कलेक्टर श्री चौधरी ने ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों का किया अवलोकन

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कलेक्टर श्री चौधरी ने ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों का किया अवलोकन




कलेक्टर श्री चौधरी ने ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों का किया अवलोकन


श्रम आधारित कार्यों को प्रारंभ कर अधिक से अधिक श्रमिकों को उपलब्ध करायें कार्य - कलेक्टर श्री चौधरी 


सीधी।
             कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने जनपद पंचायत सीधी के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण कर महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत प्रगतिरत कार्यों का अवलोकन किया। कलेक्टर श्री चौधरी ने सभी ग्राम पंचायतों में श्रम आधारित कार्यों को प्रारंभ कर अधिक से अधिक श्रमिकों को नियोजित करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि यह एक चुनौतीपूर्ण समय है। इस समय पूरा विश्व कोरोना वायरस महामारी की चपेट में हैं, जिसके कारण कई आर्थिक गतिविधियाँ बंद हो गयी हैं। जो लोग जिले के बाहर जीविकोपार्जन करते थे, वो भी ग्रामों में लौट आए हैं। ऐसे समय में लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना शासन की प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देशित किया है कि सभी श्रमिकों के जाब कार्ड बनाकर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें।
             कलेक्टर श्री चौधरी ने जनपद पंचायत सीधी अंतर्गत ग्राम पंचायत बरमानी, भगोहर एवं सेंदुरा में प्रगतिरत कार्यों का निरीक्षण अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ए. बी. सिंह, उपखण्ड अधिकारी गोपदबनास एवं प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सीधी नीलांबर मिश्रा, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा हिमांशु तिवारी सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। 
            कलेक्टर श्री चौधरी ने ग्राम पंचायत सेंदुरा में श्रमिकों के नियोजन की स्थिति कम होने के कारण सचिव एवं रोजगार सहायक को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सीधी को निर्देशित किया है कि श्रमिकों के नियोजन की स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा करें तथा श्रमिकों के नियोजन को बढ़ायें। जो ग्राम पंचायतें कार्य में उदासीन और लापरवाह हैं संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री चौधरी ने निर्देशित किया है कि नरेगा के कार्यों में जेसीबी मशीन का उपयोग नहीं किया जाये। यदि कहीं भी मशीनों से कार्य होते पाया गया तो मशीन जब्त करने के साथ-साथ संबंधितों के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने श्रमिकों के मजदूरी का समय से भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।


क्लस्टर एप्रोच के साथ फलोद्यान योजना के क्रियान्वयन के निर्देश
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कलेक्टर श्री चौधरी ने निजी खेत में फलोद्यान परियोजना का क्लस्टर के आधार पर विकसित करने के लिए कहा है। ऐसा करने से किसानों को अपना उपज बेचने में आसानी होगी तथा पूरे क्षेत्र का आर्थिक सशक्तिकरण होगा। उन्होंने उपस्थित कृषकों को महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत निजी खेत में फलोद्यान परियोजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया। योजना के विषय में विस्तारपूर्वक बताते हुए कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि निजी खेत में फलोद्यान परियोजना उद्यानिकी को लाभ का धंधा बनाने का अवसर प्रदान करता है। इस परियोजना में कृषकों को तीन वर्ष तक महात्मा गांधी नरेगा योजना के माध्यम से मजदूरी एवं सामग्री का भुगतान किया जाएगा, जो उनकी आजीविका का साधन बनेगा। तीन वर्ष उपरांत कृषकों को फलों के उत्पादन से लाभ प्राप्त होने लगेगा और वह उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनायेगा।  कलेक्टर श्री चौधरी ने बताया कि कम उपजाऊ जमीन पर भी उद्यानिकी फसलों से अच्छा लाभ कमाया जा सकता है। इसके साथ ही फलदार वृक्षों का उत्पादन प्राप्त करने के पूर्व बचे हुए स्थान पर मिर्च, अदरक, हल्दी एवं आलू का उत्पादन कर लाखों का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत अनुसूचित जनजातिध् अनुसूचित जातिध् घुमंतु जनजाति, अन्य बीपीएल परिवार, ऐसे परिवार जिनकी मुखिया महिला या विकलांग हो, भूमि सुधार के लाभार्थी परिवार, इंदिरा आवास योजना के हितग्राही, लघु एवं सीमांत कृषकों को लिया जा सकता है। ऐसे खेतों का चयन किया जाना है, जो खेती के लिए उपयुक्त नहीं हैं तथा सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता है। उन्होंने बताया कि कपिल धारा कूप, खेत तालाब आदि कि व्यवस्था महात्मा गांधी नरेगा से की जा सकेगी। यह परियोजना 3 वर्षों के लिए होगी जिसमें प्रथम वर्ष में 317 दिवस, द्वितीय वर्ष में 159 दिवस तथा तृतीय वर्ष में 92 मानव दिवस तक की मजदूरी का प्रावधान किया गया है। एक एकड़ में लगभग 400 तक कलमी फलदार पौधे लगाए जा सकेंगे। नरेगा सामग्री मद में प्रथम वर्ष 33296 रुपए, द्वितीय वर्ष 16739 रुपए तथा तृतीय वर्ष में 13469 रुपए का प्रावधान किया गया है।

बाहर से आए व्यक्तियों को 28 दिवस के बाद ही करें नियोजित
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कलेक्टर श्री चौधरी ने ग्रामवासियों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरी सतर्कता एवं सावधानी रखने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि गाँव के जो व्यक्तिध्श्रमिक बाहर से आ रहे हैं, वो 14 दिनों तक अपने घरों में रहें, किसी से भी मिले नहीं और शारीरिक दूरी बनाकर रखें। यदि किसी व्यक्ति को बुखार, सर्दी, खांसी, साँस लेने में तकलीफ हो तो इसकी जानकारी तत्काल जिला स्तरीय कंट्रोल रूम नंबर 07822-297521  या 07822-250123 पर उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए जाने पर 28 दिनों के बाद ही नरेगा के कार्यों में नियोजित किया जा सकता है। कलेक्टर श्री चौधरी ने कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकथाम एवं बचाव के लिए कार्य स्थलों पर भी सभी सावधानियाँ रखने के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक श्रमिक को मास्क उपलब्ध करायें तथा उनके हाथ धोने के लिए पानी और साबुन की उपलब्धता की जाए। इसके साथ ही शारीरिक दूरी के निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए।

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