आलू प्याज की आसमान छूती कीमतें किसान विरोधी कानूनो का परिणाम- दीपू

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आलू प्याज की आसमान छूती कीमतें किसान विरोधी कानूनो का परिणाम- दीपू




आलू प्याज की आसमान छूती कीमतें किसान विरोधी कानूनो का परिणाम-  दीपू


 सीधी।
आलू और प्याज के दाम में अचानक से हो रही बेतहाशा वृद्धि पर कांग्रेस पार्टी ने चिंता व्यक्त करते हुए इसे केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा हाल ही में बनाए गए किसान विरोधी काले कानून का दुष्परिणाम बताया है। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रदीप सिंह दीपू ने जारी बयान में कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा हाल ही में जो किसान विरोधी 3 काले कानून पास किए हैं उसी का परिणाम है कि आज आलू और प्याज के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि देश में महागाई  किसी अंतरराष्ट्रीय कारणों से नहीं आई है बल्कि भाजपा सरकार द्वारा बिचौलियों एवं मुनाफाखोरो को फायदा पहुंचाने के लिए कालाबाजारी के जरिए थोपी गई महंगाई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आलू प्याज के  बढ़े हुए दाम का फायदा किसानों को नहीं मिल रहा है बल्कि बिचौलिए और जमाखोर चांदी काट रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप सिंह ने अपने बयान में कहा कि बड़ी बदमाशी के साथ मोदी सरकार ने कोरोना महामारी के बीच ब्लैकमेलरो, बिचौलियों एवं मुनाफाखोरो को फायदा पहुंचाने के लिए आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन कर आलू प्याज अनाज तिलहन एवं दलहन को आवश्यक वस्तु अधिनियम की सूची से हटा दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा बनाए गए किसान विरोधी काले कानून के तहत अब बिचौलिए एवं जमाखोरो द्वारा कितना स्टॉक जमा किया गया है इसकी निगरानी सरकार नहीं करेगी।उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों की वजह से अब कालाबाजारी काफी आसान हो गई है। यही कारण है कि आज आलू प्याज  सहित खाने पीने की अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में अचानक से आग लग गई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहां की मोदी सरकार द्वारा बनाए गए किसान विरोधी काले कानूनों को भाजपा द्वारा जिस प्रकार से किसानों के हित में बता कर ढिंढोरा पीटा गया है उसका दुष्परिणाम अब सामने आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है,लेकिन किसान 800 रुपए से 1000 रुपए प्रति क्विंटल धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि किसान विरोधी काले कानूनों का ही असर था कि इस वर्ष किसान मक्के की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य से 40 से 50 फ़ीसदी से भी कम कीमत में बेचने को विवश हुए। कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप सिंह ने अपने बयान में आगे कहा कि केंद्र की मोदी सरकार एवं प्रदेश की शिवराज सरकार किसी संगठित गिरोह की तरह कार्य कर रही है। दलाल बिचौलिए एवं मुनाफाखोर चांदी काट रहे हैं और सरकार आम जनता की जेब काट रही है।

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