सीधी पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के इनामी आरोपी गिरफ्तार; दो राज्यों में हुई गिरफ्तारी

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सीधी पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के इनामी आरोपी गिरफ्तार; दो राज्यों में हुई गिरफ्तारी


सीधी पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के इनामी आरोपी गिरफ्तार; दो राज्यों में हुई गिरफ्तारी


सीधी
      पुलिस अधीक्षक सीधी, श्री संतोष कोरी के सशक्त निर्देशन में सीधी पुलिस ने एक बड़ी और अनुकरणीय सफलता हासिल की है। जमोड़ी थाना पुलिस की विशेष टीम ने सामूहिक दुष्कर्म के एक जघन्य मामले में फरार चल रहे इनामी मुख्य आरोपी और एक विधि के प्रतिकूल बालक को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया है।
    यह गिरफ्तारी सीधी पुलिस के असाधारण संकल्प, उत्कृष्ट तकनीकी दक्षता और दो राज्यों में निरंतर की गई अथक कार्यवाही का परिणाम है।

सफलता का विस्तृत विवरण और टीम का विशिष्ट योगदान:

         पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कोरी के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अरविन्द श्रीवास्तव और उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अमन मिश्रा के मार्गदर्शन में, थाना प्रभारी जमोड़ी, उप निरीक्षक श्री दिव्य प्रकाश त्रिपाठी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
      आरोपियों के लगातार ठिकाने बदलने के बावजूद, टीम ने हार नहीं मानी और उनका पीछा किया:
भोपाल में पहली दबिश।
गुजरात में संभावित ठिकानों पर सघन तलाशी।
उन्नत तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी का समन्वय करते हुए, टीम ने अंततः गुजरात एवं इंदौर से दोनों को हिरासत में लिया।
इस चुनौतीपूर्ण और लंबी कार्यवाही को निर्णायक मोड़ देने में निम्न पुलिस कर्मियों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक योगदान रहा:
उनि० दिव्य प्रकाश त्रिपाठी (थाना प्रभारी जमोड़ी/टीम लीडर)
प्रधान आर० अवनीश सिंह
आर० के पी सिंह
आर० कृष्ण मुरारी द्विवेदी

पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी ने कहा कि "यह गिरफ्तारी सीधी पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हमारे पुलिसकर्मियों ने इस जटिल मामले को सुलझाने में असाधारण साहस, धैर्य और तकनीकी दक्षता का प्रदर्शन किया है। अपराधियों को यह स्पष्ट संदेश है कि वे कहीं भी छिप जाएं, सीधी पुलिस उन्हें खोज निकालेगी। हमारी टीम के सभी सदस्यों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए मेरी ओर से हार्दिक बधाई।"

आगे की वैधानिक कार्यवाही:
गिरफ्तार 10-10 हजार के इनामी मुख्य आरोपी और विधि के प्रतिकूल बालक को आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद, क्रमशः माननीय न्यायालय और बाल न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।

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