माशिमं. के हेल्पलाइन पर सेल्फी से छुटकारा पाने ,छात्र कर रहे फोन, 40% हैं इससे ग्रसित

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

माशिमं. के हेल्पलाइन पर सेल्फी से छुटकारा पाने ,छात्र कर रहे फोन, 40% हैं इससे ग्रसित





माशिमं. के हेल्पलाइन पर सेल्फी से छुटकारा पाने , क्ष
छात्र कर रहे फोन, 40% हैं इससे ग्रसित
  

भोपाल। 
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड भोपाल द्वारा संचालित हेल्पलाइन नंबर में बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे  छात्र छात्राओं के लगातार फोन आ रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि 40% बच्चे ऐसे हैं जिनका सोशल मीडिया के कारण पढ़ाई में मन नहीं लग रहा। समाधान के लिए वह खुलकर अपनी समस्या बता रहे हैं । वह बता रहे हैं कि परिवार में परीक्षा के कारण सेल्फी और सोशल मीडिया बंद करवा दिया। उसके बिना पढ़ाई में भी मन नहीं लग रहा। 

40% बच्चे सोशल नार्सिसिज्म और सेल्फी से ग्रसित


परीक्षा के नजदीक आते ही स्टूडेंट पढ़ाई को लेकर तो तनाव में तो रहते ही हैं। अब इनको एक नई बीमारी लग गई है। माशिमं में पहुंचने वाले फोन में अधिकांश क्षात्र कह रहे हैं कि, वे पढ़ाई और मोबाइल, इंटरनेट के बीच सामंजस्य नहीं बिठा पा रहे हैं। यहां हर दिन पहुंचने वाले 250 से अधिक कॉल में 40 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं, जो सोशल नार्सिसिज्म और सेल्फी सिड्रोंम से ग्रसित हैं। 1 जनवरी से शुरू हुई माशिमं की हेल्पलाइन में अब तक 6250 कॉल पहुंचे हैं। इनमें 2500 कॉल सिर्फ सोशल नार्सिसिज्म और सेल्फी सिड्रोंम के स्टूडेंट के थे। 

क्या है सोशल नार्सिसिज़्म 

काउंसलर्स का कहना है कि पढ़ाई के बीच बार-बार सेल्फी लेकर स्टेटस पर अपडेट करना एक तरह का मानसिक विकार है। यह लत सोशल नार्सिसिज़्म कहलाती है। इस दौरान स्टूडेंट ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाता और तनावग्रस्त हो जाता है। इंटरनेट, सेल्फी सिड्रोंम से बचाने के लिए मोबाइल को स्विच ऑफ करके पढ़ाई करे। मोबाइल बंद करके पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं तो उसे साइलेंट मोड पर रखें। पढ़ाई के बाद ही उसे चैक करें।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ