझबूझ से घेराबंदी कर पकड़ा गया।

पुलिस अधीक्षक द्वारा हर चरण में सर्च ऑपरेशन की प्रगति पर सीधी निगरानी रखी गई, जिससे खोज अभियान लगातार गति पकड़ता रहा।

 महत्वपूर्ण उपलब्धि, 30 घंटे में बालक की सुरक्षित वापसी

लंबी एवं जटिल खोजबीन के बाद टीम ने रीवा बस स्टैंड क्षेत्र में लोकेशन ट्रेस कर।

 आरोपी दीपक कोल को गिरफ्तार किया

 7 वर्षीय प्रिंस कोल को सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंपा

 आरोपी द्वारा अपहरण का उद्देश्य:-

 पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह नशे का आदी है एवं मेहनत मजदूरी करने में अक्षम है इसलिये बच्चे के माध्यम से कोई कार्य करवाकर पैसा कमाना चाहता था जिसके विरुद्ध अन्य जॉच करते हुये आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

“हर घंटे की रिपोर्टिंग, हर पल की निगरानी, बच्चों की सुरक्षा हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता”

ऑपरेशन मुस्कान अभियानः-

 ‘‘गुम बालक बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु पुलिस मुख्यालय भोपाल के दिशा-निर्देशन में संचालित “ऑपरेशन मुस्कान” अभियान के अंतर्गत जिला सीधी के एसडीओपी चुरहट श्री आशुतोष द्विवेदी के मार्गदर्शन में एवं थाना प्रभारी रामपुर नैकिन निरी. सुधांशु तिवारी के नेतृत्व में गठित टीम उनि मोतीलाल रावत, सउनि अनंतलाल प्रजापति, प्रआर. महेन्द्र विश्वकर्मा, रामकरण पासवान, आर. विवेक सिंह, अंकित मिश्रा, हर्चित राने एवं महिला आर. अंजली ंिसंह द्वारा एक गुमशुदा नाबालिक बालक को सतत व समन्वित प्रयासों के फलस्वरूप रीवा बस स्टैण्ड प्रतिक्षालय से सुरक्षित बरामद कर परिजनों को सुपुर्द किया गया। पुलिस द्वारा की गई उक्त कार्यवाही से बालक के परिजन काफी खुश है तथा बालक की मॉ ने रो-रो कर पुलिस के प्रति कृतज्ञता प्रकट की गई है। उक्त समस्त टीम को त्वरित कार्यवाही हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा पुरूष्कृत करने की धोषणा की गई है‘‘

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